Sunday, November 26, 2017

क्या सच में ही विवादित स्थान पर पहुँच गए राष्ट्रपति?

कुरुक्षेत्र, 26 नवंबर: शनिवार को देश के राष्ट्रपति जी कुरुक्षेत्र में आए और एक ऐसी जगह पर भी गए जो विवादों के घेरे मे है, इसे लेकर कांग्रेस पार्टी के महासचिव पवन गर्ग ने 2 दिन पहले ही अपने विचार रखे थे, जिसमे इसे विवादित बताया था। 
उन्होने 24 नवंबर को जारी अपने प्रेस नोट में कहा था कि महामहिम राष्ट्रपति जी गीता जयंती कार्यक्रम में एक विवादित जगह पर एक शुभारंभ करने जा रहे है। बताना चाहूंगा कि इस भूमि का आज की तारीख में सरकार द्वारा नगर परिषद कुरुक्षेत्र द्वारा नक्शा भी पास नहीं कराया गया हैै। यही नहीं इस जगह पर विवाद भी है। जो कि आज के समाचारपत्रों में छाया हुआ है। 
जब किसी शुभारंभ पर महामहिम राष्ट्रपति , महामहिम राज्यपाल या मुख्यमंत्री आते है तो यह सरकार की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वे उक्त जगह की रजिस्ट्री या उसका नक्शा संबंधित विभाग से पास जरूर करवा ले नहीं तो महामहिम का बिना पास किए गए प्रोजेक्ट पर बुलाना व उनका आना शोभनीय नहीं दे रहा है। इस प्रकार की आधारशिला के लिए नक्शे का पास होना अतिआवश्यक है। इस प्रकार की त्रुटि व जल्दबाजी महामहिम के समक्ष जानबुझकर किया गया कृत्य है जो कि नहीं होना चाहिए। 
पानीपत निवासी एक व्यक्ति द्वारा जारी आरटीआई सूचना से पता चला है कि यह जमीन उच्च दाम में सरकार द्वारा किसानो से खरीदी गई थी और औने-पौने दामों में गीता संस्थानम को दी गई है। महामहिम से निवेदन है कि वे किसी भी शिलान्यास में शामिल न हो। इससे पहले विवादित मामले पर पूरा फैसला न आ जाएं। 
सरकार को चाहिए कि जब तक विवाद पूर्ण रूप से दूर न हो जाएं तो महामहिम को न बुलाएं। देश के शासनकर्ता को भी इस प्रकरण में बिना बात के जोड़कर आधारशिला रखवाना छोटी सोच साबित करता है। हम महामहिम राष्ट्रपति जी का सम्मान करते है और भविष्य के कायक्रमों के लिए उनका सहर्ष दिल से स्वागत करते है।
पवन गर्ग द्वारा उठाए गए उपरोक्त मुद्दे अपने आप में सोचनीय हैं, इन पर सरकार के साथ आम आदमी को भी ध्यान देना होगा

कौन देगा जवाब: गीता महोत्सव को लेकर गर्ग ने खोला सवालों का पिटारा.......

ज्ञानानन्द को लेकर जनता के दिलों मे छुपे हैं कई सवाल ....

कुरुक्षेत्र 26 नवंबर: हरियाणा कांग्रेस पार्टी के महासचिव पवन गर्ग ने गीता महोत्सव के दौरान ज्ञानानन्द की विशेष उपस्थिती व उनके विशेष दर्जे को लेकर कई सवाल उछाले हैं। हालांकि इस प्रकार के अनेकों सवाल हर उस चिंतक के मन मे हैं, जो गीता जयंती समारोहों से जुड़ा रहा है। आज हम चर्चा करते हैं पवन गर्ग के सवालों की: 
उन्होने प्रैस को जारी एक  नोट में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड पर अपना रूख साफ रखने को
कहा।
- पवन गर्ग का सवाल है कि पूज्नीय ज्ञानानंद जी महाराज को गीता मनीषी की उपाधी कहा से प्राप्त
हुई है। आम जनता जानना चाहती है कि उसका आधार क्या था। क्या योग्यता या
विशेषता थी जो कि गीता मनीषी बन गए। या फिर किन शंकराचार्य या संस्था
द्वारा प्रदान की गई है। यह सब स्पष्ट होना चाहिए। जिससे आम जन के बीच
उनकी विश्वसनीयता बनी रहे।
- यहीं नहीं टेंडर प्रक्रिया में केडीबी पदाधिकारी टेंडर प्रक्रिया में
मौजूद थे। उन्हीं के द्वारा ही खाने का टेंडर दिया गया था। कुरुक्षेत्र
में सरकारी कैंटीन व हॉस्पिटलेटी विभाग कार्यरत है। ये भी पोषक खाना
बनाते है इन्हें भी टेंडर मिल सकता था। इस प्रकार पदाधिकारी के बेटे को
खाना का टेंडर मिलना संदेह उजागर करता है।
- उन्होंने कहा कि किन-किन संतो या महात्माओं को केडीबी द्वारा किस-किस
रेट पर कितनी सरकारी जमीन किस आधार पर अलॉट की गई है। इन अलॉटिड जमीनों
के रेट भी क्या-क्या दिए गए है यह सब कुछ केडीबी द्वारा सार्वजनिक किया
जाना चाहिए।
- गीता पुस्तकों की खरीद व पूर्ण कार्यक्रम में उभर रहे नीत नये घोटालों
की सीबीआई जांच भी कराई जानी चाहिए। पूरे प्रकरण की जांच न्याययिक होनी
चाहिए थी जो कि प्रशासनिक अधिकारी द्वारा अपने स्तर पर की गई। सरकार से
आग्रह है कि वे सिटींग जज, रिटायर्ड जज या फिर सीबीआई से पूरी जांच कराई
जाएं।

- जिन अधिकारियों को ऑडियो की आवाज एक-दो दिन पहले स्पष्ट व पहचान नहीं
हो पा रही थी कि किसकी है। तो किस आधार पर आरोपियों को पकड़ने का दावा
अधिकारी कर रहे है। ऐसे में किसी भी निर्दोष को आरोपी बनाना गलत है।
सरकार चुप है। ऑडियो क्लिप वॉयरल में काफी घोटाला है। गीता जयंती समारोह
के बजट पर भी फोकस करना होगा। इसकी भी जांच आवश्यक है।
- देश के प्रधानमंत्री मोदी जी से प्रेरणा लेकर ही किसी ने ऑडियो के
माध्यम से अपनी बात को टेंडर के रूप में सामने रखा है। इस प्रकार से आवाज
उठाने वाले को दबाना व मामले का सही विवरण न देना गलत है। प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी जी को भी इस प्रकरण पर अपना रूख रखना चाहिए।

- गीता की कर्मस्थली कुरुक्षेत्र भूमि पर गीता जयंती कार्यक्रम से पूर्व
घोटालों का उभरना अपने आप में दुर्भाग्यपूर्ण है।
...........................................................आखिर सरकार इस सवालों पर क्या प्रतिकृया देती है, यह देखना होगा। 

Saturday, November 25, 2017

मंत्रौच्चारण और शंखनाद के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने किया अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आगाज.....

राष्ट्रपति ने ब्रहमसरोवर पर किया गीता पूजन, गीता यज्ञ में डाली पूर्ण आहुती

कुरुक्षेत्र में 25 से 30 नवम्बर तक चलेगा अतंर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव


कुरुक्षेत्र 25 नवम्बर (पवन सोंटी): मंत्रौच्चारण और शंखनाद के बीच राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कुरुक्षेत्र के अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आगाज किया। इस आगाज के साथ ही ब्रहमसरोवर के चारों तरफ श्लोकोंच्चारण से पूरी फिजा ही गीतामय हो गई। इसके साथ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने ब्रहमसरोवर के पवित्र जल का आचमन कर पवित्र ग्रंथ ता का पूजन कर विधिवत रुप से 25 नवम्बर से 30 नवम्बर तक चलने वाले अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारम्भ किया।
शनिवार को ब्रहमसरोवर के पुरुषोतमपुरा बाग में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का जैसे ही आगमन हुआ, उसी समय हरियाणवी परम्परागत वाद्य यंत्रों के बीच हरियाणा के राज्यपाल प्रोफेसर कप्तान सिंह सोलंकी, हिमाचल के राज्यपाल आचार्य डा. देवव्रत, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल, गीता मुनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने परम्परा अनुसार स्वागत किया। इसके पश्चात राष्टपति रामनथ कोविंद ने ब्रहमसरोवर के पवित्र जल का आचमन कर पूजा अर्चना की और पवित्र गं्रथ गीता पर पुष्प अर्पित कर पूजन किया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गीता पूजन के बाद 200 विद्यार्थियों और विद्वानों द्वारा  के बीच गीता यज्ञ में पूर्णाहुति डालकर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारम्भ किया। इसके पश्चात राष्ट्रपति ने श्रीकृष्णा सर्किट के तहत विकसित की जाने वाली गीता स्थली ज्योतिसर के मॉडल का अवलोकन किया। इस दौरान उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने ज्योतिसर के मॉडल के बारे में विस्तृत जानकारी भी दी। इस मॉडल का अवलोकन करने के बाद राष्ट्रपति रामनाथ कोङ्क्षवद ने सरस्वती नदी के माडॅल का अवलोकन किया और सरस्वती धरोहर विकास बोर्ड के अध्यक्ष मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सरस्वती नदी के विकास को लेकर राष्ट्रपति को बारीकि से जानकारी दी और अब तक किए गए प्रयासों का भी उल्लेख किया।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने सरस्वती परियोजना के मॉडल को देखने के बाद सरस्वती पर किए गए शोध कार्यो और इतिहास को लेकर लगाई गई प्रदर्शनी का अवलोकन किया और सबसे अंत में राष्ट्रपति ने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्यों और अधिकारियों के साथ एक ग्रुप स्मृति चित्र भी करवाया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के गरिमामयी आगमन के साथ अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2017 का शुभारम्भ हो गया। यह महोत्सव 25 नवम्बर से 30 नवम्बर तक चलेगा। इस महोत्सव में 18 हजार विद्यार्थियों के साथ वैश्विक गीता पाठ, ध्वनि और प्रकाश शो उत्तर क्षेत्र सांस्कृतिक कला केन्द्र पटियाला द्वारा 12 से ज्यादा राज्यों के कलाकारों के सांस्कृतिक कार्यक्रम, अंतर्राष्ट्रीय गीता सैमिनार, विराट संत सम्मेलन, ब्रहमसरोवर की महाआरती, गीता शोभा यात्रा आदि मुख्य आकर्षण का केन्द्र रहेंगे। इसके लिए प्रशासन और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से सुरक्षा और व्यवस्था के तमाम पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। 

Wednesday, November 22, 2017

अपराध जगत से: कुरुक्षेत्र में चाचा ही निकला तीन बच्चो का हत्यारा.....................

3 दिन पहले गुम हो गये थे गाँव सारसा से तीन भाई बहन.....................


कुरुक्षेत्र 22 नवम्बर (विनय चौधरी):
दिन पहले कुरुक्षेत्र के सारसा से गुम हुऐ तीन बच्चो की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है। पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग ने बताया कि दिनांक 19-11-17 को थाना पेहवा मे राजेश कुमार वासी सारसा ने मामला दर्ज करवाया था कि गाँव सारसा से तीन बच्चे लडका समीर उम्र 11 साल , लडकी सिमरन उम्र 8 साल व लडका समर उम्र 4 साल पुत्रान सोहन लाल उर्फ सोनू दोपहर को अचानक गुम हो गये थे। 
पुलिस ने शिकायत के आधार पर किडनैपिंग का मामला धारा 365 आई पी सी के तहत दर्ज किया था। पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग ने मामले की गम्भीरता को देखते हुए थाना पेहवा प्रभारी निरीक्षक प्रतीक , अपराध शाखा एक प्रभारी निरीक्षक सतीश कुमार तथा अपराध शाखा दो प्रभारी दीपेन्द्र सिहँ की देखरेख मे टीमो का गठन किया तथा बच्चो को हर सम्भव प्रयासो से ढूँढने के आदेश दियें। दिनांक 21-11-17  को थाना प्रभारी निरीक्षक प्रतीक ने शक के आधार पर सारसा निवासी बच्चो के चाचा को पूछताछ के लिये बुलाया। 
गहन पूछताछ पर आरोपी जगदीप सिहँ ने अपना गुनाह कबूल करते हुऐ बताया कि उसने ही अपनी कार मे बिठाकर तीनो बच्चो को पंचकूला के मोरनी एरिया मे मारा है। जो आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने मोरनी एरिया के गाँव शेर गुज्जरां के पास जंगलो से तीनो बच्चो की डैड बाडी को बरामद किया गया तथा आरोपी के खिलाफ मामले मे धारा 364/302 / 201/ 120 बी व आर्मज एक्ट को ईजाद की गई तथा मामले मे आरोपी जगदीप सिहँ पुत्र धर्मपाल वासी सारसा को गिरफ्तार किया गया है। 
आरोपी जगदीप बच्चो के पिता सोहन लाल उर्फ सोनू का चचेरा भाई है। आरोपी ने स्वीकार किया कि उसने ही तीनो बच्चो को पीछे से सिर मे गोली मारकर पहाडियों मे धक्का दिया था। आरोपी से वारदात मे प्रयोग की गई पिस्टल तथा कार बरामद की जानी है जिसके लिये आरोपी को अदालत मे पेश कर 6 दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस वारदात मे और भी आरोपियों का हाथ होने से इन्कार नही किया जा सकता। गहनता से तफ्तीश की जा रही है। 
 

व्यटसऐप आडियो वायरल मामले मे दो आरोपी गिरफ्तार

कुरुक्षेत्र 22 नवम्बर।  थाना शहर पुलिस ने व्यटसएप आडियो वायरल मामले मे दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। थाना प्रभारी शहर निरीक्षक सदींप ने बताया कि दिनांक 18-11-17 को सुरेन्द्र सुधा वासी सैक्टर 13 ने थाना शहर थानेसर मे शिकायत दर्ज करवाई थी कि अज्ञात ने व्यटसऐप पर एक आडियो मैसेज डालकर उसे व उसके परिवार की छवि को धूमिल करने की कौशिश की गई है।  सूचना पर शहर पुलिस ने आई टी एक्ट व आई पी सी की धाराओ के तहत अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया था। निरीक्षक ने बताया कि मामले मे गहनता से जाँच करने पर मामले के दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियो की पहचान हरप्रीत सिहँ वासी ज्योतिसर व सुशील कुमार वासी इन्द्रसैन कालोनी नजदीक रेलवे फाटक थानेसर के रुप मे हुई है। आरोपियों को कोर्ट मे पेश किया गया जहाँ से उनको न्यायिक हिरासत मे भेज दिया है। 


200 किवटल चूरा-पोस्त मामले के दो ईनामी भगौडे गिरफ्तार। 2015 मे अपराध शाखा एक ने पकडा था करीब190 किंवटल चूरा पोस्त का जखीरा
 


कुरुक्षेत्र 22 नवम्बर। जिला पुलिस की अपराध शाखा ने 2015 के करीब 190 किंवटल चुरा-पोस्त मामले के दो ईनामी भगौडो को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 8 जून 2015 को अपराध शाखा एक प्रभारी निरीक्षक अमन कुमार की टीम ने पेहवा के चुनिया फार्म के पास मेन रोड पर बनी कोठी पर छापा मारकर डी एस पी पेहवा की देखरेख मे कोठी से 18928 किलो चूरा पोस्त , दो देशी पिस्तोल , 21 कारतूस , एक मोबाईल , दो सीम  बरामद किये थे। तथा मामले मे रणजीत सिहँ उरफ राणा वासी बाखली खुर्द को गिरफ्तार किया गया। दिनांक 27 -6-15 को मामले के एक और आरोपी मुख्तयार सिहँ वासी दताल थाना पातडा जिला पटियाला को गिरफ्तार किया गया। आरोपियों ने कबूल किया था कि उन्होने कुरुक्षेत्र रोड पेहवा मे गाँव सन्धौली मे दो बडे बडे मकान खरीद रखें है जिनमे हम सब मिलकर राजस्थान , मध्यप्रदेश , उतरप्रदेश से चूरा पोस्त लाकर यहाँ पर उसमे मिलावट करके उसकी मात्रा बडाकर गाडियो मे सप्लाई करते हैं। जो इन सबका मुखिया रक्षपाल सिहँ वासी काहनगढ थाना पातडा जिला पटियाला है। दिनांक 30-7-15 को मुख्य आरोपी रक्षपाल को गिरफ्तार किया गया। मामले मे आरोपी हरजोध सिहँ उर्फ जौधा , गुरप्रीत सिहँ उर्फ रिम्पल वासीयान शेरगढ पातडा , दिलबाग सिहँ वासी बुबुकपुर जिला कैथल व रणजीत सिहँ वासी बाखली जिला कुरुक्षेत्र का भी नाम सामने आया था। मामले मे हरजोध सिहँ , दिलबाग सिहँ , गुरप्रीत सिहँ , अब्दुल उर्फ वसीमलाला उर्फ राजू उर्फ शोकालाल उर्फ राकेश की गिरफ्तारी बकाया थी। आरोपी गुरलाल , गुरप्रीत , दिलबाग सिहँ व अब्दूल भगौडा घोषित हो चुके थे। अब अपराध शाखा एक प्रभारी निरीक्षक सतीश कुमार , सहायक उप निरीक्षक विरेन्द्र सिहँ , सहायक उप निरीक्षक राजेश कुमार , सहायक उप निरीक्षक सत्यनारायण , हैड कांसटेबल विरेन्द्र , सिपाही हरप्रीत , ललित व सिपाही भजन की टीम ने मामले के भगौडे आरोपी गुरलाल उर्फ गौरा वासी काहनगढ जिला पटियाला व हरजोध सिहँ वासी दताल जिला पटियाला को गिरफ्तार किया है। आरोपियो से नशीले पदार्थो की तस्करी मे प्रयोग की जाने वाली दो कारो को भी बरामद किया है। जिनमे एक पंजाब नम्बर की वरना कार तथा दूसरी एक्स यू वी कार हैं। आरोपियों को अदालत मे पेश किया गया जहाँ से उनको न्यायिक हिरासत मे भेज दिया है।
लावारिश लाश की पहचान बारे। 
कुरुक्षेत्र 22 नवम्बर। थाना के यू के मे एक व्यक्ति की लाश लावारिश हालत मे मिली है।  के यू के थाना के अनुंसधान अधिकारी हैड कांसटेबल विक्रम ने बताया कि एल एन जे पी हस्पताल मे एक व्यक्ति की लाश दिनांक 24-11-17 को मिली है। जिसकी लाश एल एन जे पी हस्पताल मे शिनाख्त के लिये रखी गई है। लाश की पहचान इस प्रकार है: रंग सावला , लम्बूतरा चेहरा , गले मे सिल्वर चैन , आयु करीब 30 वर्ष , हल्के नीले रंग का चैकदार कमीज , खाकी लुंगी पहने हुऐ है। किसी भी प्रकार की सूचना के लिये निम्नलिखित नम्बरो पर सूचित करें।
पुलिस कन्ट्रोल रुम 01744-222100
थाना के यू के -70567-00819
एस एच ओ के यू के-70567-00119
चौंकी थर्ड गेट -70567-00830
फोटो साथ सलंग्न है।




ए टी एम बदलकर निकाले 78000 रूपये।
कुरूक्षेत्र 22 नवम्बर । थाना शहर थानेसर एरिया मे ए टी एम बदलकर पैसे निकालने का मामला सामने आया हैं। थाना शहर थानेसर मे दी अपनी शिकायत में राम अवतार वासी जैलदार राईस मिल अमीन रोड कुरुक्षेत्र ने बताया कि दिनांक 17-11-17 को वह शहर स्थित ए टी एम से पैसे निकालने गया था जब वह पैसे निकाल रहा था तो वहाँ पर एक नौजवान लडका ए टी एम बूथ मे आ गया और उसने उसका ए टी एम ले लिया तथा बातो मे लगाकर उसका ए टी एम बदल लिया तथा यह कहकर ए टी एम लौटा दिया कि ए टी एम खराब है। वह वापस आ गया बाद मे उसके फोन पर पैसे निकलने का मैसेज आया जो उसने बैंक जाकर पता किया तो उसे अपने साथ हुई ठगी का पता चला। शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जाँच शुरु कर दी है।



मोटर साईकिल चोरी
कुरुक्षेत्र 22 नवम्बर। थाना शाहबाद एरिया मे एक साईकिल चोरी का मामला दर्ज किया गया है। थाना शाहबाद मे दी अपनी शिकायत मे गुरमीत सिहँ वासी समभालखी जिला कुरुक्षेत्र ने बताया कि वह दिनांक 18-11-17 को निजी काम से खननेवाल स्कूल शाहबाद गया था। अपनी मोटर साईकिल बाहर खडी करके वह अन्दर चला गया थोडी देर बाद आकर देखा तो मोटर साईकिल नही मिली। पुलिस को सूचना दी गई कि अज्ञात चोरो ने खननेवाल स्कूल शाहबाद से उसकी हीरो स्पलैण्डर प्लस मोटर साईकिल चोरी कर ली है। सूचना पर पुलिस ने मामला दर्ज कर मोटर साईकिल की तलाश शरू कर दी है।



ट्रक ड्राईवर को मारपीट करके नकदी छीनने के दो आरोपी गिरफ्तार। 
कुरुक्षेत्र 22 नवम्बर। जिला पुलिस की अपराध शाखा ने लाडवा एरिया मे ट्रक ड्राईवर को मारपीट करके नकदी छीनने के दो आरोपियो को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि दिनांक 2-11-17 को थाना लाडवा मे दी अपनघ शिकायत मे परमजीत ,इहँ वासी भोजी खालसा जिला करनाल ने बताया कि वह ट्रक ड्राईवर है और ट्रक मज रेता बजरी का ढोने का काम करता है। दिनांक 1-11-17 को मैने अपने बुआ के लडके नरेश वासी नगली के साथ सुबह 3 बजे यमुनानगर बजरी लेने के लिये जाना था। जो मै अपने ट्रक को बडशामी के पास साईड मे लगाकर सो गया। रात करीब 12-30 बजे चार व्यक्तियो ने उसके ट्रक के दरवाजे की जाली तोडकर अन्दर घुस गये और उसके कान पर पिस्तोल लगाकर ट्रक की चाबी छीन ली तथा उसे मारने पीटने लगे तथा ट्रक स्टार्ट करके उसे लेकर यमुनानगर की तरफ चल दिये। रास्ते मे जुब्बल के पास एक दूसरी कार आ गई जिसे देखकर वे मुझे छोडकर भाग गये। जो आरोपी उसकी जेब से 16 हजार रुपये नकद , ए टी एम , व अन्य कागजात लेकर फरार हो गये। सूचना पर पुलिस ने मामला दर्ज करके छानबीन शुरु की। अपराध शाखा दो के उप निरीक्षक तरशेम सिहँ , सहायक उप निरीक्षक कृपाल सिहँ , हैड कांसटेबल नरेश , हैड कांसटेबल दिलबाग की टीम ने ट्रक चालक को लूटने वाले गिरौह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। आरोपियो की पहचान फरीद आलम उर्फ आलम वासी हरजोली जिला हरिद्वार उतराखण्ड , शमशेर उर्फ गुडडु वासी मुस्तफाबाद जिला हरिद्वार व मोहम्मद तैयब वासी गुलामनगर जिला हरिद्वार के रुप मे हुई है। आरोपियो को अदालत मे पेश किया गया जहाँ से उनको पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। 

Haryana shortlists minister’s daughter, deputy speaker’s brother for IAS post.... HT report ....

16 candidates fulfilled all eligibility conditions, 5 were shortlisted; at least three with Outstanding ACRs of past five years rejected

http://www.hindustantimes.com/india-news/haryana-shortlists-minister-s-daughter-deputy-speaker-s-brother-for-ias-spot/story-vsFFOTjCC8qPtdcwBtHd5M.html

INDIA Updated: Nov 21, 2017 21:39 IST
Pawan Sharma
Hindustan Times, Chandigarh
Given the criterion followed by the state government in preparing the panel, the selection procedure is perceived to be prone to political pulls and is akin to back-door entry to the elite IAS.
Given the criterion followed by the state government in preparing the panel, the selection procedure is perceived to be prone to political pulls and is akin to back-door entry to the elite IAS.(HT File )
The Manohar Lal Khattar government has shortlisted kin of two front-line Haryana BJP leaders to fill one Indian Administrative Service (IAS) seat from among non-state civil service officers.

Dr Asha Sharma, 42, daughter of education minister Ram Bilas Sharma, and Lajpat Rai, 56, brother of Santosh Yadav, deputy speaker Vidhan Sabha, are at first and second position on the panel of five candidates the state government has recommended to the Union Public Service Commission (UPSC), according to official documents that HT has accessed.

CRITERIA ARE HIGHLY SUBJECTIVE
Given the criterion followed by the state government in preparing the panel, the selection procedure is perceived to be prone to political pulls and is akin to back-door entry to the elite IAS.
Candidates having eight years service in a Class-1 post, equal to the rank of deputy collector, were shortlisted on the basis of their Annual Confidential Reports (ACRs) of the past five years, in what is a highly subjective selection process — and also the easiest — to become an IAS officer.
While Dr Sharma (MBBS) is a medical officer, Rai is a general manager in Haryana roadways. The other three candidates in the fray are Parveen Sethi (director, dental health services); Dr Rakesh Talwar (in-charge of health facilities at Haryana Raj Bhawan); and Vijender Singh (district town and country
planner).

In last year’s panel also, the state government had recommended Dr Sharma by placing her on top of other candidates on the list. But the UPSC had cancelled the process in the absence of not receiving “deficient
documents/information” from the state government by December 31. Given the criteria followed by the state government in preparing the panel, the selection procedure is perceived to be prone to political pulls and is akin to back-door entry to the elite IAS.

Candidates having eight years service in a Class-1 post, equal to the rank of deputy collector, were shortlisted on the basis of their Annual Confidential Reports (ACRs) of the past five years, in what is a highly subjective selection process — and also the easiest — to become an IAS officer.

Chief secy -led panel shortlisted Names
Khattar had set up chief secretary DS Dhesi-led screening committee comprising Trilok Chand Gupta, principal secretary, and Neerja Sekhar, secretary (personnel) to shortlist the names.

OF 205 IAS IN HARYANA, 62 COME THROUGH PROMOTION
Haryana’s IAS cadre strength is 205, of which 62 posts are filled by promotion of state civil service officers.
As per rules, nine out of 62 posts can be filled up from Non-SCS officers. At present, there are five Non-SCS officers — Samir Pal Srow, SS Phulia, NK Solanki, Rippudaman Singh Dhillon and Ashok Kumar Sharma — who became IAS via this route.
“The meeting of the screening committee was held on 13.10.2017 (October 13, 2017)...The committee decided to consider five preceding years’ annual confidential reports of the officers...and after considering the same the committee has recommended the names of following officers for consideration of the UPSC,” reads the October 16 file noting.

Top government sources say the names of the shortlisted candidates were sent to the UPSC about two weeks ago. The UPSC has to hold interviews within December. The interview board comprises one UPSC member, besides the Haryana chief secretary and one senior IAS officer of Haryana cadre.

“The selection depends on the feedback the state officers give to the UPSC,” a senior government functionary said. Hence, the inclusion of kin of the BJP leaders is being seen with suspicion. As per rules, the candidate(s) being shortlisted should be of “outstanding ability and merit”. The file noting of the screening panel says that there were 16 candidates who fulfilled “all the eligibility conditions.”

“I am unaware if my name figures on the panel the govt sent to the UPSC. My ACRs have no problem. Some people have a problem because I am daughter of Haryana’s education minister.”Dr Asha Sharma, daughter of education minister Ram Bilas Sharma
But, sources say at least three candidates who had five Outstanding ACRs in a row and impeccable administrative experience were rejected. On the contrary, Dr Sharma, daughter of the minister in past five years got two Good, as many Very Good and one Outstanding ACR.

Last year, her ACRs remained under the scrutiny of the government and the UPSC due to an adverse observation that reads: “…in respect of Dr Asha Sharma, it is submitted that there is an observation…this ACR (of 2014-15) does not seem valid as she remained on earned leave…and rest of the period of the report is less than three months, hence it cannot be written.”

Chief secretary DS Dhesi was unavailable for comments. Neither did he respond to text messages.

Tuesday, November 21, 2017

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2017 में पहली बार पंहुचे श्रीलंका के शिल्पकार, इंदिका को शिल्पकला फांउडेशन श्रीलंका से मिला महोत्सव का संदेश...

श्रीलंका के सूक्ष्म और महीन कुदरती पत्थरों से बनी तस्वीरों के मुरीद बने पर्यटक

कुरुक्षेत्र, 21 नवम्बर (विनय चौधरी): श्रीलंका के सूक्ष्म और महीन कुदरती पत्थरों से बनी तस्वीरों के पर्यटक मुरीद हो गए हैं। इस महोत्सव में पहली बार सूक्ष्म और महीन कुदरती पत्थरों से बनी तस्वीरों को देखकर पर्यटक दंग रह गए। इस महोत्सव में पर्यटकों के लिए कलाकृतियों और तस्वीरों को पहली बार श्रीलंका शिल्पकार इंदिका लेकर आए हैं।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2017 में श्रीलंका के शिल्पकार इंदिका को शिल्पकला फांउडेशन श्रीलंका के निदेशक डा. बुद्धिकीर्ति ने निमंत्रण भेजा। इस शिल्पकार को पहली बार भगवान श्रीकृष्ण की कर्मभूमि कुरुक्षेत्र में अपनी बेहतरीन कलाकृतियों और तस्वीरों को स्टाल नम्बर 47 48 पर लेकर शिल्पकार इंदिका पहुंचे हैं। उन्होंने बातचीत करते हुए बताया कि श्रीलंका के सूक्ष्म और महीन कुदरती पत्थरों से कलाकृतियां और तस्वीरे बनाने का काम सालों से कर रहे हैं। इस महोत्सव का निमंत्रण मिलने के बाद पर्यटकों के लिए विशेष कलाकृतियां और तस्वीरें बनाकर लाए हैं। 
उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र में भाषा के समझने और बोलने मे बेशक परेशानी पेश आ रही हैं लेकिन पर्यटकों के हावभाव और प्यार के आगे भाषा की समस्या भी छोटी सी दिखाई पड़ती हैं, लेकिन अंग्रेजी की भाषा से बातचीत और समझने में ज्यादा परेशानी नहीं आती। उन्होंने बताया कि उनकी कलाकृति और तस्वीरों की कीमत 500 रुपए, 5 हजार और 20 हजार रुपए तक रखी गई हैं। उनको कलाकृति और तस्वीर बनाने में 7 दिन से लेकर एक माह का समय लग जाता हैं। उनके साथ श्रीलंका से महिला शिल्पकार कांतिलता भी हाथ से बनी शिल्पकला के साथ महोत्सव में पहुंची हैं।


तेलंगाना हैदराबाद के शिल्पकार रापोलु रामालिंगम महोत्सव में महिलाओं के लिए लेकर आए हैं सिल्क की साडिय़ां, साडिय़ों की कीमत रखी 500 रुपए से 20 हजार तक, 5 सालों से पहुंच रहे हैं अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में

कुरुक्षेत्र, 21 नवम्बर (विनय चौधरी): तेलंगाना हैदराबाद के शिल्पकार को अपने हाथों से सिल्क की साडिय़ा बनाने का शौक उन्हें संत कबीर अवार्ड तक पहुंचाएगा यह उनके जहन में भी नहीं था, लेकिन अपने कर्म को करते हुए तेलंगाना के शिल्पकार रापोलु रामालिंगम को
वर्ष 2012 में हेंडलूम का राष्ट्रीय संत कबीर अवार्ड हासिल करने का गौरव प्राप्त हुआ। इतना ही नहीं शिल्पकार रोपालु को 7 अगस्त 2015 को राष्ट्रीय हेंडलूम डे पर भी प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। यह अवार्ड प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हाथों चेन्नई में हासिल हुआ।
शिल्पकार रोपालु रामालिंगम ने ब्रहमसरोवर के पावन तट पर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2017 में स्टाल नम्बर 7 महिला पर्यटकों के लिए सिल्क की साडिय़ा और अन्य उत्पाद विशेष तौर पर रखे हैं। उन्होंने बातचीत करते हुए बताया कि हैदराबाद में हाथ से सिल्क की साडिय़ां बनाने का उनका पुस्तैनी कार्य हैं। इस कार्य को जब पर्यटक सहराते हैं तो उनके मन को आत्मसंतुष्टी मिलती हैं। इस महोत्सव में पिछले 5 सालों से लगातार आ रहे हैं। इसके अलावा हरियाणा के फरीदाबाद में लगने वाले सूरजकुंड मेले और चंड़ीगढ़ में लगने वाले मेलों में भी पहुंचते हैं।
उन्होंने बताया कि इस महोत्सव में महिला पर्यटकों के लिए पोचुम-पल्ली टाई और डाई सिल्क की साडिय़ों को विशेष तौर पर तैयार करके लेकर आए हैं। इसके अलावा कॉटन की साडिय़ां और महिलाओं के पसंदीदा अन्य उत्पाद भी लेकर आए हैं। इस बार उन्होंने साड़ी का दाम 500 रुपए से लेकर 20 हजार रुपए तक तय किया हैं और महिलाएं सिल्क की साडिय़ों को काफी पसंद कर रही हैं।


पर्यटकों को भाया पीतल में रंग बिरंगे कीमती पत्थरों से बना कृष्ण अर्जून का रथ 
कुरुक्षेत्र, 21 नवम्बर (विनय चौधरी): अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2017 में देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों को पीतल की श्रीकृष्ण-राधा के दर्शन हुए। इतना ही नहीं भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न प्रकार की सुंदर-सुंदर मूर्तियां भी पर्यटकों को देखने और खरीदने को मिली। इन मूर्तियों को विशेष रुप से तैयार करने का काम शिल्पकार दलीप चौरसिया ने किया।
शिल्पकार दलीप चौरसिया ने बातचीत करते हुए बताया कि इस महोत्सव में पर्यटकों के लिए 
उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष गीता महोत्सव में सभी पर्यटकों की मुख्य मांग भगवान श्रीकृष्ण की मूर्तियां और श्रीकृष्ण-अर्जुन रथ थी। इसलिए वे इस बार पर्यटकों के मन की इच्छा को पूरा करने के लिए विशेष तौर पर भगवान श्रीकृष्ण-राधा की मूर्तियां लेकर आए है। शिल्पकार का कहना है कि अलीगढ़ में पीतल से तैयार की जा रही मूर्तियां, बर्तन और खिलौने पूरे देश में पसंद किए जा रहे हैं। वे गीता महोत्सव में शुरू से ही अपना स्टाल लगा रहे हैं। उनके परिवार के सदस्य अनिल चौरसिया, मंगल चौरसिया भी पीतल की शिल्पकला के माहिर हैं। अभी हाल ही में कलाग्राम मेला, प्रगति मैदान दिल्ली के मेले में भी पीतल की शिल्पकला को लोगों ने बेहद पसंद किया। 
उन्होंने बताया कि भगवान श्रीकृष्ण की मूर्ति को तैयार करने में 10 दिन और शंख को तैयार करने में 8 दिन का समय लग जाता है। इस उत्सव में स्टाल पर 200 रुपए से लेकर 95 हजार रुपए तक की मूर्तियां व खिलौने रखे गए हैं।  इसके अतिरिक्त पीतल के ताले, जो पूरे देश में मशहूर हैं, भी तैयार करके लाए हैं। इस पीतल के ताले की कीमत 450 रुपए रखी गई है और एक बार लॉक करने से डबल लॉक हो जाता है। उन्होंने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड द्वारा उपलब्ध करवाई गई सुविधाओं के लिए आभार व्यक्त किया है।

 कागज के रंग-बिरंगे फूलों से महक उठा हैं महोत्सव का आंगन
कुरुक्षेत्र, 21 नवम्बर (विनय चौधरी): ब्रहमसरोवर के पावन तट पर कागज से बने रंग-बिरंगे गुलाब और अन्य किस्मों के फुल अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की बगियों को महकाने का काम कर रहे है। इस महोत्सव में वेस्ट बंगाल के शिल्पकार सोयलन मोदी विभिन्न प्रकार के कागज व सोला वुड के फुलों को बनाकर पर्यटकों के लिए लेकर आए है। इन फुलों को बनाकर शिल्पकार सोयलन मोदी कई आवार्ड हासिल कर चुके है। अहम पहलु यह है कि कागजों को फल का रुप देने का काम कई सालों से कर रहे है।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2017 पर वेस्ट बंगाल से आए शिल्पकार सोयलन मोदी देशी और विदेशी पर्यटकों के लिए बेहतरीन रंग-बिरंगे सुंदर फुलों को तैयार करके लाएं है। इन फुलों की कीमत भी आम पर्यटकों की पहुंच तक होगी और पिछले 10 सालों से पर्यटकों के लिए फुल बनाकर ला रहे हैं। शिल्पकार सोयलन मोदी ने विशेष बातचीत करते हुए बताया कि सरकार कागज से बने फुलों की शिल्पकला को बढ़ावा देने के लिए अनेक प्रकार की सुविधाएं उपलब्ध करवाई है। शिल्पकारों को मंच मुहैया करवाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव, सुरजकुंड सहित कई अन्य प्रकार के मेलों का आयोजन लगातार किया जा रहा है। इस महोत्सव में गुलाब, सुरजमुखी, कमल, तुलिफ, कलियोंं सहित विभिन्न प्रकार के फुलों की वैरायटी बनाकर लाए हैं।
उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव में इस वर्ष पर्यटकों के लिए सोला वुड के बने हुए विशेष फुल लेकर आए हैं जिनकी कीमत सिर्फ 10 रुपए से लेकर 40 रुपए तक तय की गई हैं। फुलों की शिल्पकला उनका पुश्तैनी कार्य है और सालों से इस शिल्पकला से जुड़े है। उनके दादा और पिता ने भी शिल्पकला को आगे बढ़ाने का काम किया। इस शिल्प कला से कई आवार्ड और इनाम हासिल किए हैं। इस प्रकार के प्रौत्साहनों से कलाकारों के हौंसले बुलंद होते है।


हरियाणा के विकास की तस्वीर नजर आएगी 29 विभागों की प्रदर्शनी में 
कुरुक्षेत्र, 21 नवम्बर (विनय चौधरी): हरियाणा के विकास की तस्वीर सूचना, जन सम्पर्क एवं भाषा विभाग द्वारा लगाई जा रही 29 विभागों की प्रदर्शनी में नजर आऐगी। इस अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2017 में राज्य के 29 विभागों द्वारा 25 नवम्बर से 30 नवम्बर तक राज्य स्तरीय प्रदर्शनी का आयोजन ब्रहमसरोवर के तट पर किया जाएगा। 

उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने बताया कि इस राज्यस्तरीय प्रदर्शनी में 29 विभागों की उपलब्धियों, स्कीमों की जानकारी से सम्बन्धित प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इस राज्यस्तरीय प्रदर्शनी में महानिदेशक अभिलेखागार विभाग, महानिदेशक पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग, महानिदेशक कृषि विभाग, प्रमुख अभियंता सिंचाई विभाग, महानिदेशक पशुपालन एवं डेयरी विभाग, निदेशक मत्स्य पालन विभाग, महानिदेशक खाद्य एवं आपूर्ति विभाग, प्रधान मुख्य वन सरंक्षक वन विभााग, महानिदेशक स्वास्थ्य सेवाएं विभाग, महानिदेशक उद्यान विभाग, निदेशक उद्योग एवं वाणिज्य विभाग, महानिदेशक औद्योगिक प्रशिक्षण एवं व्यवसायिक शिक्षा विभाग, महानिदेशक खेल एवं युवा कल्याण विभाग, महानिदेशक तकनीकी शिक्षा विभाग, महानिदेशक राज्य परिवहन विभाग, निदेशक महिला एवं बाल विभाग, मुख्य प्रशासक कृषि विपणन बोर्ड, प्रबंधक निदेशक कृषि उद्योग निगम, प्रबंधक निदेशक सहकारी चीनी मिल प्रसंघ, प्रबंधक निदेशक हैफेड, प्रबंधक निदेशक विद्युत प्रसारण निगम, प्रबंधक निदेशक इलेक्ट्रोनिक्स विकास निगम (हारट्रोन), प्रबंधक निदेशक औद्योगिक एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास निगम, मुख्य कार्यकारी खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड, सचिव राज्य सैनिक बोर्ड, प्रबंधक निदेशक बीज विकास निगम, चेयरमैन प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, निदेशक अक्षय उर्जा विभाग आदि अपने-अपने कार्यालय से सम्बन्धित योजनाओं व उपलब्धियों को प्रदर्शित करेंगे।

गीता महोत्सव पर फिर आया गर्ग का प्रैसनोट बम्ब: पढ़िये किन मुद्दों पर गर्ग ने फिर उठाई आवाज...

वाइरल आडियो पर की जांच की मांग, कहा मोदी ने दिया था आवाज उठाने का अधिकार....

कुरुक्षेत्र, 21 नवंबर: कुरुक्षेत्र मे आयोजित हो रहे अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को लेकर खामियाँ उजागर करने की पहल करने वाले हरियाणा कांग्रेस पार्टी के महामंत्री पवन गर्ग ने अब केडीबी में ठेकों को लेकर वारियाल हो रही एक आडियो में आवाज के साथ ही उसमें उठे संदेश की जांच की भी मांग उठाई है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले एक आडियो वाइरल हुई थी जिसमें केडीबी के ठेकों को लेकर स्थानीय विधायक परिवार के बारे में कोई बातचीत हो रही थी। पुलिस ने इस मामले में छन-बीन शुरू कर दी थी।
इसी मामले में गर्ग ने मंगलवार को जारी एक प्रैसनोट में कहा कि सोशल मीडिया में छाई ऑडियो क्लीप की पूरी जांच होनी चाहिए। इसमें आवाज ही नहीं बल्कि जारी सन्देश को भी जांच प्रक्रिया से गुजारना चाहिए।

पढ़िये किन मुद्दों पर गर्ग ने फिर उठाई आवाज...  

- जारी प्रेस नोट में पवन गर्ग ने कहा कि ऑडियो के जरिए अपनी आवाज उठाने का अधिकार माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने दिया था। इसलिए जिस किसी ने गीता जयंती कार्यक्रम के लिए उठाई है उसे किसी भी प्रकार से दबाया नहीं जाना चाहिए। बल्कि जारी सन्देश की सच्चाई सबके सामने होनी चाहिए।
- इस प्रक्रिया की जांच कर रहे प्रशासनिक अधिकारी को स्वछंद रूप से जांच में पूर्ण सहयोग कर कमियां को सबके सामने लाना चाहिए ना कि उसे दबाना चाहिए।
- जिस कार्यक्रम के महामहिम राष्ट्रपति मुख्य अतिथि हो और जिसकी अध्यक्षता महामहिम राज्यपाल कर रहे हो, में सरकारी खजाने का दुरूप्रयोग बिल्कुल नहीं होना चाहिए जबकि इस प्रकार के कार्यक्रमों में तो स्वतः ही निष्पक्षता होनी चाहिए। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी की कोई आशंका नहीं होनी चाहिए। और अगर गड़बड़ी हुई है तो वह प्रश्नचिह्न लगाती है।
- प्रशासनिक अधिकारी ने व्यक्तिगत तौर पर या फिर अधिकारी तौर पर गीता जयंती के जारी टेंडर को बिना किसी जांच के ठीक बताया है जबकि टेंडरो में किसी भी प्रकार की जांच नहीं हुई है। अगर हुई तो जांच अधिकारी को बताना चाहिए।
- अधिकारी जनता व युवाओं को ऐसा हथियार न दे कि वे एक संघर्ष के राह की ओर अग्रसर हो जाएं और हम नहीं चाहते कि अंतरर्राष्ट्रीय गीता जंयती में आएं अतिथियों को काले झंडे दिखाकर सन्देश दिया जाएं।
- गीता एक ऐसा ग्रन्थ है जिसने हजारों वर्षो से करोड़ो लोगो का मार्गदर्शन किया है। यह आस्था का सवाल है इसे किसी भी प्रकार का खिलवाड़ ठीक नहीं है। इसे राजनीति व बिजनेस से दूर रखा जाना चाहिए।
- प्रशासनिक अधिकारी द्वारा केवल टेंडर के विषय पर ही अपनी बात रखी है लेकिन गीता ग्रन्थ पुस्तक की खरीद पर कुछ भी नहीं बताया गया है।
- प्रशासनिक अधिकारियो से अनुरोध है कि किसी संत या व्यक्ति विशेष को बचाने की बजाएं इस सारी प्रक्रिया की गहराई से जांच करे।
- यहीं नहीं पुस्तक के साथ-साथ पिछले दो सालों में 9 एकड़ जमीन आवंटन मामले पर भी जांच हो।
- इस सरकार में ऐसा लग रहा है कि कुरुक्षेत्र में पिछले 60 वर्षों में किसी भी प्रकार का कोई भी विकास कार्य नहीं हुआ है। कुरुक्षेत्र के इतिहास को बदला नहीं जाना चाहिए।
- जिन नेताओं ने कुरुक्षेत्र के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया उन नेताओं व समाजसेवियों को हम नतमस्तक करते है सभी को मान-सम्मान मिलना चाहिए।
- गीता की कर्मस्थली कुरुक्षेत्र/ज्योतिसर है जिसमें भगवान श्री कृष्ण ने आपसी भाईचारे व धर्म पर चलने का सन्देश दिया था और अधर्म के विरूद्ध आवाज उठाई थी। फिर भी इस प्रकार की बातों का उठना दुर्भाग्यपूर्ण है।
 - हमारी किसी के प्रति किसी भी प्रकार की कोई दुर्भावना नहीं है। प्रयास है कि गीता ग्रन्थ में जिनकी आस्था है उनको आघात न हो।

अन्तराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर उठने लगे सवाल, लूट की छूट के भी आरोप......

पवन गर्ग ने लिखा राष्ट्रपति को पत्र, उपायुक्त ने दी सफाई........


कुरुक्षेत्र, 21 नवंबर (पवन सोंटी): कुरूक्षेत्र में आयोजित हो रहे अन्तराष्ट्रीय गीता महोत्सव में अनियमितताओं को लेकर अब सवाल उठने लगे हैं। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता पवन गर्ग ने इस महोत्सव में ठेकेदारी को लेकर हुई अनियमितताओं से अवगत करवाते हुए राष्ट्रपति को भी एक पत्र लिखा है। हालांकि कुरुक्षेत्र की जिला उपायुक्त ने सफाई भी दी है।
पवन गर्ग बड़े ही सुलझे हुए व्यक्ति हैं, उनके आरोपों को सरकार को हल्के में नहीं लेना चाहिए, बल्कि देश व प्रदेश हित में इनपर कार्यवाही करनी चाहिए। गर्ग अकेले व्यक्ति नहीं हैं, बल्कि दबी जुबान में कई प्रबुद्ध लोग इस बार के समारोह को लेकर चर्चा कर रहे हैं, वहीं स्टाल लगाने वालों ने भी कई बार अपना रोष प्रकट किया है।

अगर पवन गर्ग के आरोपों पर जाएं तों उनके आरोपों का मज़बून कुछ इस तरह से है:

गीता जयन्ती के अवसर पर भाजपा सरकार गीता के नाम पर राजनिति कर रही है। गीता अपने आप में महत्वपूर्ण ग्रंथ है।  इस ग्रंथ में आम जनता की पूर्ण आस्था है। धार्मिक ग्रंथ गीता को किन्ही धार्मिक गुरूओं एवं राजनैतिक नेताओं द्वारा मान-सम्मान दिलवाने की कोई आवश्यकता नहीं, इसलिए इसके साथ किसी तरह का खिलवाड़ न करें।
पवन गर्ग के अनुसार कुरूक्षेत्र में अन्तराष्ट्रीय गीता जयन्ती समारोह का आयोजन हरियाणा सरकार, कुरूक्षेंत्र विकास बोर्ड द्वारा करवाया जा रहा है, जिसमे भारी अनियमतताऐं देखी गई है। जो महामहिम जी के ध्यानार्थ निम्नलिखित है।

ज्ञानानंद को लेकर क्या हैं सवाल?

1.         पूजनीय स्वामी ज्ञानानंद जी ने केडीबी की भुमि को अलाट कराने के लिए सबसे पहले अपने सगे भान्जे और अन्य चहेतों को केडीबी का सदस्य बनवाया ताकि केडीबी से जमीन अलाट कराने में कोई अड़चन पैदा न हो। पूजनीय स्वामी ज्ञानानंद जी को कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से पहले छः एकड़ और इसके बाद तीन एकड भूमि नियमों को ताक पर रखकर दी गई है जबकि अक्षर धाम मंदिर द्वारा मांगी गई कुल जमीन उनको नहीं दिए जाने के कारण अब तक उस मंदिर का निर्माण नहीं हो पाया। इसकी निष्पक्ष जांच कराई जाए।
2.         कुरूक्षेत्र में गीता जयंती में पूजनीय स्वामी ज्ञानानंद जी का पिछले तीस वर्षों  से कोई योगदान नहीं रहा। अतः माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा दिए गए नारे सबका साथ सबका विकास को मानते हुए कुरूक्षेंत्र के विकास व गीता महोत्सव को सफल बनाने हेतु एक ही संत को प्रमुखता न देकर सभी संतो व धर्मगुरूओ एंव मठाधीषों को शामिल किया जाना चाहिए। गीता जयंती पर पूजनीय स्वामी ज्ञानानंद जी की गीता प्रेरणा पुस्तक की लगभग हजारों प्रतियां 600 रू0 प्र पुस्तक के हिसाब से खरीदी गई है। जबकि बाजार में 50 से 100 रू0  में गीता प्रैस गोरखपुर की विश्व विख्यात गीता उपलब्ध है।

टैंडर देने में भी घोटाले के आरोप:

3.         टैंडर प्रक्रिया और टैंडर कमेटियों द्वारा किए गए घोटाले की जांच कराई जाए।
4.         गीता जयंती मेले में सभी खाने पीने और जल पान की स्टालों का ठेका कुरूक्षेत्र विकास बोर्ड के सम्मानित पदाधिकारी के पुत्र को दिए जाने की निष्पक्ष जांच कराई जाए।
5.         अन्तराष्ट्रीय गीता महोत्सव पर सरकार द्वारा पहली बार सबसे अधिक बजट दिए जाने के बावजूद अब तक सभी तैयारियां पूरी नहीं हो पाई है। सडको के निर्माण व पत्थर लगाने का कार्य अभी तक जारी है। इसकी निष्पक्ष जांच कराई जाए।
राष्ट्रपति से की ना आने की अपील:
पवन गर्ग ने अपने पत्र में लिखा है, “गीता महोत्त्सव के कार्यक्रम में अनियमितताऐं होने के कारण महामहिम जी से निवेदन है कि वो इस कार्यक्रम में सम्मिलत न हों।"

उपायुक्त ने कुछ यूं दी सफाई:

कुरुक्षेत्र की उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने प्रैस नोट जारी करके कहा है कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2017 के आयोजन को सफल बनाने के लिए सभी कार्यों के लिए पारदर्शिता और निर्धारित नियमों के अनुसार ही टैंडर प्रक्रिया पूरी की गई। जिस पार्टी ने आन लाईन टैंडर भरने के बाद सबसे कम रेट दिया उस पार्टी को ही ठेका दिया गया है। 
उन्होंने आज यहां केडीबी कार्यालय में बातचीत करते हुए तमाम चर्चाओं का खंडन करते हुए कहा कि अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2017 में कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से जितने भी कार्यो के लिए टैंडर दिए गए है। उसके लिए पूरी प्रक्रिया को माप दंडों के अनुसार अपनाया गया है।
सबसे पहले देश भर की पार्टियों से आन लाईन टैंडर आंमत्रित किए गए है। इसके लिए बकायदा कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की तरफ से अलग-अलग कमेटियों का कार्य अनुसार गठन किया गया। प्रत्येक कमेटी में कुछ अधिकारियों के साथ-साथ कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के गैर-सरकारी सदस्यों को भी कमेटी के मैम्बर के रूप में शामिल किया गया। 
कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की मुख्य कार्यकारी अधिकारी पूजा चांवरिया ने कहा कि कमेटी के सदस्यों और टैंडर भरने वाली सभी पार्टियों के लोगों के समक्ष टैंडर की सील खोली गई और बकायदा वीडियोग्राफी भी करवाई गई। टैंडर खुलने के बाद जिस पार्टी का रेट सबसे कम था, उस पार्टी को कार्य आबंटित किया गया। इतना ही नहीं इन सभी टैंडरों की प्रक्रिया की अंतिम अनुमति कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के उच्च अधिकारियों से भी पारित करवाई गई। उन्होंने कहा कि सभी टैंडर प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ सम्पन्न करवाई गई है। इसकी जानकारी कोई भी व्यक्ति आरटीआई के तहत भी हासिल कर सकता है।  





गीता जयंती: पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर के लोक कलाकारों ने किया पर्यटकों का मनोरंजन, विभिन्न राज्यों की संस्कृति बनी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र

ब्रहमसरोवर के तटों पर बिखरी भारतीय संस्कृति की महक


कुरुक्षेत्र 20 नवम्बर (विनय चौधरी) ब्रहमसरोवर के पावन तटों पर भारतीय संस्कृति की महक को दूर-दूर तक महसुस किया जा रहा है। इस संस्कृति की महक का एहसास करने के बाद एकाएक शहर और प्रदेश के लोग अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की ओर खिंचे चले आ रहे है। इस महोत्सव में जहां शिल्पकार अपनी शिल्पकला से पर्यटकों को मोहित कर रहे है, वहीं विभिन्न प्रदेशों के लोक कलाकार पर्यटकों का खुब मनोरंजन कर रहे है।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव शिल्प और सरस मेले के दूसरे दिन सुबह और शाम के समय दूर-दराज से आने वाले पर्यटकों का पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर के लोक कलाकार मनोरंजन करने का काम कर रहे है। उत्तरी तट पर जहां राजस्थानी लोक कलाकार कच्ची घोड़ी नृत्य की प्रस्तुती देकर पर्यटकों को नृत्य करने के लिए उत्साहित कर रहे थे, उत्तर पश्चिमी तट पर बीन-बांसुली की धुन पर लोक कलाकार भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे। इस पावन तट के चारों तरफ किसी न किसी प्रदेश के कलाकर, बाजीगर, बहरुपिए भी पर्यटकों को लुभा रहे थे। 
सोमवार को इस शिल्प मेले की रौनक को बढाने का काम विभिन्न स्कूलों से आए हजारों विद्यार्थियों ने किया। उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने महोत्सव के शिल्प और सरस मेले का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को जांचा तथा  25 नवम्बर के कार्यक्रमों की तैयारियों का जायजा भी लिया। उन्होंने कहा कि शिल्प और सरस मेला पर्यटकों को लुभा रहा है और सेल्फी प्वाईंट भी पर्यटकों अपनी तरफ आकर्षित कर रहे है।

विभिन्न राज्यों की संस्कृति बनी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के पावन पर्व पर ब्रहमसरोवर का तट विभिन्न राज्यों की संस्कृति को अपने आगोश में समेट रहा है। इस तट पर विभिन्न राज्यों की संस्कृति पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। पहली बार इस तट पर भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृति को एक साथ देखने का मौका मिल रहा है। शिल्प मेले के दूसरे दिन चारों तरफ शिल्पकला की छोटी-छोटी दुकानों पर पर्यटक खरीददारी कर रहे है। यह दुकाने भारतीय शिल्पकला के सौंदर्य को भी चरितार्थ कर रही है।

जादूगर सम्राट शंकर का शो 25 नवम्बर को 

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2017 के दौरान मशहूर जादूगर सम्राट शंकर द्वारा अपनी जादू की विभिन्न कलाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। महोत्सव के दौरान 25 नवम्बर से 30 नवम्बर तक मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर के आडोटोरियम हाल में इन कार्यक्रमों का आयोजन होगा। प्रतिदिन दो कार्यक्रमों में दोपहर 1 बजे से 3 बजे व सायं 4 बजे से 6 बजे तक जादू के शो का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की सीईओ पूजा चांवरिया ने दी हैं। 

Monday, November 20, 2017

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के लिए 16 अधिकारियों को नियुक्त किया डयूटी मैजिस्ट्रेट


कुरुक्षेत्र 19 नवम्बर (विनय चौधरी) जिलाधीश एवं उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2017 में कानून व्यवस्था बनाएं रखने के लिए 16 अधिकारियों को डयूटी मैजिस्ट्रेट नियुक्त किया है। उन्होंने जारी आदेशों में पुरूषोत्तमपुरा बाग के लिए डीएफओ सोहन लाल, द्रोपदी कुंड ब्रह्मसरोवर पर एक्सईएन भूपेन्द्र सिंह, ब्रह्मसरोवर की अलग-अलग  परिक्रमा के लिए डीएफओ विरेन्द्र गिल, डीएचओ जेएस बिसला,मार्किट कमेटी लाडवा के सचिव जसबीर सिंह, मार्किट कमेटी बाबैन के सचिव हुकम चंद, शाहबाद नगरपालिका के सचिव मदन कुमार चौहान,पिहोवा मार्किट कमेटी सचिव चंद्र सिंह, त्रिुपति मंदिर के पास मुख्य मंच के पंडाल के लिए एक्सईएन केएस श्योराण, केडीबी मीडिया सैंटर के लिए एक्सईएन काडा नीरज शर्मा,एक्सईएन जितेन्द्र गोस्वामी को व्यवसायिक लीजड आउट जगह, थीम पार्क मंच व वीआईपी गेट के लिए पंचायती राज ईस्माईलाबाद की एसडीओ अमन कौर,थीम पार्क यात्रिका साईट पर एसडीओ एसके भारद्वाज, यात्रिका काम्पलैक्स के लिए एसडीओ सतपाल शर्मा, सर्किट हाऊस के लिए डीएफएससी विरेन्द्र व एनआईटी के लिए शाहबाद मार्किट कमेटी के सचिव अवसर सिंह को डयूटी मैजिस्ट्रेट नियुुक्त किया है।