Saturday, March 10, 2018

बिखरे कार्यकर्ताओं को सहारा देने का काम कर रही है तंवर की साइकिल यात्रा


हरियाणा बचाओ-परिवर्तन लाओ साइकिल यात्रा से कार्यकर्ताओं में जोश भरने में सफल हो रहे हैं प्रदेशध्यक्ष
कुरुक्षेत्र, 10 मार्च (पवन सोंटी)
हरियाणा में लंबे समय से बिखराव को झेल रही कांग्रेस को अब प्रदेशाध्यक्ष डाक्टर अशोक तंवर अपनी साइकिल यात्रा के मध्यम से काफी सहारा दे रहे हैं। हालांकि सत्ता से बाहर होने से पहले ही कांग्रेस में आया ये बिखराव तब से शुरू हो गया था जब तत्कालीन मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा के विश्वास पात्र फूल चंद मुलाना को हटाकर तंवर को हरियाणा कांग्रेस का प्रदेशाध्यक्ष बनाया गया था। उसके बाद से हुड्डा गुट द्वारा निरंतर अप्रत्यक्ष रूप से तंवर का विरोध शुरू हो गया था। दिल्ली में तो नौबाट मारपीट तक आई थी। यही कारण रहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस वांछित प्रदर्शन नहीं कर पाई थी।

ज्यों ज्यों चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं त्यों त्यों प्रदेश की राजनीति में उफान आता जा रहा है। कांग्रेस का हरियाणा में मजबूत जनाधार होने के कारण इसके पास कार्यकर्ता तो बहुत हैं, लेकिन असंगठित होने के कारण उनमें जोश का अभाव था। अब तंवर हरियाणा बचाओ-परिवर्तन लाओ साइकिल यात्रा से उन कार्यकर्ताओं में जोश भरने में सफल हो रहे हैं। काफी हद तक नेताओं और कार्यकर्ताओं ने तंवर को अपना नेता स्वीकार करना शुरू कर दिया है।
अगर अशोक तंवर इसी तरह विरोध व विरोधियों को नजर अंदाज करते हुए आगे बढ़ते रहे तो कांग्रेस के कारकर्ताओं को पूरी तरह संगठित करने में सफल हो सकते हैं। यात्रा के पहले चरण के अंतिम पड़ाव से 2 दिन पहले लाडवा में जिस तरह पार्टी की विचार धारा से जुड़े पुराने नेता और कार्यकर्ता तंवर के साथ नजर आए उसे देखकर लगता है कि 2019 के चुनाव तक हरियाणा कांग्रेस काफी मजबूत हो सकती है।
कुरुक्षेत्र से जुड़े मुद्दों के साथ गिनवाई कांग्रेस की उपलबधियाँ
कुरुक्षेत्र में अपनी यात्रा के दौरान तंवर ने कहा कि कौरवों और पांडवों के बीच धर्म-अधर्म की लड़ाई हुई थी। कुरुक्षेत्र में यूनिवर्सिटी बनाने की बात हो या रिजनल इंजीनियरिंग कॉलेज जिसे बाद में एनआईटी का दर्जा मिला, कुरुक्षेत्र के विकास के लिए ये कांग्रेस का धर्म था। आज की बात करें तो गीता जयंती के नाम पर चहेतों के बीच भ्रष्टाचार की रेवड़ी बटना, ब्रह्मसरोवर में ताजा पानी लाने की योजना में गोलमाल, कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी के बजट में कटौती करना, गौ माता का अपमान जैसे अधर्म के काम हरियाणा में खट्टर की भाजपा सरकार ने किए।
तंवर ने कहा धर्म और ज्ञान के नगर कुरुक्षेत्र में दोनों पर ही संकट आया है। बजट में कटौती से कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी में टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ सडक़ पर है, छात्र संघ चुनाव को लेकर छात्रों को गुमराह किया जा रहा है। गीता जयंती के नाम पर 32 करोड़ की बंदरबांट आपने देखी, ब्रह्मसरोवर में ताजा पानी लाने की योजना घपले की भेंट चढ़ी।
बजट पर भी दी बेबाक राय
विधानसभा में खट्टर सरकार द्वारा पेश बजट पर बोलते हुए तंवर ने कहा की हरियाणा को पीछे धकेलने के लिए बजट में जिस तरह भ्रामक तथ्य प्रस्तुत किए गए उसे देख कर लगता है कि भाजपा ने अपने पिछले सभी बजट की तरह जनता की आंखों में धूल झोंकने का फिर से प्रयास किया है। बजट में पेट्रोल-डीजल-रसोई गैस पर करो में किसी प्रकार की कटौती ना करना, शिक्षा-स्वास्थ्य-रोजगार पर ठोस नीति का अभाव, चुनाव करीब आठ देख केंद्र की यूपीए सरकार के समय मंजूर यमुनानगर-चंडीगढ़ वाया नारायणगढ़-साढौरा जैसी रेल, विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्ग सडक़ परियोनाओं तथा हरियाणा में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में मंजूर इंजीनियरिंग परियोजनाओं का नाम लेकर वित्त मंत्री ने हरियाणा की जनता को बहकाने का काम किया है।
प्रदेश स्तर के मुद्दे भी उठा रहे हैं तंवर

यात्रा के दौरान तंवर अपने पड़ाव के दौरान स्थानीय मुद्दों के साथ प्रदेश स्तरीय मुद्दे भी खूब उठा रहे हैं। उन्होने मोदी-शाह-खट्टर के संरक्षण से यमुनानगर से पलवल तक चल रहे अवैध खनन, सरस्वती नदी के नाम पर 260 करोड़ का गोलमाल, पॉपलर की गिरती कीमत, सरकारी स्कूल-कॉलेजों में शिक्षा के गिरते स्तर, गन्ना किसानों की समस्या, बिगड़ती कानून व्यवस्था, समाज को जाति-धर्म के नाम पर बांटने, सडक़ों की बदहाली, बिजली की किल्लत, बढ़ती बेरोजगारी, गौमाता का अपमान, आंगनवाड़ी वर्कर्स के आंदोलन, महिलाओं के विरुद्ध बढ़ते अत्याचार आदि मसलों पर भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया। कांग्रेस गरीब-किसान-मजदूर के हक की आवाज को उठाती है जबकि भाजपा पूंजीपतियों के इशारे पर इन्हें दबाना चाहती है लेकिन कांग्रेस जनता के संघर्ष में कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है।
ये रहे साथ: 
कुरुक्षेत्र जिला में उनकी यात्रा के दौरान उनके साथ पूर्व मंत्री बिजेंद्र कादयान बिल्लू, पूर्व विधायक राजरानी पूनम, भूपेंद्र राणा, दीप सैनी, विशाल सिंगला, जगबीर मढान, संतोष पंचाल कुरूक्षेत्र, राकेश सैनी सुंदरपुर, ईश्वर बाल्मीकि फतहपुर, अजय शर्मा पिपली, राजीव धराडसी,अशोक शर्मा पूर्व ब्लॉक समिति मेंबर ,श्रीकांत बंसल, मनोज बगथला, सतवीर घराडसी, जोरा सिंह, सूरज दवखेड़ी, रणधीर सिंह, ओमप्रकाश मेहरा, अंजलि डी के बंसल,  संदीप बूरा, प्रमोद सहवाग, जगजीत हुड्डा ,सुनील पवार, कंवर दीप सैनी ,लक्ष्मीकांत शर्मा, सुरेंद्र फौजी, पृथ्वी तुर्क ,सुरजीत पलवल , रणबीर पलवल, गोविंद राम ,सुभाष पाली, शमशेर कश्यप, बिमला सरोहा, रेखा कश्यप, रीना बाल्मीकि, नरेंद्र जबल, प्रभात शादीपुर,श्यामा नंबरदार,  हरि सिंह मखाना, सुरजीत,  शेरी मान,  बादल सिंह ,जगदीश सिंहराजकुमार पंचाल ,विनोद सेखड़ी, रायसाहब शर्मा, लक्ष्मीकांत शर्मा ,विवेक भारद्वाज डब्बू ,श्याम चोपड़ा ,उजागर सिंह, जरनैल डूबा, सुरेंद्र चिब्बा, पवन गर्ग, प्रदेश प्रवक्ता कुलदीप सोनी, कोषाध्यक्ष तरूण भंडारी, रोहित दलाल जुलाना, कुलदीप गदराना डबवाली, लादूराम पूनिया, हीरा लाल यादव बावल, कैलाश चन्द्र झज्जर, सतीश बंधं, पवन खरखौदा, सुरजीत भावदीन, अमित सोनी सिरसा, कपिल सरावगी, महासचिव भूपेन्द्र सिंह राणा, हरिओम कौशिक व श्रीमती मनवीर कौर गिल, वीरेन्द्र चौहान, महाबीर खुर्दी, दलबीर बाल्मीकि, साहब खान पटवारी, इब्राहिम इंजिनीयर व अमन अहमदर मेवात, मस्तराम बागड़ू जीन्द, सुखवीन्द्र सिंह जैलदार अम्बाला, जेडी सिंह, जगजीत मोहड़ा, देवेंद्र सिंह बबली टोहाना, प्रमोद सहवाग जींद, विकास चौधरी फरीदाबाद, पंकज पूनिया करनाल, सतपाल कौशिक यमुनानगर, रवि चौधरी, कपूर सिंह अम्बाला, भूपेन्द्र गंगवा, वंदना पोपली, जसबीर गुज्जर, सुंदर सिंह, देवीराम कसान, मास्टर योगेन्द्र पुण्डरी, दयाल सिंह पिंजोरी, सत्यवीर डागर, अजीत फौगाट चरखी दादरी, आई टी सेल के प्रदेश अध्यक्ष पंकज खरबंदा, लीगल सैल के चेयरमैन नवीन शर्मा व सीनियर वाइस-चेयरमैन नरेंद्र कौशिक, एनएसयूआई के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष संदीप बूरा, नवीन केडिया सिरसा, राकेश सौंधी, हिम्मत यादव अटेली, कुलताज सिंह बेरी, प्रिंस मल्होत्रा, आनंद हुड्डा, नवदीप गोदारा हिसार, रेखा बाल्मीकि, धर्मदेव आर्य, खलील अहमद, मेघराज, इन्द्र दलाल सहित कांग्रेस सेवा दल, एनएसयूआई, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस आदि कांग्रेस के अग्रणी संगठनों के पधाधिकारी, बीते विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के अनेक प्रत्याशी, पूर्व विधायक, पूर्व सांसद, हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पदाधिकारी साइकिल पर सवार होकर साथ चले।