Tuesday, September 13, 2011

कॉनैक्टिंग इंडिया के माध्यम से देश को जोड़ रहा है बीएसएनएल: तलवार



11वीं अखिल भारतीय बीएसएनएल सांस्कृतिक प्रतियोगिता आरम्भ
देश भर के 20 सर्कलों से बीएसएनएल के 300 प्रतिभागी कर रहे हैं भागीदारी
कुरुक्षेत्र/13 सितंबर/ पवन सोंटी
धर्मनगरी कुरूक्षेत्र में बीएसएनएल हरियाणा खेलकूद एवं सांस्कृतिक बोर्ड द्वारा 13 से 16 सितम्बर तक 11वीं अखिल भारतीय बीएसएनएल सांस्कृतिक प्रतियोगिता का शुभारम्भ मंगलवार को नई दिल्ली से आए बीएसएनएल के कार्यकारी निदेशक एसएम तलवार ने दीप जला कर किया। इस अवसर पर ध्वजा रोहण भी किया गया। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय स्थित श्रीमद्भगवद गीता सदन में आयोजित यह प्रतियोगिता हरियाणा में पहली बार हो रही है।
            प्रतियोगिता के उद्घाटन अवसर पर मुख्य अतिथि एसएम तलवार ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में अलग-अलग भाषाऐं चाहे अनेकता का आभाष करवाती हों, लेकिन हमारी सांस्कृतिक एकता अनेकता में एकता का संदेश भी देती है। उन्होंने कहा कि सांस्कृतिक कार्यक्रम एक दूसरे को आपस में निकट लाते हैं। ऐसे कार्यक्रमों की बदौलत एक दूसरे को जानने का मौका मिलता है व सम्बंध बनते हैं। बीएसएनएल अपने जिंगल कॉनैक्टिंग इंडिया के माध्यम से भी यही संदेश देता है। आपसी मेल से ही देश की एकता मजबूत होती है जिसमें बीएसएनएल का महत्व पूर्ण योगदान है। उन्होंने प्रतियोगिता के आयोजन के लिये हरियाणा सर्कल को बधाई दी। तलवार ने बताया कि इस प्रतियोगिता मे देश भर के 20 सर्कलों से बीएसएनएल के 300 प्रतियोगी भागीदारी कर रहे हैं।
            इस अवसर पर हरियाणा दूरसंचार के मुख्य महाप्रबंधक प्रदीप नागपाल समारोह की अध्यक्षता करते हुए अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा कि उनके लिये यह गर्व की बात है कि उनके सर्कल को इस प्रतियोगिता के आयोजन का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि बीएसएनएल देश के दूर दराज के क्षेत्रों को जोडऩे में अहम भूमिका निभा रहा है। प्रयवेक्षक एके सहगल ने अपने संबोधन में कहा कि बीएसएनएल अपने कर्मचारियों के लिये सांस्कृतिक व खेलकूद के आयोजनों में कोई कटौती नहीं करता बल्कि इस तरह का पूरा ख्याल रखा जाता है। समारोह के शुभारम्भ से पूर्व करनाल जीएमटीडी एके मित्तल ने मुख्य अतिथि व देश के कोन कोने से आए अन्य अतिथियों का स्वागत किया। उन्होनें इस आयोजन में महत्वपूर्ण सहयोग के लिये कुरुक्षेत्र विश्वविद्यायल प्रशासन का भी आभार जताया। समारोह में प्रतियोगिताओं के आयोजन से पूर्व स्कूली छात्राओं ने नृत्यमय सरस्वती वंदना प्रस्तुत की व मराठी नृत्य के साथ दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया।

भीड़ में सबसे जुदा लगता है..............
विभिन्न प्रदेशों के कलाकारों ने दिखाऐ हुनर
11वीं अखिल भारतीय बीएसएनएल सांस्कृतिक प्रतियोगिता के पहले दिन आयोजित सुगम संगीत गायन, लोक संगीत गायन(हिंदुस्तानी/कर्नाटक शैली) व शास्त्रीय संगीत गायन हिंदुस्तानी/कनार्टक शैली की प्रतियोगिताओं में देश के कोने कोने से आए कलाकारों ने अपने हुनर से श्रोताओं को लुभाया। भीड़ में सबसे जुदा लगता है......, चमन की बहारें थी आशियाना..न जाने कहां खो गया..., संईयां तू जो छू ले प्यार से...... आदि गजलों के बोल आडिटोरियम की फिजां को तरंगित करते रहे। सुगम संगीत गायन की हिंदुस्तानी शैली में आंध्र प्रदेश, छत्तीशगढ़, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्रा, मध्यप्रदेश, एमटीएनएल मुम्बई, एनटीआर नई दिल्ली, उडीसा, पंजाब, राजस्थान, तामिलनाडू, उत्तराखण्ड, उत्तर प्रदेश व पश्चिमी बंगाल सहित 18 टीमों ने भागीदारी की।
            शास्त्रीय संगीत गायन हिंदुस्तानी शैली में छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, एमटीएनएल मुम्बई, एनटीआर नई दिल्ली, उडीसा, राजस्थान, पश्चिमी उत्तर प्रदेश व पश्चिमी बंगाल सहित 12 टीमों ने भाग लिया। लोक संगीत हिंदुस्तानी शैली में छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्रा, मध्यप्रदेश, एमटीएनएल मुम्बई, एनटीआर नई दिल्ली, उडीसा, पंजाब, राजस्थान, तामिलनाडू, उत्तराखण्ड, पश्चिमी उत्तर प्रदेश व पश्चिमी बंगाल सहित 17 टीमों ने भागीदारी की।  
            शास्त्रीय संगीत गायन कर्नाटक शैली की प्रतियोगिता में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक,  केरल व तामिलनाडू की टीमों ने भाग लिया। लोक संगीत कर्नाटक शैली में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, केरल, महाराष्ट्र, एमटीएनएल मुम्बई, उडीसा व तामिलनाडू की टीमों ने भाग लिया।

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