Wednesday, May 3, 2017

'आप' के अंदर फिलहाल थमा बवाल, लेकिन पिक्चर अभी बाकी है- NBT

'आप' के अंदर फिलहाल थमा बवाल, लेकिन पिक्चर अभी बाकी है

नवभारतटाइम्स.कॉम, नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी ( आप) में पिछले तीन-चार दिनों से उठा बवंडर भले थमता हुआ दिख रहा है, लेकिन यह पूरी तरह से शांत नहीं हुआ है। पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी) की बैठक में मौजूद सूत्र ने बताया कि दो दिनों से बागी तेवर दिखा रहे कुमार विश्वास की मांगों के आगे जिस तरह से पार्टी ने घुटने टेके हैं उससे साफ हो गया है कि अरविंद केजरीवाल अब पार्टी में पहले की तरह 'अजेय' नहीं रह गए हैं। सूत्र का कहना था कि यह पार्टी के अंदर केजरीवाल के समानांतर एक और सत्ता केंद्र की शुरुआत है।


गौरतलब है कि दिल्ली में हाल में संपन्न नगर निगम चुनाव में आम आदमी पार्टी की हार के बाद से ही पार्टी में अंदरखाने नेतृत्व पर सवाल उठाए जाने लगे थे। गुटों में बंटी आप के नेता एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी करते नजर आए। इसी क्रम में पार्टी के ओखला से विधायक अमानतुल्लाह खान ने कुमार विश्वास के खिलाफ खुलकर बयानबाजी करते हुए उन पर बीजेपी के साथ मिलकर पार्टी को तोड़ने की कोशिश करने आरोप लगाया था। इसके बाद कुमार विश्वास अमानतुल्लाह को पार्टी से निकालने की मांग पर अड़ गए थे।

 Follow
 Dr Kumar Vishvas ✔ @DrKumarVishwas
"यदि अंधकार से लड़ने का संकल्प कोई कर लेता है
तो एक अकेला जुगनू भी सब अन्धकार हर लेता है"🇮🇳
लड़ेंगे! जीतेंगे!
आभार! भारत माता की जय!
2:33 PM - 3 May 2017
  1,010 1,010 Retweets   2,706 2,706 likes

जब इशारों-इशारों में पार्टी आलाकमान ने संकेत दे दिया कि अमानतुल्लाह पर पीएसी से निकालने से ज्यादा कड़ी कार्रवाई नहीं की जाएगी तो कुमार विश्वास ने मंगलवार शाम पांच बजे अपना ब्रह्मास्त्र चल दिया और सार्वजनिक रूप से कह दिया कि वह पार्टी छोड़ने के बारे में रात तक घोषणा कर सकते हैं।

इसके बाद देर रात तक कुमार विश्वास को मनाने का दौर चलता रहा। रात 11 बजे खुद सीएम अरविंद केजरीवाल और डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया गाजियाबाद के वसुंधरा में कुमार विश्वास के घर उन्हें मनाने पहुंचे। इस दौरान वहां काफी कार्यकर्ता थे और उन्होंने जमकर विश्वास के समर्थन में नारेबाजी की। सुबह पीएसी की मीटिंग शुरू होने से पहले भी कुमार विश्वास ने अपने तेवर बरकरार रखते हुए कहा कि वह अपने 'राष्ट्रवादी विडियो' वी द नेशन के लिए माफी नहीं मांगेगे भले ही संगठन, पार्टी, सरकार व व्यवस्था नाराज रहे। साफ ही उन्होंने यह भी साफ कर दिया था कि वह पार्टी में मजबूत आंतरिक लोकतंत्र और जिन सदस्यों के खिलाफ भ्रष्टाचार की शिकायत है उनके खिलाफ कार्रवाई के पक्षधर हैं।


जिस तरह से पीएसी की बैठक में कुमार विश्वास की ज्यादातर बातें मान ली गई हैं उससे उनका पलड़ा भारी दिख भी रहा है। अमानतुल्लाह को पार्टी से सस्पेंड कर दिया गया है और उन्हें मनीष सिसोदिया की जगह राजस्थान का प्रभारी बना दिया गया। सूत्र का कहना है कि अरविंद और उनके करीबियों के नेतृत्व में लगातार हार झेल रही आप मौजूदा स्थिति में विश्वास के सवालों की अनदेखी करने की स्थिति में नहीं है। सूत्र ने बताया कि पार्टी नेतृत्व को इसलिए भी झुकना पड़ा क्योंकि ज्यादातर विधायक और मंत्री भी विश्वास के सवालों के साथ खड़े दिख रहे हैं। अमानतुल्लाह के अलावा केवल मनीष सिसोदिया ही एक ऐसे नेता हैं, जिन्होंने विश्वास के खिलाफ खुलकर कुछ बोला है।

पार्टी के सूत्र का कहना है कि जिस तरह से सारे फैसले तीन-चार लोगों का गुट ले रहा है, उसको लेकर भारी असंतोष है और उसे कुमार विश्वास ने आवाज दी है। उनका यह भी कहना है कि पार्टी का झगड़ा खत्म नहीं है बल्कि आने वाले दिनों में आप के भीतर एक और सत्ता केंद्र देखने को मिल सकता है। या फिर यह भी हो सकता है कि आप में एक टूट दिखे।

No comments:

Post a Comment