बढ़ते जमीनी ठेकों ने घटाई किसानों
की आमदन
गत 8 वर्षों में दोगुने को भी
पार कर चुकी है ठेका राशि
शहरीकरण व औद्यौगीकरण के कारण गड़बड़ाने
लगा है कृषक व जमीन का संतुलन
कुरुक्षेत्र/पवन सौंटी
एक ओर जहां किसान आमदनी घटने का रोना रो रहे हैं, वहीं जमीनों की बढ़ती ठेका दर और
भी घाटे का संकेत दे रही है। प्रतिवर्ष बढ़ते ठेकों ने किसानों के लागत मूल्य को बेतहासा
बढ़ा दिया है। इसके कारण फसलों से अच्छी आय के बावजूद भी उनकी आमदन घटती जा रही है।
गत 8 वर्षों
में अनुमानत: ठेका राशि प्रति एकड़ दोगुनी से भी ज्यादा हो चुकी है। इसके पीछे कारण
है घटती जोत और जमीनों के बढ़ते दाम। अकसर
लघु व सीमांत किसान ठेके अथवा बटाई पर जमीनें लेकर अपनी आजीविका चलाते हैं। उन्हें
जमीनें देने वालों में अधिकतर नौकरी पेशा लोग व बढ़े जमींदार होते हैं, लेकिन अब मशीनीकरण के कारण
साधन सम्पन्न किसानों ने भी अधिक खेती के लालच में जमीनें ठेके पर लेनी आरंभ कर दी।
कृषक व जमीन का संतुलन शहरीकरण व औद्यौगीकरण के कारण और भी गड़बड़ाने लगा है। जहां
बड़े शहरों के निकट खेती योग्य जमीनों पर धड़ा-धड़ निर्माण चल रहे हैं वहीं एस.ई.जैड.
के नाम पर भी कृषि योग्य भूमि खेती से वंचित होती जा रही है। जिन लोगों की भूमि इस
चपेट में आ रही है उनमें से ज्यादातर ने देश में अन्य भागों में जमीनें खरीद ली हैं।
राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ व उत्तर प्रदेश आदि में जमीनें खरीदने वाले अधिकतर लोगों के रिहायशी
ठिकाने अपने पैतृक क्षेत्रों में ही हैं। उन लोगों द्वारा भी अपने पुस्तैनी धंधे को
जीवित रखने के लिए प्रदेश में ही कृषि करने की ललक व हाथ में पूंजी होने के कारण अंधा-धुंध
ठेके बढ़ाए जा रहे हैं। ठेके पर जमीनें लेकर खेती करने वाले किसानों की संख्या निरंतर
बढ़ रही है। इस असंतुलन का परिणाम यह सामने आ रहा है कि ठेका राशि चक्रवृधि ब्याज की
दर से भी अधिक बढ़ती जा रही है।
आठ साल में तीन गुणा बढ़े जमीन के
ठेके
करीब 8 वर्ष पहले औसतन प्रति एकड़ ठेका 10 से 12 हजार रुपए था। गत वर्ष तक यह बढक़र 25 से 28 हजार तक पहुंच गया था। इस
वर्ष के लिए प्रति एकड़ ठेका राशि 28 से 35 हजार तक जा पहुंचा है और किसानों द्वारा इस भाव पर भी
जमीनें ली जा रही हैं। तर्क यह दिए जाते हैं कि धान के भाव बढऩे से आमदनी बढ़ सकती
है, लेकिन सभी
जानते हैं कि पिछली बार सरकारी खरीद की धान को छोड़ कर बारीक धान की खेती घाटे का सौदा
रही है। बासमती किस्मों के न तो अच्छे भाव ही मिल पाए थे और न ही उत्पादन अच्छा रहा।
उसके बाद आलू व टमाटर पर भारी भरकम लागत आने के बावजूद वह भी पिट गए थे और किसानों
के घाटे को बढ़ा गए थे। यही नहीं गत वर्ष तो पीले रतवे ने भी गेहूं की फसल को भारी
नुकसान पहुंचाया था, लेकिन इस बार बासमती धान की मार झेल चुके किसान को गेहूं के उत्पादन ने राहत क्या
दी कि वह पिछले वर्ष के धान के घाटे को पूरा करने के लिए इस बार भी फिर से भारी भरकम
ठेके पर जमीनें लेने को टूट पड़ा।
लागत भी पूरी नहीं करता न्यूनतम समर्थन
मूल्य
यदि आंकलन किया जाए तो धान पर प्रति एकड़ अनुमानित लागत 10 से 12 हजार रुपए व आधे वर्ष का
ठेका 14 से
17 हजार रुपए
मिला कर करीब 24 से 29 हजार रुपए के लगभग खर्च आता है। इस पूंजी पर ब्याज व जोखिम की गणना के बाद किसान
के पास बचत के नाम पर कुछ भी नजर नहीं आता। इसके बावजूद किसानों द्वारा बिना आय-व्यय
का आंकलन किए बेतहासा ठेका राशि बढ़ाना उनकी आर्थिक दशा को और भी कमजोर कर सकता है।
क्योंकि न तो किसानों को सरकार से व न ही बैंकों से ठेके की भूमि के लिए वांछित पूंजी
मिल पाती है, जिस कारण उन्हें 2 रुपए प्रति महीने की दर से ब्याज पर साहूकारी ऋण लेना पड़ता है। अगली फसल पर ही
इस ऋण का ब्याज भी मूल में जुडऩे के कारण इस ऋण का सालाना ब्याज 30 प्रतिशत के करीब पहुंच जाता
है। इतनी भारी भरकम पूंजी के बोझ से किसानों को आत्म हत्या के लिए मजबूर होना पड़ता
है। सरकारों के साथ-साथ किसानों को भी अपनी स्थिति को समझते हुए ठेके की जमीनों के
दाम उनकी आय व खर्च आदि के साथ आमदनी के आंकलन के साथ ही तय करने चाहिए, ताकि कृषि उनके लिए घाटे
का सौदा न बन सके। तभी किसान खुशहाल व समृद्ध हो सकते हैं।
डॉ चतर सिंह की सेवानिवृति पर
कार्यक्रम आयोजित
कुरुक्षेत्र/ पवन सोंटी
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ पत्रकार प्रो.
डॉ. चतर सिंह लम्बी सेवा के बाद कुवि से सेेवानिवृत्त हो गए। शुक्रवार को जिला सूचना
एवं लोक सम्पर्क अधिकारी देवराज सिरोहीवाल ने एक सम्मान समारोह का आयोजन किया। स्थानीय
नील कण्ठी यात्री निवास में आयोजित इस सम्मान समारोह में प्रो. चतर सिंह के मित्रों
ने भागीदारी की। इस अवसर पर कुवि युवा एवं सांस्कृतिक विभाग के निदेशक अनूप लाठर ने
कहा कि चतर सिंह जैसे लोग रिटायर नहीं हुआ करते बल्कि यह तो नई पिच पर खेलने का मौका
है। समारोह में वरिष्ठ पत्रकार विजय सभ्रवाल, कवियत्रि सीता राठौर, कु वि के लोकसंपर्क अधिकारी देवेंदर सचदेवा, पत्रकार पवन सौन्टी, एपीआरओ नरेंद्र सिंह, पत्रकार शौरभ चौधरी, अजित के प्रदेश प्रभारी विजय
शाह आदि अनेकों गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।
आखिर साजिश के तहत काट ही डाला पीपल
का पेड़
शहरवासियों में प्रशासन के खिलाफ
भारी रोष
कुरुक्षेत्र/पवन सौंटी
नवम्बर 2010 से जिस पीपल के पेड़ को कटने व गिरने से बचाने के लिए शहर की कई सामाजिक, धार्मिक संस्थाएं एवं धर्म
पे्रमी संघर्षरत थे उसी पीपल के पेड़ को बृहस्पतिवार की रात करीब 2 बजे कुछ अज्ञात
लोगों ने एक सोची-समझी साजिश के तहत काट गिराया। मात्र कुछ मिनटों में ही आरी के प्रहार
से काट कर आरोपी भाग निकले। सन्निहित पार्क में खड़े इस पीपल के कटने से शहरवासियों
में प्रशासन द्वारा इस मामले में बरती गई लापरवाही को लेकर काफी रोष व्याप्त है।
गौरतलब है कि रेलवे रोड पर सन्निहित सरोवर के किनारे स्थित सन्निहित पार्क में
नवम्बर 2010 में भी कुछ अज्ञात लोगों द्वारा रात्रि के समय इस पीपल के पेड़ को काटने
की कोशिश की गई थी, उस समय
शहरवासियों के प्रयास से इसका एक हिस्सा कटने से बच गया था, जबकि दूसरा कटा हुआ हिस्सा
आज तक भी वहीं पड़ा है। लोगों का कहना है कि पीपल को काटने का कार्य एक सोची-समझी साजिश
के तहत किया गया है। ऐसा घृणित कार्य करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए।
समाजसेवी अशोक शर्मा ने कहा कि प्रदेश सरकार एवं वन विभाग द्वारा पेड़ लगाया, पर्यावरण बचाओ का नारा केवल
नारा ही बनकर रह गया है, जबकि हकीकत इसके बिल्कुल विपरीत है। सरेआम पेड़ों में कुल्हाड़े
चलाए जा रहे हैं। वन विभाग और जिला प्रशासन मूक बना हुआ है। शहर का भूमाफिया प्रशासन
पर हावी होता दिखाई दे रहा है। उन्होंने इसे प्रशासन की लापरवाही ही बताया कि 2 वर्ष
का समय होने पर भी इन पेड़ों को सुरक्षित नहीं किया जा सका। उन्होंने कहा कि प्रशासन
को पेड़ पौधे लगाने की बजाए इनकी सुरक्षा पर अधिक ध्यान देना चाहिए, जिससे पर्यावरण सुरक्षित
रह सके।
कहीं गुम न हो जाए सन्निहित पार्क...
पर्यावरण से संबद्ध ग्रीनअर्थ एन.जी.ओ. के निदेशक नरेश भारद्वाज ने पीपल काटने
की घटना पर गहरा रोष जताते हुए कहा कि उनकी इस संस्था द्वारा बीते 18 महीनों में वन
विभाग, जिला प्रशासन, के.डी.बी. को सन्निहित पार्क
में गिरने की कगार पर खड़े पवित्र पीपल के वृक्ष व अन्य 8 वृक्षों को सुरक्षा प्रदान
करने के लिए कई पत्र लिखे गए। यहां तक कि पीपल के पेड़ को गिराए जाने की आशंका के चलते
गत 16 जून 2012 को भी सुभाष मंडी पुलिस चौकी में लिखित शिकायत दी गई थी, बावजूद इसके इस पेड़ को काट
दिया गया। नरेश भारद्वाज ने कहा कि पार्क एक सार्वजनिक सम्पत्ति है, जिसके भीतर किसी भी प्रकार
का निर्माण कार्य नहीं किया जाना चाहिए। सन्निहित पार्क तो वैसे भी मेला क्षेत्र के
अंतर्गत आता है ऐसे में इस पार्क के भीतर किसी भी प्रकार का निर्माण कार्य नहीं किया
जा सकता है। एक तरफ के.डी.बी. आर.टी.आई. के तहत मांगी गई जानकारी में स्वयं इस बात
को स्वीकार करता है कि धर्मशाला के लिए दी गई भूमि पर बिना के.डी.बी. की अनुमति के
अंडरग्राउंड खुदाई की गई है और बिना कोई नक्शा पास करवाए ये कार्य शुरू किया गया है।
वहीं दूसरी तरफ के.डी.बी. ही इन पेड़ों को सुरक्षित रख पाने में नाकाम साबित हुई। यदि
के.डी.बी. पार्क की जमीन को धर्मशाला बनाने के लिए देने लग जाए तो आने वाले दिनों सन्निहित
पार्क के अन्य बचे हुए भाग पर भी कोई और संस्था निर्माण कार्य करने के लिए आवेदन कर
सकती है। यदि ऐसा होने लगा तो भविष्य में सन्निहित पार्क गुम हो जाएगा। साथ ही अन्य
पार्कों पर भी इस मामले के आधार पर निर्माण कार्य होने संभव हो जाएंगे।
बोधगया से लाई पौध से बना है पीपल
ब्राह्मण विद्वानों के अनुसार सन्निहित पार्क में स्थित यह पीपल का पेड़ भारत रत्न
तथा पूर्व प्रधानमंत्री नंदा जी द्वारा बोधगया से लाई गई पीपल की पौध से से स्थापित
किया गया था, जिस स्थान
पर महात्मा बुद्ध को ज्ञान की प्राप्ति हुई थी। उन्होंने इस बात का भी खुलासा किया
था पीपल को ब्रह्मा का रूप माना गया है, इसमें 33 करोड़ देवी-देवताओं का वास होता है। इसकी पूजा से सभी
विघ्न शांत होते हैं। इतना ही नहीं हिन्दू धर्म ग्रन्थों में पीपल, गंगा व गाय को समान दर्जा
दिया गया है। धर्म ग्रं्रथों में बड़ के पेड़ को शिव रूप, पीपल को विष्णु रूप व गाय
को कामधेनू माना गया है। हिन्दू विचारधारा में विश्वास रखने वाला कोई भी व्यक्ति पीपल
को गिराना तो दूर ऐसा सोचना भी पाप समझता है। ऐसे दुष्ट कर्म करने वाले व्यक्ति के
पूर्वज भी वापिस पे्रत योनि में आ जाते हैं।
पीपल गिराने की दो बार पहले भी रची
जा चुकी है साजिश
सन्निहित सरोवर का सौन्दर्यकरण व उसे विस्तृत रूप देने के लिए उसके चारों ओर बने
कमरों को गिरवाकर श्री ब्राह्मण एवं तीर्थोद्धार सभा को इन कमरों की एवज में सन्निहित
पार्क में केडीबी द्वारा तीर्थ पुरोहित सदन का निर्माण किया गया। इसी प्रकार सन्निहित
सरोवर के किनारे बनी धर्मशाला की एवज में सभा को पैट्रोलपम्प के सामने वाले पार्क के
हिस्से में कुछ जमीन अलाट की गई थी। इस जमीन पर निर्माण कार्य के उद्देश्य से लगभग
मई-जून 2010 माह में सन्निहित पार्क के एक हिस्से में अंडरग्राउंड खुदाई कार्य किया
गया था। लगभग 10 फुट गहरे इस खुदे हुए हिस्से के किनारों पर विभिन्न प्रजातियों के
8 पेड़ जहां गिरने के कगार पर आ गए वहीं इस खुदे हुए हिस्से के मध्य में पीपल के पेड़
को पहली बार उसकी जड़ों से मिट्टी निकालकर गिराने की कोशिश की गई थी। दूसरी बार 26
नवम्बर 2010 की रात इसी पेड़ को गिराने की साजिश रचते हुए रात के अंधेरे में आरी चलाकर
उसके एक हिस्से को काट दिया गया। अब 28 जून 2012 की रात करीब 2 बजे अज्ञात लोगों द्वारा
इसके दूसरे हिस्से को भी गिरा दिया गया।
कुवि के 6 विद्यार्थी कैप्पस प्लेसमैंट
के तहत चयनित
कुरुक्षेत्र/पवन सौंटी
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पर्यावरण अध्ययन संस्थान के 6 विद्यार्थियों की हुई
कैम्पस प्लेसमैंट के तहत आई ग्रास रूट रिसर्च
एंड क्रिएशन प्राईवेट लिमिटेड कम्पनी द्वारा चयनित किया गया। वर्तमान सत्र के एम.एससी
एन्वायरमेंटल सांईस एवं एम.टैक एनर्जी एंड एन्वायरमेंट मैनेजमेंट के 6 विद्यार्थियों
का चयन संस्थान के लिए एक बड़ी उपलब्धि रही। एम.टैक से शालू शर्मा, श्वेता मोन एवं स्नेहा कुमार
तथा एम.एम.सी. से अंजलि, सतीश एवं यांगिता को कम्पनी के सहायक प्रबंधक-पर्यावरण के रूप
में नियुक्त किया गया। उपलब्धियों की श्रृंखला में बढ़ौतरी करते हुए संस्थान के सात
विद्यार्थियों ने यू.जी.सी. द्वारा दिसम्बर 2011 में आयोजित नैट-जूनियर रिसर्च फैला
परीक्षा में सफलता हासिल की। इसी वर्ष संस्थान के एम.टैक विद्यार्थियों ने अपनी कार्यदक्षता
के माध्यम से विभिन्न अंतर्राष्ट्रीय तथा राष्ट्रीय कम्पनियों में उच्च पद प्राप्त
किए हैं। संस्थान के विद्यार्थी अंतर्राष्ट्रीय कम्पनियों में 10-12 लाख एवं राष्ट्रीय
कम्पनियों में 3-5 लाख की वार्षिक आय प्राप्त कर रहे हैं। इस तरह संस्थान में लगातार
3 साल से न केवल एम.टैक के विद्यार्थियों की शत-प्रतिशत प्लेसमेंट हुई है बल्कि एम.एससी
के विद्यार्थी भी प्रसिद्ध संस्थानों में प्लेसमेंट अथवा उच्च शिक्षा प्राप्त कर रहे
हैं।
मल्टी आर्ट कल्चरल सैंटर में आज बच्चे
मचाएंगे धमाल
150 से ज्यादा बच्चे दिखाएंगे अपना हुनर
कुरुक्षेत्र/ पवन सोंटी
मल्टी आर्ट कल्चरल सैंटर में चल रही हॉबी कक्षाओं में विभिन्न कला-विधाओं का प्रशिक्षण
प्राप्त कर रहे बच्चे 30 जून को अपनी प्रस्तुति देंगे। इस अवसर पर तकरीबन 150 से अधिक बच्चे अपना हुनर
दिखाएंगे। यह जानकारी मल्टी आर्ट कल्चरल सैंटर के उप-निदेशक एवं प्रभारी विश्व दीपक
त्रिखा ने दी। मल्टी आर्ट कल्चरल सैंटर में 1 मई से शुरू हुई हॉबी कक्षाओं में
प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे बच्चों द्वारा 30 जून को एक रंगारंग कार्यक्रम पेश किया जाएगा। इस सांस्कृतिक
संध्या में मैक में गिटार, एक्टिंग, गायन, वादन तथा डांस सीखने वाले बच्चों द्वारा अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन
किया जाएगा। गौरतलब है कि मल्टी आर्ट कल्चरल सैंटर में नि:शुल्क हॉबी कक्षाएं चल रही
है, जिनमें
बच्चों और बड़ों को विभिन्न कला विधाओं का प्रशिक्षण दिया जाता है। मैक में इस वक्त
तकरीबन 80 से
ज्यादा बच्चे डांस, लगभग 25 लड़कियां और 15 लडक़े गिटार और इसी प्रकार दो दर्जन से अधिक बच्चे संगीत यानि गायन का प्रशिक्षण
हासिल कर रहे है। इसके अलावा एक्टिंग तथा तबला सीखने के साथ-साथ पेंटिंग का प्रशिक्षण
भी दिया जा रहा है।
एमए राजनीति शास्त्र प्रथम सेमेस्टर
का परिणाम घोषित
कुरुक्षेत्र/पवन सौंटी
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक यशपाल गोस्वामी ने बताया कि दिसम्बर
2011 में आयोजित
एम.ए. राजनीति शास्त्र प्रथम सेमेस्टर के 539 में से 278 विद्यार्थियों ने परीक्षा
पास की है। परीक्षा परिणाम विश्वविद्यालय के वैबसाइट रिजल्टडाटकेयूकेडाटएसीडाट इन पर
भी देखा जा सकता है।
अजय चौटाला जनविरोध सभा को संबोधित
करेंगे 8 जुलाई को
इनेलो प्रदेशाध्यक्ष अरोड़ा ने पार्टी
कार्यकर्ताओं को दिए जनसभा की तैयारी में जुटने के निर्देश
कुरुक्षेत्र/पवन सौंटी
इनेलो प्रधान महासचिव डा. अजय चौटाला 8 जुलाई को कच्चाघेर में पार्टी द्वारा आयोजित विरोध जनसभा
को संबोधित करेंगे। यह विरोध जनसभाएं पूरे प्रदेश में महंगाई, भ्रष्टाचार, बिगड़ी कनून व्यवस्था तथा
बिजली पानी के संकट में प्रत्येक शहर में आयोजित की जा रही हैं। यह जानकारी इनेलो प्रदेशाध्यक्ष
अशोक अरोड़ा ने गत देर रात्रि पंजाबी धर्मशाला में इस विरोध जनसभा की तैयारी के लिए
शहरी इनेलो कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए दी। इस बैठक में जिला प्रधान
रामकुमार कश्यप, हलका प्रधान ओमप्रकाश हथीरा, शहरी प्रधान रामस्वरूप चोपड़ा, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य माया राम,
जिला इनेलो प्रवक्ता
रामपाल शर्मा, जिला उप प्रधान बलजिंद्र सिंह बब्बू, व्यापार प्रकोष्ठ के जिला प्रधान नरेश मित्तल,
नगर पार्षद विवेक मैहता
विक्की, नगर
पार्षद दीपक सिंगला, नगर पार्षद संदीप टेका, फतेह चंद गांधी, मनोज कौशिक, पूर्ण चंद हंबीरिया, सुभाष मिर्जापुर, मास्टर लाल चंद बाल्मीकि
सहित अनेक इनेलो नेता उपस्थित थे। इनेलो प्रदेशाध्यक्ष ने कार्यकर्ताओं से कहा कि वे
इस विरोध जनसभा में अधिक से अधिक भीड़ जुटाने के लिए वार्ड स्तर पर कमेटियां बनाकर
लोगों से जनसंपर्क करें। महिलाओं की भी भारी संख्या में इस जनसभा में भागीदारी होनी
चाहिए। दुकानदारों और व्यापारियों को व्यक्तिगत रूप से मिलकर जनसभा में आने का निमंत्रण
दें। उन्होंने बताया कि पार्टी द्वारा हरियाणा के प्रत्येक शहर में रोजाना चार विरोध
जनसभाएं आयोजित की जा रही हैं। इसी श्रृंखला में कुरुक्षेत्र में भी इस जनसभा का आयोजन
किया जा रहा है। अरोड़ा ने कहा कि आज पूरे देश में परिवर्तन की लहर चल रही है। हरियाणा
भी इससे अछूता नहीं है। जनता कांग्रेस के कुशासन से दुखी है। आगामी चुनावी में इनेलो
का सत्ता में आना और कांग्रेस का जाना निश्चित है। प्रदेश की जनता ने कांग्रेस को सत्ता
से हटाने का मन बना लिया है। आज प्रत्येक नागरिक की जुबान पर यह बात है कि हरियाणा
में अगली सरकार ओमप्रकाश चौटाला के नेतृत्व में इनेलो की बनेगी।
युवा इनेलो के हलका व शहरी प्रधान
नियुक्त
कुरुक्षेत्र/पवन सौंटी
सुरेंद्र खासपुर को युवा इनेलो थानेसर हलके का प्रधान घोषित किया गया है,
जबकि नरेंद्र राजू
चौहान को लगातार दूसरी बार युवा इनेलो का थानेसर शहरी प्रधान बनाया गया है। युवा इनेलो
के जिला प्रधान कुलदीप जखवाला ने जिला के हलका व शहरी प्रधानों की घोषणा करते हुए जिला
इनेलो पार्टी कार्यालय में पत्रकारों को जानकारी दी कि डा. अजय चौटाला, पार्टी प्रदेशाध्यक्ष अशोक
अरोड़ा तथा युवा इनेलो के प्रदेशाध्यक्ष प्रदीप गिल से परामर्श करने के पश्चात कुरुक्षेत्र
जिले में हलका व शहरी प्रधानों की नियुक्ति की गई है। जसविंद्र पंजेटा को हलका लाडवा,
जगबीर सिंह मोहड़ी
केा हलका शाहाबाद तथा राजकुमार उर्फ राजू को हलका पिहोवा का प्रधान नियुक्त किय गया
है। इसी प्रकार राजेश खुराना को शहरी प्रधान लाडवा, शैलेंद्र परूथी को शहरी प्रधान शाहाबाद
तथा सुरेंद्र गोयल उर्फ सोनू को शहरी प्रधान पिहोवा बनाया गया है। उन्होंने बताया कि
शीघ्र ही जिला कार्यकारिणी की घोषणा कर दी जाएगी। कर्मठ एवं मेहनती कार्यकर्ताओं को
सम्मानजनक स्थान दिया जाएगा। उन्होंने आशा प्रकट की कि हलका व शहरी प्रधानों की नियुक्ति
से पार्टी संगठन और अधिक मजबूत होगा। जिला इनेलो प्रधान रामकुमार कश्यप ने नवनियुक्त
हलका व शहरी प्रधानों को बधाई देते हुए कहा कि युवा शक्ति पार्टी की रीढ़ की हड्डी
है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि ये सभी पदाधिकारी पार्टी नेतृत्व की आशाओं पर खरा उतरेंगे
और संगठन को मजबूत करने में पूरी लगन से कार्य करेंगे। इस अवसर पर जिला इनेलो प्रधान
रामकुमार कश्यप, युवा इनेलो के पूर्व जिला प्रधान जोगध्यान, प्रदेश सचिव नरेंद्र घराड़सी,
सुलतान ब्राह्मण माजरा,
इनेसो जिला प्रधान
सुनील राणा, थानेसर हलके के नवनियुक्त हलका प्रधान सुरेंद्र खासपुर, शहरी प्रधान नरेंद्र राजू चौहान,
हिमांशु अरोड़ा,
राजेश पायलट,
राहुल पूनिया,
दीपक राणा,
सुमित परूथी,
राहुल नैन,
लाडवा हलका ब्लाक समिति
के वाईस चेयरमैन कर्मवीर सिंह भी उपस्थित थे।
शिक्षा के बिना गांव की तरक्की अधूरी
: बराड़
सर्व शिक्षा अभियान के तहत बने स्कूल
के दो कमरों का किया उद्घाटन
उपायुक्त ने प्रशिक्षण शिविर व कचरे
से कमाई यूनिट का भी किया अवलोकन
लाडवा/ शैलेंदर चौधरी
लाडवा खंड के गांव धनौरा जाटाना में शुक्रवार को ग्राम पंचायत की तरफ से गांव के
राजकीय माध्यमिक विद्यालय में चल रहे ग्रीष्म कालीन प्रशिक्षण शिविर एवं सर्व शिक्षा
अभियान के तहत स्कूल में बनाए गए कमरों का उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया। समारोह
की अध्यक्षता अतिरिक्त जिला उपायुक्त सुमेधा कटारियां द्वारा की गई। समारोह में जिला
उपायुक्त मनदीप ङ्क्षसह बराड़ द्वारा मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। समारोह में मुख्यातिथि
द्वारा सर्व प्रथम राष्ट्रीय ध्वज फहराया व रिबन काटकर प्रशिक्षण शिविर का अवलोकन किया।
इसके बाद मुख्यातिथि द्वारा सर्व शिक्षा अभियान के तहत स्कूल में करीब 6 लाख 75 हजार रुपए की लागत से बने
2 कमरों को
उद्घाटन किया। समारोह की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलित करके की। समारोह में स्कूली बच्चों
द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी प्रस्तुत किए गए। समारोह में उपस्थित गांव वासियों
को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि मनदीप ङ्क्षसह बराड़ ने कहा कि किसी भी सरकारी स्कूल
में संसाधनों व मौकों की कोई कमी नहीं है कमी है तो केवल गांववासियों के फायदा उठाने
की है। उन्होंने कहा कि हमारे जीवन में शिक्षा बहुत जरूरी है और हमारा सबसे पहला काम
है कि स्कूलों में शिक्षा किसी तरह की दी जा रही है। उन्होंने कहा कि वहीं गांव सबसे
ज्यादा तरक्की करेगा, जो गांव सबसे ज्यादा शिक्षा के स्तर पर ध्यान देगा। उन्होंने सभी गांववासियों से
शिक्षा पर जोर देने की बात कहीं, ताकि गांव का हर बच्चा व युवा शिक्षित हो। समारोह में अतिरिक्त
उपायुक्त सुमेधा कटारियां ने भी गांववासियों को संबोधित किया और गांव को स्वच्छ व सुंदर
गांव बनाकर जिले में मिशाल कायम करने की बात कही। समारोह में ग्राम पंचायत की तरफ से
गांव के सरपंच प्रीत पाल ङ्क्षसह ने मुख्यातिथि को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया
गया। जिला उपायुक्त द्वारा समारोह के समापन के बाद गांव में कचरे से कमाई यूनिट का
अवलोकन किया व गांव के सरपंच प्रीत पाल को इस कार्य के लिए बधाई दी और भविष्य में भी
गांव की पंचायत को जिला प्रशासन की तरफ से पूर्ण सहयोग करने का आश्वासन दिया। जिला
उपायुक्त मनदीप ङ्क्षसह बराड़ द्वारा गांववासियों की समस्याओं को भी सुना और कुछ का
मौके पर ही समाधान किया। समारोह में मौलिक शिक्षा अधिकारी सुमन आर्य, खंड शिक्षा अधिकारी राजेंद्र
भारद्वाज, सरपंच प्रीत पाल, खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी राकेश वोहरा, देवेंद्र बूढ़ा, जितेंद्र पाल गिल,
राज कुमार,
सुखदेव शास्त्री,
पूर्व चेयरमैन गुरमेल
ङ्क्षसह, रामेश्वर
दास, सुभाष
चंद, गुलाब
ङ्क्षसह, जोगिंद्र
ङ्क्षसह सहित भारी संख्या में गांववासियों ने भाग लिया।
पांच दिन भी बाद नहीं लगा लुटेरों
का पता
पुलिस लुटेरों को पकडऩे में रही नाकाम
लाडवा/ शैलेंदर चौधरी
दिन-दहाड़े लाडवा में बाइक सवार दो युवकों द्वारा हथियार के बल पर एक मुनीम से
एक लाख रुपए लुटने के पांच दिन बाद भी लाडवा पुलिस के हाथ खाली के खाली नजर आ रहे है।
पुलिस अभी तक लुटेरों का कोई सुराग नहीं लगा पाई और न ही लुटेरों का कोई स्कैच जारी
कर पाई। लुट के पांच दिन बाद भी पुलिस के हाथ लुटेरों का कोई सुराग न लगने से कस्बे
में दहशत का माहौल भी बना हुआ है। गौरतलब है कि गत सोमवार को लाडवा की लाल सडक़ पर करीब
12 बजे लाडवा
विस्तार मंडी के आढ़ती मामचंद, सुभाष चंद फर्म के मुनीम रणबीर जब लाडवा के ओ.बी.सी. बैंक से
एक लाख रुपए लेकर वापिस साइकिल पर सवार होकर विस्तार मंडी में आ रहा था तो मंडी के
पास ही लाल सडक़ पर बाइक पर सवार दो युवकों ने उसके आगे बाइक अड़ाकर उससे रिवाल्वर के
दम पर एक लाख रुपए लूटकर फरार हो गए थे, जिसका पांच दिन बाद भी कोई सुराग नहीं लग पाया। पुलिस
ने मुनीम रणबीर की शिकायत पर अज्ञात लुटेरों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया था। दिन-दहाड़े
हुई इस लूट का पांच दिन बाद भी पता न चलने से जहां व्यापारियों में रोष पनप रहा है
वहीं दहशत का माहौल भी बना हुआ है। जब इस बारे में लाडवा थानाध्यक्ष छोटे राम से बातचीत
की तो उन्होंने कहा के कि मामले की जांच कर रहे है। जल्द ही लुटेरे पुलिस की गिरफ्त
में होगे।
हत्या के मामले में तीन गिरफ्तार
लाडवा/ शैलेंदर चौधरी
लाडवा पुलिस ने मृतक संदीप वाल्मीकि की हत्या के आरोप मे वार्ड के ही तीन युवकों
को गिरफ्तार कर लिया गया है, जिनमें दो सगे भाई है। गौरतलब है कि लाडवा के वार्ड 4 के डेरा निवासी 28 वर्षीय मृतक संदीप की पुरानी
रंजिश के चलते बुधवार देर रात को चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी। इस संबंध में मृतक
संदीप के ममेरे भाई रवि कुमार की शिकायत पर डेरे के ही दो सगे भाइयों आशु, पवन व एक अन्य परमीत ङ्क्षसह
के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया था। हत्या करने के आरोप में लाडवा पुलिस ने आशु
पुत्र राजकुमार, पवन पुत्र राजकुमार व परमीत ङ्क्षसह पुत्र रणजीत ङ्क्षसह को गिरफ्तार कर लिया गया
है, जिनको शनिवार
को कुरुक्षेत्र न्यायालय में पेश किया जाएगा। चाकुओं से गोदकर की गई निर्मम हत्या से
वार्ड में दहशत का माहौल बना हुआ है।
बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए जत्था
रवाना
लाडवा/ शैलेंदर चौधरी
लाडवा से बाबा अमरनाथ यात्रा के लिए श्रद्धालुओं का जत्था शुक्रवार को कश्मीर के
लिए रवाना हो गया है। जत्थे में शामिल श्रद्धालुओं बालकिशन, मनोज रहेजा, संजय कुमार, पवन कुमार व हदनेश कुमार
1 जुलाई को
बालटाल के रास्ते बर्फानी बाबा के दर्शन करेंगें। इसके अलावा लाडवा से बाबा अमरनाथ
बर्फानी सेवादल के सेवादार भी 30 जून को श्रद्धालुओं के लिए भंडारा लगाने के लिए कश्मीर रवाना
होंगें। बाबा अमरनाथ बर्फानी सेवादल लाडवा पिछले 14 साल से कश्मीर में श्रद्धालुओं के
लिए सेवा शिविर का आयोजन कर रहा है। सेवादल के प्रबंधक मदनलाल गोयल ने बताया कि सेवा
शिविर जवाहर टनल के पास शैतानी नाले पर लगाया जाएगा।