Tuesday, May 21, 2013

राजेश उर्फ जेसी की मौत से हिल गया गांव सौन्टी





दजेह हत्या के आरोप में फंसे युवक ने जेल में दे दी जान

लाडवा, 21 मई ( पवन सोंटी)
 लाडवा खंड के गांव सौन्टी निवासी युवक राजेश कश्यप उर्फ जेसी की मौत ने पूरे गांव को हिलाकर रख दिया। राजेश की मौत न तो कोई हादसा थी और न ही हत्या, लेकिन गांव वासियों ने इसे हत्या की तरह लिया और सकते में रह गया पूरा गांव। गांव वासी पाला राम के पुत्र राजेश कुमार की उम्र तो शायद भगवान ने इतनी ही लिखी थी, लेकिन इस छोटी सी उम्र में वह दुनिया के इतने रंग देखेगा इसका किसी को अंदाजा भी नहीं था। राजेश के लिये वर्ष 2013 इतना दुर्भाग्य शाली साबित हुआ कि इस वर्ष में उसे पत्नी विछोह के साथ अपनी जान तक देनी पड़ गई। इसी वर्ष खुशियां भी उसके जीवन में आई जब 12 फरवरी को उसके पिता ने धूम धाम से उसकी शादी लाडवा खंड के ही गांव सुलतानपुर की रहने वाली पूजा से की। राजेश के पिता यूं तो एक सरकारी विभाग में नौकरी करते थे, लेकिन अपनी मेहनत से उसने ट्रक, ट्रैक्टर- ट्राली आदि सहित अपने बच्चों के लिये भी अच्छा कारोबार जोड़ लिया था। राजेश भी अपने पिता के व्यवसाय को देखता था। परिवार खुशहाल था तो शादी भी धूम धाम से हुई। लेकिन किसे पता था कि यही खुशी राजेश व उसके परिवार के लिये जीवन का सबसे बड़ा दुख बन कर सामने आऐगी। जिस को घर की लक्षमी समझकर यह परिवार फूला नहीं समा रहा था, उसी ने परिवार पर उस वक्त ग्रहण लगा दिया जब 7 अप्रैल को उसने गले में फंदा लगाकर आत्म हत्या कर ली। इस दुखद घटना ने जहां परिवार को झकझोर दिया वहीं लडक़ी के परिजनों ने दहेज हत्या का आरोप लगाकर परिवार को और सदमे में पहुंचा दिया। उनकी शिकायत पर पुलिस ने राजेश, उसकी माता व पिता को गिरफतार किया व अदालत के आदेश पर उनको जेल भेज दिया गया। बाप बेटा तो कुरुक्षेत्र की जेल गए व मां अम्बाला की जेल भेज दी गई। इस मामले में ग्रामिणों को व रिश्तेदारों को अभी आशा थी कि कोई न कोई साकारात्मक पहल होगी और समझौता हो जाऐगा, लेकिन होनी को कुछ और ही मंजूर था। जेल की घुटन व परिजनों के दुख को देखते हुए राजेश तो कुछ और ही निर्णय ले चुका था। उसने 21 मई का सूर्य चढने के साथ ही जेल में फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। राजेश की खुशियां व गम सभी कार्य मात्र ढाई माह में आए भी और खत्म भी हो गए। इस दुखद घटना को लेकर पूरा गांव सकते में हैं कि किस प्रकार देखते ही देखते एक हंसता खेलता परिवार मिट्टि में मिल गया।


2 comments:

  1. Its very tragic end of a upcoming young man. God giver peace to his soul and strength to his family.

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