जिन्दल दे रहे है देश के अन्धता निवारण अभियान में बहुत बडा योगदान
लाखों लोगों के जीवन में रोशनी लाने के लिये संस्थान ने बनाया रिकॉर्ड
कुरुक्षेत्र/पवन सोंटी
ओपी जिन्दल ग्रामीण जन कल्याण संस्थान कुरूक्षेत्र संसदीय क्षेत्र के चौमुखी विकास के लिये समर्पित होकर कार्य कर रहा है। संस्थान वैसे तो जीवन के प्रत्येक पहलू से जुडे विषयों को लेकर लोगों की सेवा में हाजिर है लेकिन लोगों को नि:शुल्क नेत्र चिकित्सा देने के लिये वर्ष 2005 से लगातार आई कैंपों द्वारा जनता के बीच सेवायें प्रदान कर रहा है। संसदीय क्षेत्र का कोई गांव शायद ही बचा हो जहां आई कैंप ना लगा हों । अधिकतर गांवों व कस्बों में तो संस्थान द्वारा कई बार आई कैंप लगवाये जा चुके है।
संस्थान द्वारा इन आई कैंपों में लोगों की जांच कर उन्हे उचित दवाई मौके पर ही दी जाती है। जांच के बाद पाये जाने वाले मोतियांबिन्द के ऑप्रेशन भी संस्थान द्वारा ही करवाये जाते है। यदि किसी भी मरीज को मात्र चश्में से ही लाभ मिल सकता है तो वह चश्मा भी संस्थान द्वारा ही दिया जाता है। इसके लिये सबसे प्रशंसनीय बात यह है कि लोगों को इस पूरी प्रक्रिया के लिये बिल्कुल ही नि:शुल्क सेवायें दी जाती है। लोगों को तो मात्र आई कैंप लगने वाले स्थान पर पहुंचना होता है,बाकि कार्य ओपी जिन्दल ग्रामीण जन कल्याण संस्थान द्वारा ही किये जाते है। आज आलम यह है कि संस्थान ने कुरूक्षेत्र संसदीय क्षेत्र में लगभग 1110 आई कैंप आयोजित कर 3,93,761 से अधिक लोगों को लाभांवित किया है। इनमें से 44,000 बच्चों,स्त्रियों व पुरूषों का मोतियांबिन्द का ऑप्रेशन किया जा चुका है। जबकि 1,66,643 लोगो को चश्में प्रदान कर उनके जीवन में रोशनी लाई जा चुकी है।
यहां पर एक बात उल्लेखनीय है कि इस प्रकार के कैंपों का आयोजन कर संस्थान राष्ट्रीय अन्धता निवारण अभियान में अपनी एक अहम् भूमिका अदा कर रहा है। आज लाखों लोगों की आंखों में संस्थान की यह आहुति नेत्रज्योति के रूप में नजर आ रही है। सांसद नवीन जिन्दल का मानना है कि बाऊजी की प्रेरणा से ही इस प्रकार के आई कैंप लगाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। हमारा पूर्ण प्रयास है कि लोगों की आंखों में हमेशा उजाला बना रहे । कोई भी आंख बिना रोशनी नही रहनी चाहिये। हम लोगों को ये संदेश देना चाहते है कि आंखों के बिना इस दुनिया में सूनापन है ,इसलिये हमें आंखों में छोटी सी तकलीफ होते ही जांच करवाकर उचित ईलाज को प्राथमिकता देनी होगी। संस्थान के अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि इन आई कैंपों में लोगों को नि:शुल्क इलाज के इलावा इस बात के लिये भी जागरूक किया जाता है कि हमें अपनी आंखों की उचित देखभाल किस प्रकार रखनी चाहिये। उन्होंने कहा कि सांसद जिन्दल का मानना है कि पूरे संसदीय क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति ऐसा नही रहना चाहिये जिसे आंखों के मामले में संस्थान द्वारा दी जा रही नि:शुल्क सुविधा का लाभ ना मिला हो। हम लोगों से केवल यही उम्मीद करते है कि यदि आपके आस पास इस प्रकार के आई कैंप को आयोजित करने की जरूरत है तो हमें केवल सूचना अवश्य दे ताकि आगे की कार्यावाही कर जल्द से जल्द लोगो तक यह सुविधा पहुंचाई जा सके ।
ओपी जिन्दल ग्रामीण जन कल्याण संस्थान कुरूक्षेत्र संसदीय क्षेत्र के चौमुखी विकास के लिये समर्पित होकर कार्य कर रहा है। संस्थान वैसे तो जीवन के प्रत्येक पहलू से जुडे विषयों को लेकर लोगों की सेवा में हाजिर है लेकिन लोगों को नि:शुल्क नेत्र चिकित्सा देने के लिये वर्ष 2005 से लगातार आई कैंपों द्वारा जनता के बीच सेवायें प्रदान कर रहा है। संसदीय क्षेत्र का कोई गांव शायद ही बचा हो जहां आई कैंप ना लगा हों । अधिकतर गांवों व कस्बों में तो संस्थान द्वारा कई बार आई कैंप लगवाये जा चुके है।
संस्थान द्वारा इन आई कैंपों में लोगों की जांच कर उन्हे उचित दवाई मौके पर ही दी जाती है। जांच के बाद पाये जाने वाले मोतियांबिन्द के ऑप्रेशन भी संस्थान द्वारा ही करवाये जाते है। यदि किसी भी मरीज को मात्र चश्में से ही लाभ मिल सकता है तो वह चश्मा भी संस्थान द्वारा ही दिया जाता है। इसके लिये सबसे प्रशंसनीय बात यह है कि लोगों को इस पूरी प्रक्रिया के लिये बिल्कुल ही नि:शुल्क सेवायें दी जाती है। लोगों को तो मात्र आई कैंप लगने वाले स्थान पर पहुंचना होता है,बाकि कार्य ओपी जिन्दल ग्रामीण जन कल्याण संस्थान द्वारा ही किये जाते है। आज आलम यह है कि संस्थान ने कुरूक्षेत्र संसदीय क्षेत्र में लगभग 1110 आई कैंप आयोजित कर 3,93,761 से अधिक लोगों को लाभांवित किया है। इनमें से 44,000 बच्चों,स्त्रियों व पुरूषों का मोतियांबिन्द का ऑप्रेशन किया जा चुका है। जबकि 1,66,643 लोगो को चश्में प्रदान कर उनके जीवन में रोशनी लाई जा चुकी है।
यहां पर एक बात उल्लेखनीय है कि इस प्रकार के कैंपों का आयोजन कर संस्थान राष्ट्रीय अन्धता निवारण अभियान में अपनी एक अहम् भूमिका अदा कर रहा है। आज लाखों लोगों की आंखों में संस्थान की यह आहुति नेत्रज्योति के रूप में नजर आ रही है। सांसद नवीन जिन्दल का मानना है कि बाऊजी की प्रेरणा से ही इस प्रकार के आई कैंप लगाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। हमारा पूर्ण प्रयास है कि लोगों की आंखों में हमेशा उजाला बना रहे । कोई भी आंख बिना रोशनी नही रहनी चाहिये। हम लोगों को ये संदेश देना चाहते है कि आंखों के बिना इस दुनिया में सूनापन है ,इसलिये हमें आंखों में छोटी सी तकलीफ होते ही जांच करवाकर उचित ईलाज को प्राथमिकता देनी होगी। संस्थान के अधिकारी राजेश कुमार ने बताया कि इन आई कैंपों में लोगों को नि:शुल्क इलाज के इलावा इस बात के लिये भी जागरूक किया जाता है कि हमें अपनी आंखों की उचित देखभाल किस प्रकार रखनी चाहिये। उन्होंने कहा कि सांसद जिन्दल का मानना है कि पूरे संसदीय क्षेत्र में कोई भी व्यक्ति ऐसा नही रहना चाहिये जिसे आंखों के मामले में संस्थान द्वारा दी जा रही नि:शुल्क सुविधा का लाभ ना मिला हो। हम लोगों से केवल यही उम्मीद करते है कि यदि आपके आस पास इस प्रकार के आई कैंप को आयोजित करने की जरूरत है तो हमें केवल सूचना अवश्य दे ताकि आगे की कार्यावाही कर जल्द से जल्द लोगो तक यह सुविधा पहुंचाई जा सके ।
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