- Surendra Sharma 'घनचक्कर' और 'लुटेरा' जैसी फिल्मों के नाम सुन जाने क्यों मुझे 'राहुल' और 'यूपीए' की याद आ जाती है..!
- जगदीश जाट कानपूरा पहाड़ में फंसी एक बेटी ने अपनी मां से पूछा -
मां रेडियो पे सुना ईंडिया जीत गई , जो खेल रहे थे
उन्हे एक करोड़ रुपिया मिला ,
मां बोली हाँ बेटी सरकार कहती है वो देश के लिए खेल
रहे थे..इसलिए .
बेटी आसमान में हैलीकॉप्टर से लटकते जवान को देख
के बोली. -
मां क्या इन्हे भी मिलेगा एक करोड़ ?
मां बोली -ना-बेटी- ना हमारे यहां बल्ले से खेलने वाले
को
ईनाम मिलता है जान से खेलने वाले को नहीं. - Sc Mudgal मगर अब भी ये नहीं पूछा जा रहा कि उस काल में वो कहाँ था और उसे संवेदना प्रकट करने में भी क्या दिक्कत थी,
- Ld Sharma ek bhi kutta bhomku news channel is par ek bhi baar nahi bola n bol raha hai aur muhn me note thoons diye gaye isliye bolega bhi nahi
- Bahadur Singh Ye puri congers hi desh key liye panoti hai jab sey satta mey hai...tabsey naa desh ka Vikash huya hai or her samay desh ek naa ek vipda sey ghiraa rehta hai...esiliye sab yuva sakti ka aahvaan karta hun ki ab hum sabka ek hi drrudh sankulp Ho Congres ko agley loksabha chunaav mey jadmool sahit khttm karna hoga...tab jaakey desh ki tarrkki hogi or desh mey aman chain Kayam hoga to mitrro kamar kashlo...modiraj Jindabaad
- Sanjay Rana Samajh nahee aata is pappu ko itnee value kyuu de jatee hai ?
Sab is haramkhor bikau or vaishya mediya ke den hai..... - Divya Srivastava Chandrakant D.Trivedi ji, it doesn't matter where he was or where he is. Main point is that he is never in India when Hindus suffer any calamity.
- Divya Srivastava राहुल विन्ची यदि अपना बड़प्पन दिखाने वहां नहीं जाता तो अवरोध नहीं होता और कुछ और जानें बचाई जा सकती थीं
- Sanjay Rana Divya jee ye sab humari media ka kammal hai jo R.S.S.ke dwara kare huie ka ko to nahee dikhata or us nalatyak pappu ke har saans ka hisaab t.v. per deta hai besharam media.
- Rajiv Mitra Muslims are idiotically united and hindus are intellectually divided. So they are confident, no matter what they do, YOU CAN NOT ERADICATE THEM FROM POWER. Only one last hope is there Narendra Damodar Modi. कहते हैं की दुश्मन का दुश्मन दोस्त हो सकता है... अभी यही समय है विपक्ष को मजबूत कीजिये... जो सज्जन बीजेपी को पसंद नहीं करते, कम से कम यही समय है जुड़ने का...
- Divya Srivastava राहुल गांधी के उत्तराखंड दौरे से राहत कार्यो में खलल पड़ने पर उठ रहे सवालों पर आइटीबीपी ने अपनी मुहर लगा दी है. आइटीबीपी के महानिदेशक अजय चढ्डा ने स्वीकार किया कि कांग्रेस उपाध्यक्ष के ठहरने के लिए गोचर स्थित आइटीबीपी कैंप के आफिसर्स मेस में जगह बनाई गई थी. गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे के लिए अब इस पर सफाई देना मुश्किल हो सकता है. ध्यान देने की बात है कि पिछले हफ्ते नरेंद्र मोदी के उत्तराखंड दौरे के बाद शिंदे ने वीवीआइपी को राज्य से दूर रहने की नसीहत दी थी. इसके बावजूद कांग्रेस उपाध्यक्ष ने प्रभावित इलाकों का दौरा किया था.
कैंप खाली कराए जाने के बारे में पूछे जाने पर अजय चढ्डा ने कहा कि राहुल गांधी को एसपीजी की सुरक्षा होने के मद्देनजर उन्हें आइटीबीपी के गोचर स्थित कैंप में ठहराने का फैसला किया गया और इसके लिए कैंप के आफिसर्स मेस में विशेष व्यवस्था की गई. जाहिर है पिछले 10 दिनों से राहत और बचाव कार्यो की निगरानी कर रहे आइटीबीपी के अधिकारियों को कैंप के ही दूसरे हिस्से में स्थानांतरित करना पड़ा. आइटीबीपी के इसी कैंप में राहुल गांधी ने रात गुजारी थी. गौरतलब है कि इसी दिन राहत व बचाव में लगे एक हेलीकॉप्टर के दुर्घटनाग्रस्त होने से आइटीबीपी के 15 जवान शहीद हो गए थे.
राहुल गांधी के उत्तराखंड दौरे और आइटीबीपी के कैंप में उनके ठहरने को सही ठहराना गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे के लिए मुश्किल साबित हो सकता है. इससे पहले वीवीआइपी को उत्तराखंड से दूर रहने की नसीहत के बाद भी राहुल के दौरे पर शिंदे को सफाई देनी पड़ी थी. राहुल के दौरे के बाद अपने बयान से पलटते हुए सुशील कुमार शिंदे ने बुधवार को कहा था कि उक्त सलाह शुरू के तीन-चार दिनों के लिए थी. अब वहां हालात काफी सुधर गए हैं इसलिए कोई भी वीवीआइपी राज्य में जाकर राहत व बचाव कार्यो की निगरानी कर सकता है. - रबिन्द्र रबि Amul Baby aur uski Maa dono desh ke liye Mahoos hai ..ismey koi shque nahi hai ......unka irada desh ko lootna aur tabah karna hai
Saturday, June 29, 2013
पप्पू फेल हो गया....उतराखंड में राहुल के दौरे पर दिव्या श्रीवास्तव के साथ एक परिचर्चा
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