Monday, June 10, 2013

संत और नेता मिलकर सत्संग करते,कष्ट हरते.........वधावन



 नेताओं का सानिध्य पाने वाले प्रचारकों को भी है मीडिया में बने रहने चस्का
सुरेंद्र पाल वधावन
आजकल किसी प्रचारक के सत्संग या समारोह का आयोजन हो और उसमें किसी नेता का आगमन न हो तो समझो सत्संग अधूरा है। नेताओं का सानिध्य पाने वाले इन प्रचारकों को नेताओं की तरह ही मीडिया में बने रहने का अच्छा खासा चस्का भी है। कार्यकम को लाईव दिखाने पर ही मोटा रुपया किसी चैनल को दिया जाता है। कुछ एक प्रवारक तो नेताओं के अलावा  फिल्मी हस्तियों को भी अपने समागम में बुलाकर अक्सर अपनी बल्ले-बल्ले करवाते रहते हैं। वास्तव में समय के बदलाव के साथ-साथ और आधुनिक तकनीक और जीवनशैली ने संत समाज के स्वरुप को बदल दिया है।
 आज के ज्यादातर प्रचारक सादगी से दूर हो रहे हैं और  पूर्णतया भौतिकवादी संस्कृति को आत्मसात कर चुके हैं। यह संत देश विदेश में समागम करते हैं जिन पर श्रद्धालुओं के लाखों रुपए खर्च होते हैं। इसके अलावा स्वंय को प्रचारित करने लिए उक्त श्रेणी के धनाढय संत महंगे  टी.वी चेनलों का सहारा लेते है। आमजन को अंत:मुखी बनने का उपदेश देने वाले यह संत स्वंय भौतिकवाद का बुरी तरह से शिकार हैं।
 किसी भी नगर में प्रवचन कार्यक्रम रखने से पहले संतों के बड़े बड़े कटाउट उसकी प्रमुख सडक़ों और स्थानों पर लगाए जाते हैं। आयोजकों द्वारा  स्वागत द्वार सजाए जाते हैं और सडक़ों पर बिजली की लडिय़ां और फानूस लगाए-जगाए जातें हैं। बिजली की सप्लाई निर्विघ्र रखने के लिए जनरेटर उपलब्ध किए जाते हैं। जो लोग समागम में नहीं आते उन्हें संत जी की वाणी श्रवण कराने के लिए आयोजकगण हाई वॉटेज के स्पीकरों का इस्तेमाल करते हैं।  संतो के ठहरने की व्यवस्था आजकल किसी $गरीब की झोंपड़ी में नहीं होती और न ही संत कभी-भिक्षाम देह शब्द का उच्चारण करते भिक्षा मांगते हैं। संतो को भोज देने के लिए अमीर श्रद्वालुओं की कतार लगी रहती है। पंद्रह प्रकार के व्यंजन तैयार किए जाते हैं। समारोह स्थल के बाहर आर्युवेदिक दवाओं धार्मिक पुस्तकों चित्रों के स्टाल आकर्षण का केंद्र होते हैं। इन स्टालों पर पौरुष शक्ति बढ़़ाने की मूल्यवान दवाएं भी उपलब्घ रहती हैं। समागम में पंडाल के भरने की सूचना मोबाइल पर संत जी के प्रमुख चेले को मिलती है तो संतजी को एक लग्जरी वाहन में  प्रवचन स्थल पर लाया जाता है।
--सुरेंद्रपाल वधावन----3297/21डी चंडीगढ़ 0172-2773297-094168-72577

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