Thursday, November 7, 2013

मनै भोल़ी मत ना जाण, मैं छोरी नहीं पटाका सूं...., छोर्यां नै मारी किलकार...


कुवि में 36 वें अंतर क्षेत्रीय युवा समारोह में हरियाणवी आरकैस्ट्रा ने मिले जुले सुरों के साथ बांधा समा 

 एकल नृत्य ने मचाई धूम

कुरुक्षेत्र, 07 नवम्बर। 
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में चल रहे कुवि के 36वें 3 दिवसीय युवा महोत्सव में दूसरे दिन भी रंगारंग प्रस्तुतियों की धूम रही। आडिटोरियम में हरियाणवी आरकैस्ट्रा की प्रतियोगिता के साथ सोलो डांस फिमेल, पोप सांग हरियाणवी, वैस्ट्रन ग्रुप सोंग व ग्रुप डांस जनरल की प्रस्तुतियां हुई।
 हरियाणवी आरकैस्ट्रा में जहां घड़वा, बैंजो, ढोल, ताशा, चिमटा, डेरु, नगाड़ा आदि  की मिश्रित ध्वनियों ने रस घोला तो इन ध्वनियों के बीच उभरते गीतों के मधुर स्वर भी दर्शकों को झूमने पर मजबूर करते रहे। मनै भोल़ी मत ना जाण, मैं छोरी नहीं पटाका सूं...., मैं तो मरी होती आज मरी होती.., बाबुल देश जांदा प्रदेश जाईयो..जोड़ी का वर ढूंढियो..., हाथ ढलडिय़ा फूलां की ए लाडो....मैं किस बिध देखण जाऊं रंगीले आ उतरे.., आधी सी रात मेरी नींद उचट गी..हेली मैं बढग़े चोर उई मां मैं मरगी...। ये थी बानगी कुछ ऐसी गीत धुनों की जिन्होंने हरियाणवी आरकैस्ट्राक के माध्यम से कानों में मिश्री घोलने का काम किया। 

   
इसी मंच पर आयोजित सोलो डांस फिमेल में अम्बाला जोन की टीम ने जद पहलम झटकै आई मैं बणकै बहु मुकलाई....गीत पर अपना नृत्य पेश किया। इसके बाद करनाल जोन ने पिया मेरा लाम्बा लाम्बा गोरा सै..उका गजब ढिठोरा सै... गीत पर पांव थिरकाए तो कुरुक्षेत्र जोन की प्रतिभागी ने छोर्यां नै मारी किलकारी चाल़ा होग्या री....गीत पर नृत्या में समा बांधा। यमुनानगर जोन की टीम ने म्हारी भारोठी पै आईये हो पिया....गीत के साथ अपना नृत्या पेश किया तो हिसार जोन ने थोड़ा रहग्या टेम प्यार कर कै जाईयो हो....गीत पर नृत्य पेश किया। इसके पश्चात हरियाणवी पॉप सोंग व वैस्ट्रन ग्रुप सोंग की धूम रही। इसी मंच से ग्रुप डांस जनरल की प्रस्तुतियां देर शाम तक जारी रही। उधर खुले मंच पर दूसरे दिन भी सांग ने दर्शकों को बांधे रखा। 



यू आर माई ओनली होप.............हीर आखदी वे जोगिया झूठ बोले वे.वैस्ट्रन वोकल सोलो के साथ रही गीत संगीत की धूम

कुरुक्षेत्र, 07 नवम्बर।
यू आर माई ओनली होप.......जी हां, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आयोजित 36वें अंतर क्षेत्रीय युवा सामारोह में वैस्ट्रन वोकल सोलो में पाश्चचातय गीतों की धूम रही। दूसरे दिन संगीत विभाग के हाल में आयोजित इस प्रतियोगिता में सबसे पहले कुरुक्षेत्र जोन की टीम ने उपरोक्त गीत की प्रस्तुति दी।
 उसके पश्चात यमुनानगर जोन की टीम ने कैचअप सोंग आई सरैंडर की प्रस्तुति दी। इसके पश्चात अम्बाला जोन ने ऐडल रोलिंग इन दा डीप पर अपनी रोचक प्रस्तुुति दी। करनाल जोन की टीम ने जोर ऑफ हटर्स की प्रस्तुति दी। उधर इसी मंच से आयोजित वैस्ट्रन इंस्ट्रुमैंटल सोलों में हिसार जोन की टीम ने सबसे पहले अपनी प्रस्तुति दी। इसके पश्चात क्रमश: कुरुक्षेत्र जोन की टीम ने टाईटैनिक की लव स्टोरी की धुन पियानो पर बजाई, करनाल जोन, अम्बाला जोन व अंत में यमुनानगर जोन की टीम ने अपनी प्रस्तुति दी। इसी मंच से आयोजित फोक सोंग जनरल में अम्बाला की टीम ने राती तेरी वे ढोल. मेरेया लुगी वे....पंजाबी लोक गीत प्रस्तुत किया। उसके बाद हिसार जोन की टीम ने केसरिया बालम आओ नी पधारो म्हारे...... देश के साथ राजस्थानी लोकगीत की प्रस्तुति दी। प्रोफैसनल जोन की प्रस्तुति भोजपुरी पर रही। इसके बाद करनाल जोन की टीम ने चीरे वालेया के साथ पंजाबी, कुरुक्षेत्र जोन ने पंजाबी गीत कदे रब सच्चा गवाबदा....की प्रस्तुति दी व अंत में यमुनानगर जोन की ओर से भी रांझणा के साथ साढे चम दियां जुतियां कदे जियुंदा .......हीर आखदी वे जोगिया झूठ बोले वे...कौण रूठड़े यार मनांवदा वे....पंजाबी फोक की प्रस्तुति की गई। इसी मंंच पर आयोजित प्रतियोगिता लाईट वोकल इंडियन में करनाल जोन ने कभी कहा ना किसी से तेरे फसाने को....न जाने कैसे खबर हो गई जमाने को.. गीत प्रस्तुत किया। इसके बाद कुरुक्षेत्र जोन की ओर से अभी इस तरफ ना निगाह कर मैं नजर की पलकें संवार लूं...मेरा इरा तुझे आईने में उतार लूं गीत पेश किया गया। इसके बाद अम्बाला जोन की टीम ने अपने हक में उनका इक फैसला मंजूर था, जिंदगी चलती रही ये फलसफा मंजूर था पेश किया। इसके बाद हिसार जोन की टीम ने क्यूं मोहब्बत को आजमाते हो....तुम मेरी जान क्यों जलाते हो..पर अपनी प्रस्तुति दी। यमुनानगर जोन की टीम ने जन्म देंदे मापे हो...अपनी प्रस्तुति दी।अंत में अपने गीत सबको हैरत है मेरे जीने में...के साथ रोचक प्रस्तुति दी। 


सील़ी सील़ी बाल़ मैं एक छोरी म्हारी गाल़ मैं......

कुरुक्षेत्र, 07 नवम्बर। 
36
वें अंतरक्षेत्रीय युवा महोत्सव के दूसरे दिन कुवि के आरके सदन में आयोजित पुरुष वर्ग की एकल नृत्य प्रतियोगिता में दर्शकों ने खूब लुत्फ उठाया। प्रतियोगिता में कुल 4 जोन से आई टीमों ने भागीदारी की।

 सबसे पहले अम्बाला जोन के प्रतिभागी ने सुपणे के मै चाल़ा होग्या, के समझाऊं अपणे दिल की बात..नई बहु के चक्कर मैं नींद ना आवै सारी रात....गीत पर अपना नृत्य पेश किया। उसके बाद हिसार जोन की ओर से घोड़ी अम्बाल़े तै आई...इसपै चढ़्या ना उतर्या जाए.... गीत पर नृत्य पेश किया। इसके पश्चात करनाल जोन के प्रतिभागी ने सील़ी सील़ी बाल़ मैं एक छोरी म्हारी गाल़ मैं......गीत पर नृत्य पेश किया। कुरुक्षेत्र जोन के प्रतिभागी ने भी सुपणे के मै चाल़ा होग्या गीत पर अपना नृत्य पेश किया। इसी मंच से स्किट प्रतियोगिता भी आयोजित हुई। यमुनानगर जोन की टीम ने रेप एण्ड पेरैंटस इगनोरैंस शीर्षक से अपनी स्किट पेश की जिसमें युवाओं से आह्वान कुछ इस तरह किया गया..उठो जागो मेरे देश के जवान...हर गल़ी मैं मिलैंगे इसे शैतान....। इसके बाद हिसार जोन की टीम ने फूलां आल़ी कार शीर्षक से स्किट की प्रस्तुति दी। इसके पश्चात देर सांय तक संस्कृत ड्रामा की प्रस्तुतियां जारी रही।



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