Wednesday, March 26, 2014

चंडीगढ़ के सेलिब्रिटी प्रत्याशियों के फिल्मी टशन और निराले अंदाज

 किरण,गुल और जन्नत के निशाने पर हैं पवन बंसल

आम आदमी पार्टी और भाजपा को अंदरुनी खींचतान से नुक्सान

मुस्लिम मतदाताओं को साथ जोडऩे की फिराक में जन्नतजहां

चंडीगढ़ 26 मार्च -सुरेंद्र पाल वधावन
चंडीगढ़ में विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा सेलिब्रिटी उम्मीदवारों के चुनाव में उतारे जाने के बावजूद अभी कोई खास चुनावी माहौल नहीं बन पाया है। भाजपा की किरण खेर और आम आदमी पार्टी की गुलपनाग सेलिब्रिटी शख्सीयतें होने के बावजूद भी चंडीगढ़ वासियों को फिल्हाल राजनीतिक तौर पर वार्म-अप नहीं कर पाई हैं। गुल पनाग की बात की जाए तो गुल पनाग नित नए अंदाज से मतदाताओं का ध्यान अपनी और आकर्षित करने के प्रयास करती हैं। एक रोड शो के दौरान बुलेट मोटर साईकिल पर सवार हो कर निकली तो कभी साइकिल या बस पर सवार हो कर प्रचार करने निकलती हैं। बालीवुड की ग्लेमरस अदाकारा गुल पनाग कभी पंजाबी सूट और कभी चुस्त जीन्स में नजर आती हैं। गुलपनाग अपने वाहन को खुद ही ड्राईव करती हैं।  जाहिरा तौर पर चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी इस समय बिखराव के कगार पर है। आम आदमी पार्टी ने पहले यहां से सविता भट्टी को टिकट दिया जिन्होंने कार्यकत्र्ताओं के विरोध के चलते चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया । गुल पनाग को टिकट मिलने के बाद भी पार्टी में अंतकलह कम नहीं हुआ। सविता भट्टी की गुलपनाग से वैचारिक मतभेद इतने ज्यादा बढ़ गए कि सविता भट्टी ने आम आदमी पार्टी की सदस्यता से ही इस्तीफा दे दिया।

भाजपा की सेलिब्रिटी प्रत्याशी किरण खेर को भी चंडीगड़ की टिकट मिलने पर अंडो की बरसात झेलनी पड़ी। पार्टी वर्करों को मनाने में किरण खेर का एक सप्ताह बरबाद हो गया। सब कुछ ठीक होने लगा ही था कि पार्टी कार्यालय में बर्करों के दो गुट आपस में भिड़ गए और चाकू तक चल गए। चंडीगढ़ में भाजपा का संगठनात्मक ढांचा संतोषजनक सा है और नरेंद्र मोदी के अंडर करंट को कैश करने में पार्टी सफल हो जाती है तो कांग्रेस के लिए भाजपा कड़ी चुनौती प्रस्तुत कर सकती है। वैसे भाजपा पर यहां भीतरघात का खतरा भी मंडरा रहा है। किरण खेर के प्रचार करने का  भी अपना अंदाज है। चंडीगढ़ को अपना पेका यानी कि मायका बताती हैं,संबोधन करते वक्त चेहरे पर अनेक भाव -भंगिमाएं दशार्ती हैं,प्रचार के दौरान पंजाबी सूट में दिखाई देती हैं और मेकअप का सामान भी अपने साथ रखती हैं।

 कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार पवन कुमार बंसल पूरे संसदीय क्षेत्र में दौरा कर चुके हैं और पदयात्राओं के माध्यम से लोगों से रुबरु हो रहे हैं। बंसल आजकल चंडीगढ़ के सेक्टरों में डोर-टू-डोर अभियान चलाए हैं। बंसल ने अपनी उपलब्धियों का एक रंगीन बुंलेटिन तैयार करवाया है जिसे घर-घर बांटा जा रहा है। तडक़ भडक़ से दूर सादा लिबास पसंद करने वाले पवन बंसल आजकल स्पोर्टस शूज में नजर आते हैं। बंसल का कहना है कि चंडीगढ़ के लोग अत्यंत जागरुक हैं और वह जानते हैं कि किरण खेर या गुलपनाग को मिलने वह मुबई या किसी चैनल के सैट पर नहीं जा सकते। और तो और किरण खेर या गुलपनाग तो खुद चंडीगढ़ की वोटर भी नहीं हैं। पवन बंसल के अनुसार भाजपा का टिकट अगर हरमोहन धवन को मिलता तो वह कांग्रेस को थोड़ी बहुत चुनौती प्रस्तुत कर सकते थे। चंडीगढ़ में बसपा की प्रत्याशी जन्नतजहां  भी पारंपरिक परिधानों में चुनाव प्रचार कर रही हैं और पैदल प्रचार के वक्त सपोर्टस शूज व पंजाबी सूट पहनना पसंद करती है। जन्नत इस वेशभूषा को अत्यंत आरामदायक मानती हैं। जन्नत के प्रभाव का सीघा नुकसान कांग्रेस और भाजपा को हो रहा है। आज कांग्रेस पार्टी के मुस्लिम समाज से संबधित अने लोग बहुजन समाज पार्टी में शामिल हुए हैं। उधर मतदाता खामोश हे जिसकी खास वजह है। नगरीय क्षेत्र के मतदाताओं के लिए फिल्हाल चुनाव से ज्यादा जरुरी 31 मार्च की कलोसिंग है। ग्रामीण मतदाताओं को मौसम की खराबी से फसल को होने वाले नुकसान का डर है। इसी के चलते यहां चुनाव में मतदाता दिलपसपी नहीं दिखा रहा। फोटो-बाईक सवार गुलपनाग,किरण खेर








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