Tuesday, December 17, 2019

एनजीटी के आदेशों के अवहेलना करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने का समय आ गया है :प्रीतम पाल

जस्टिस प्रीतम पाल ने लाडवा के एक पोल्ट्री फार्म के खिलाफ कार्रवाई में देरी करने पर लिया संज्ञान, पोल्ट्री फर्मा पर 20 लाख रुपए जुर्माना लगाने अनुशंसा भी की 


कुरुक्षेत्र 17 दिसम्बर/ पवन सोंटी 
नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल प्रदेश कार्यकारी कमेटी के चेयरमैन एवं सेवा निवृत जस्टिस प्रीतम पाल ने कहा कि देश और प्रदेश के प्रत्येक नागरिक को वातावरण को स्वच्छ रखने और प्रदूषण को रोकने के लिए पूरी गम्भीरता और संवेदनशीलता के साथ अपने कर्तव्य का निर्वहन करना होगा, क्योंकि अब सोचने का समय निकल चुका है, अगर किसी व्यक्ति, अधिकारी और कर्मचारी ने एनजीटी के आदेशों की अवहेलना की तो उसके खिलाफ तुरंत कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। अहम पहलु यह है कि प्रशासन और सरकार देश और प्रदेश को अकेले प्रदूषण मुक्त नहीं कर सकती, इसके लिए आम नागरिक के सहयोग की निहायत जरुरत होगी।
सेवा निवृत जस्टिस प्रीतम पाल मंगलवार को लघु सचिवालय के सभागार में एनजीटी के अंतर्गत गठित की गई जिला टास्क फोर्स की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। इससे पहले अतिरिक्त उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने प्रशासन द्वारा एनजीटी के आदेशों की पालना करवाने के लिए की गई गतिविधियों और प्रगति के बारे में विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की तथा नगर पालिका सचिव निशा ने सभी पालिकाओं और नगर परिषद की प्रगति रिपोर्ट को पॉवर प्रेजेंटेशन के माध्यम से प्रस्तुत किया। इसके उपरांत सेवा निवृत जस्टिस प्रीतम पाल ने ठोस कचरा प्रबंधन स्थलों व सेक्टर 5 व 7 में कचरे से खाद बनाने वाले स्थलों का निरीक्षण भी किया। सेवा निवृत जस्टिस प्रीतम पाल ने लाडवा में एक पोल्ट्री फार्म द्वारा एनजीटी के आदेशों की अवहेलना करने के मामले को गम्भीरता से लेते हुए कहा कि इस पोल्ट्री फार्म पर एनजीटी की कमेटी की तरफ से नियमों की अवहेलना करने पर 20 लाख रुपए का जुर्माना करने की अनुशंसा हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन को की गई थी और इस पोल्ट्री फार्म को खाली करवाने के लिए कार्रवाई करने के आदेश दिए थे, लेकिन अभी तक इस सम्बन्ध में कोई भी कार्रवाई नहीं की गई, इसलिए इस विषय को गम्भीरता से लिया गया है और इस पूरे मामले में देरी करने और आदेशों की पालना न करने की जांच करने के आदेश प्रशासन को दिए गए है। 
उन्होंने यह भी कहा कि इस जांच के दौरान जो भी अधिकारी दोषी पाया गया उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। इतना ही नहीं जिला टास्क फोर्स नियमित रुप से उपायुक्त और पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में एनजीटी के आदेशों की पालना करवाने के लिए एक साईट का निरीक्षण जरुर करेंगे और इस सम्बन्ध में अपनी रिपोर्ट भी देंगे। इसके अलावा पिहोवा में घग्गर और सरस्वती नदी का पानी गंदा करने और एनजीटी के आदेशों की अवहेलना करने वाले फैक्टरी संचालकों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई कर जुर्माना लगाया जाए। उन्होंने कहा कि एनजीटी के नियमों की पालना करने के लिए सभी को आशावादी सोच के साथ काम करना होगा और किसी प्रकार का ढीलापन नहीं होना चाहिए। इस विषय के प्रति लोगाों में जागरुकता लाने के लिए वार्डो में नगर परिषदों के साथ मिलकर सैमिनार और मीटिंगों का आयोजन करना चाहिए और अधिकारियों को जमीनी हकीकत का पता लगाने के लिए फील्ड में जाना चाहिए और प्रदूषण फैलाने वाली फैक्ट्रियों, पोल्ट्री फार्मो को चिन्हित करना चाहिए और महीने में एक बार विजिट जरुर करनी चाहिए। पंचायतों को भी अब एनजीटी के आदेशों की अवहेलना करने के अधिकारी दिए गए है। उन्होंने कहा कि सभी को अब अपनी सोच बदलनी होगी, विकास के साथ-साथ अपने पर्यावरण को स्वच्छ रखने का संकल्प भी लेना होगा। इस मौके पर एनजीटी के प्रदेश कमेटी के सदस्य डा. बाबूराम, नगराधीश सतबीर कुंडू, एसडीएम अश्विनी मलिक, एसडीएम अनिल यादव, एसडीएम डा. संजय कुमार, डीएसपी ममता सौदा, डीडीपीओ रेणू जैन, सीएमओ डा. सुखबीर सिंह, नप ईओ बीएन भारती, सचिव केएल बठला सहित अन्य अधिकारी व जिला टास्क फोर्स के सदस्य मौजूद थे।

होटलों के कचरे का प्रबंधन जांचने के दिए आदेश

नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल प्रदेश कार्यकारी कमेटी के चेयरमैन एवं सेवा निवृत जस्टिस प्रीतम पाल ने कहा कि कुरुक्षेत्र में 9 बड़े होटल है, जहां पर रोजाना 100 किलोग्राम प्रति होटल के हिसाब से कचरा निकलता है। इस कचरे का प्रबंधन करने की जिम्मेवारी एक कम्पनी को सौंपी गई है। यह कम्पनी इस कचरे का कहां और किस प्रकार प्रबंधन कर रही है, इसको चैक किया जाना जरुरी है। उन्होंने प्रशासन को आदेश दिए कि एक कमेटी के माध्यम से होटलों के कचरा प्रबंधन की जांच रिपोर्ट 31 दिसम्बर तक सौंपी जाए। इसके अलावा मैटिरियल रिकवरी फेसलिटी की रिपोर्ट भी 31 दिसम्बर तक सौंपने के आदेश दिए है।

कचरा प्रबंधन स्थलों के आसपास से पानी के सैम्पल लेने के दिए आदेश

चेयरमैन एवं सेवा निवृत जस्टिस प्रीतम पाल ने प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों को आदेश दिए कि जिन-जिन जगहों पर ठोस कचरा प्रबंधन किया जा रहा है, उन कचरा प्रबंधन स्थलों के आसपास के क्षेत्र से पीने के पानी के सैम्पल लिए जाए ताकि यह तथ्य सामने आ सके कि उस क्षेत्र में पानी पीने के योग्य है या नहीं, क्योंकि पंचकूला में इसी तरह की रिपोर्ट सामने आई है कि 7 टयूबवैलों के पीने के पानी के सैम्पल ठीक नहीं पाए गए है। यह कार्य नियमित रुप से किया जाना चाहिए।

बार कोडिंग सिस्टम से चैक होगा अस्पतालों में कचरा प्रबंधन

हरियाणा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के एक्सईन विरेन्द्र ने बताया कि कुरुक्षेत्र में 116 हेल्थ केयर सुविधा केन्द्र है जिसमें से 94 सुविधा केन्द्रों में बैड सुविधा है और इन स्वास्थ्य केन्द्रों से 225 किलो कचरा प्रतिदिन एकत्रित किया जाता है। इन स्वास्थ्य सुविधा केन्द्रों से कचरा एकत्रित करने की जिम्मेवारी एक कम्पनी को सौंपी गई है। इस कम्पनी के कचरा एकत्रित करने की प्रणाली को अब बार कोडिंग सिस्टम से चैक किया जा सकता है। इस सिस्टम से जब गाड़ी अस्पताल में पहुंचेंगी तो वहां पर गाड़ी के उपर लगा बार कोड स्कैन होगा और जहां पर कचरा डाला जाएगा वहां पर भी कोड स्कैन होगा। इसलिए इस प्रणाली को बार कोडिंग सिस्टम से चैक किया जा सकता है।

1 साल में दर्ज की 150 एफआईआर

एक्सईन विरेन्द्र ने अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा एनजीटी के आदेशों की सख्ती से पालना की जा रही है और पिछले 1 साल में एनजीटी के आदेशों की अवहेलना करने पर 150 एफआईआर दर्ज की गई है और इन सभी केसों को मजबूती से तैयार किया गया है ताकि आदेशों की अवहेलना करने वालों को सजा मिल सके।

कुरुक्षेत्र में 62 टन कचरा रोजाना होता है पैदा

अतिरिक्त उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने पिहोवा, इस्माईलाबाद, शाहबाद, लाडवा नगर पालिकाओं व थानेसर नगर परिषद में तकरीबन 2 लाख 70 हजार लोगों की आबादी है और इन पांचों एमसी के 100 वार्डो में प्रतिदिन 62 टन कचरा निकलता है। इस कचरे का उचित प्रबंध किया जा रहा है और घर-घर से कूड़ा एकत्रित करके डम्पिंग प्वाईंट पर उचित प्रबंध किया जा रहा है। लोगों को गीले कचरे से खाद बनाने के प्रति जागरुक किया जा रहा है और सैक्टर 5 और 7 के पार्को में खाद बनाने के उदाहरण भी प्रस्तुत किए है।

थानेसर नगर परिषद ने किए 492 चालान और लगाया 2 लाख 26 हजार का जुर्माना

अतिरिक्त उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर कहा कि कुरुक्षेत्र को प्लास्टिक मुक्त जिला बनाने के प्रयाय लगातार किए जा रहे है। इसके लिए लोगों में कार्यक्रमों और सैमिनारों के माध्यम से प्लास्टिक का प्रयोग ना करने, सिंगल यूज प्लास्टिक का प्रबंधन करने के प्रति जागरुक किया जा रहा है। इसके अलावा कानून की पालना करवाने के लिए कार्रवाई भी की जा रही है। इस कार्रवाई के तहत थानेसर नगर परिषद ने 1 अप्रैल से 15 दिसम्बर 2019 तक 492 चालान किए और लोगों पर 2 लाख 26 हजार का जुर्माना किया। इसी तरह लाडवा में 39 चालान कर 8500 जुर्माना, पिहोवा में 38 चालान कर 8200 जुर्माना और इस्माईलाबाद में 6 चालान किए गए है।

जिले में 52 जगहों को किया चिन्हित जहां लगते थे गंदगी के ढेर

कुरुक्षेत्र जिले में चारों नगर पालिका व थानेसर नगर परिषद में 52 जगहों पर गंदगी के ढेर लगने वाली जगहों को चिन्हित किया गया था। इसमें से थानेसर नगर परिषद में 31 जगहों पर गंदगी के ढेर लगते थे, लेकिन अब इन जगहों को पूरी तरह साफ कर दिया गया है। इसी तरह लाडवा में 8 जगहों में से 4 जगहों की सफाई करवा दी गई है, पिहोवा में 7 जगहों में से 3, इस्माईलाबाद में 3 जगहों में से 1, शाहबाद में 3 जगहों की सफाई व्यवस्था करवा दी गई है। जिन नगर पालिकाओं में अभी भी चिन्हित जगहोंं पर गंदगी के ढेर लगे है उन सभी को 31 दिसम्बर तक साफ करने के आदेश जारी किए गए है।

कार्यकारी कमेटी के चेयरमैन एवं सेवा निवृत जस्टिस प्रीतम पाल ने मोबाईल पर चैक की टिप्पर की लोकेशन

एनजीटी की प्रदेश कार्यकारी कमेटी के चेयरमैन एवं सेवा निवृत जस्टिस प्रीतम पाल जब जिला टास्क फोर्स की बैठक में सभी नगर पालिकाओं में घर-घर से कूड़ा एकत्रित करने वाले टिप्परों की रिपोर्ट ले रहे थे और टिप्परों की लोकेशन चैक करने के लिए जीपीएस सिस्टम की फीडबैक ले रहे थे तभी उन्होंने नगर परिषद थानेसर के टिप्परों की जीपीएस सिस्टम को चैक करवाने के आदेश दिए तो नगर परिषद की तरफ से मोबाईल पर ही टिप्परों की लोकेशनों को चैक करवाया, इतना ही नहीं एनजीटी कमेटी के सदस्य डा. बाबू राम ने उसी मोबाईल से चालक बिशन से बातचीत की और लोकेशन के बारे में जानकारी हासिल की। इस जानकारी के अनुसार चालक सेक्टर 13 में था और रिपोर्ट सही पाई गई। इस पर सेवा निवृत जस्टिस प्रीतम पाल ने प्रशासन और नगर परिषद के अधिकारियों को बधाई भी दी।

Thursday, December 12, 2019

हरियाणवी संस्कृति को वैश्विक स्तर पर उठाने में कामयाब रहा विरासत हैरिटेज: मेजर अभिमन्यु


कुरुक्षेत्र, 11 दिसंबर।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान पुरषोतमपुरा बाग में बने अंन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2019 ‘विरासतहेरिटेज विलेज से हरियाणवी संस्कृति को विशेष पहचान मिली है। ये उद्गार राजस्थान के राज्यपाल के पुर्व परिसहाय मेजर अभिमन्यु ने प्रकट किए। उन्होने अपनी पत्नी इशा सिंह (आईएस) मुख्य विकास अधिकारी,मेरठ के साथ गत रविवार को विरासतहेरिटेज विलेज में अपनी गरिमामय उपस्थिति दी।
गौरतलब है कि मेजर अभिमन्यु कुरुक्षेत्र के रहने वाले हैं व कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के पूर्व रजिस्ट्रार डाक्टर हवा सिंह के सुपुत्र हैं। उनकी पत्नी ईशा सिंह, आईएएस भी हरियाणा से ही हैं और यूपी के मेरठ में सेवारत्त हैं। उन्होने विरासत के अवलोकन के उपरांत उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रयास ने हरियाणवी संस्कृति को वैश्विक स्तर पर उठाने का प्रयास किया गया है जोकि बहुत ही सराहनीय काम है। इसके लिए उन्होने आयोजकों के साथ कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड और डाक्टर महासिंह को बधाई देते हुए कहा कि हमारे युवाओं को अपनी संस्कृति से जुड़ना चाहिए।
 इस अवसर पर विरासत हेरिटेज विलेज के संयोजक डाक्टर महासिंह पूनीय ने स्मृतिचिन्ह देकर उनको सम्मानित किया। मेजर अभिमन्यु व ईशा सिंह ने कहा कि अपनों के बीच में इस प्रकार सम्मान पाकर बहुत ही खुशी होती है। इस अवसर पर डाक्टर महासिंह पूनीय, प्रो. सुदेश छिक्कारा, डाक्टर आबिद अली, पवन सोंटी, तेजस्विनी, विनय चौधरी, हरिओम द्विवेदी आदि गणमान्य व्यक्तियों सहित अनेकों दर्शक भी उपस्थित थे।  

Thursday, December 5, 2019

हरियाणवी कला एवं संस्कृति को विकसित करेगी सरकार:दुष्यंत


उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने किया विरासत हेरिटेज विलेज का अवलोकन


कुरुक्षेत्र 5 दिसम्बर/ विनय चौधरी 
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि सरकार हरियाणवी संस्कृति एवं हेरिटेज को ग्रामीण स्तर से जोडकऱ कलाकारों के क्राफ्ट को बाजार से जोडऩे का काम करेगी। इसके साथ-सथ हरियाणवी कला एवं संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए सार्थक कदम उठाएं जाएंगे। सरकार का लक्ष्य है कि लुप्त हो रही हमारी लोक परम्पराओं को फिर से जीवंत किया जाए ताकि आने वाली पीढिय़ा भी इन से रुबरु हो सके।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला बुधवार को गत्त देर रात्रि ब्रहमसरोवर के पुरुषोतमपुरा बाग में विरासत हेरिटेज विलेज का अवलोकन कर रहे थे। इससे पहले उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने विरासत हेरिटेज के कलाकारों को 5 लाख रूपए देने की घोषणा भी की। विरासत हेरिटेज विलेज में डा. महासिंह पूनिया ने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। 
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि विरासत हेरिटेज के माध्यम से जिस प्रकार हरियाणा की संस्कृति को प्रस्तुत किया गया है। वह अपने आप में अनुठा एवं अदभूत है। इस तरह के आयोजन ग्रामीण कलाकारों की कला करे विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। उन्होंने विरासत हेरिटेज में दरी बुनाई, सिकलीगर परम्परा, रथ बनाने की परम्परा, चारपाई बनाने की परम्परा, फुलझड़ी बनाने की परम्परा तथा कपड़े रंगने की कला को बहुत बारीकी से जाना और कलाकारों से इस कला करे विकास करने के लिए सुझाव भी मांगे। उन्होंने विरासत हेरिटेज विलेज में व्यक्तिगत रूप से कपड़ों के बने गुड़े-गुडिय़ा तथा इंडिया खरीदकर कलाकारों को प्रोत्साहित किया। 
इस मौके पर विरासत हेरिटेज के संयोजक डा. महासिंह पूनिया ने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला को विरासत हेरिटेज विलेज, सिक्कों तथा हरियाणवी चित्रकला गैलरी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। विरासत हेरिटेज विलेज के कलाकारों ने दुष्यंत चौटाला के समक्ष हरियाणवी कला एवं संस्कृति के विविध रंग स्टेज पर प्रस्तुत किए। इस मौके पर गुहला के विधायक ईश्वर सिंह, जजपा के पार्टी अध्यक्ष निशान सिंह, योगेश शर्मा, जिला उपायुक्त एस.एस. फुलिया, डॉ. हवा सिंह सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन-फोटो नम्बर 6 से 12 तक

विधानसभा स्पीकर ज्ञानचन्द गुप्ता ने किया विलेज हेरिटेल का अवलोकन

हरियाणा विधानसभा के स्पीकर ज्ञानचन्द गुप्ता ने गत्त देर रात्रि विरासत हेरिटेज विलेज का अवलोकन किया। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा की संस्कृति को विरासत हेरिटेज विलेज के माध्यम से नए स्वरूप से प्रस्तुत किया गया है। इसके लिए कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड बधाई का पात्र है। उन्होंने कहा कि हरियाणवी कला एवं संस्कृति का इतिहास बहुत पुराना है। इस अवसर पर विरासत हेरिटेज विलेज में विधानसभा अध्यक्ष को हरियाणवी पगड़ी बांधकर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया।  इस मौके पर कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सदस्य रविन्द्र सांगवान, भाजपा नेत्री शकुन्तला शर्मा सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

पवित्र ग्रंथ गीता के एक-एक उल्लेख को अपने जीवन में धारण करना जरुरी:दुष्यंत


कुरुक्षेत्र 4 दिसम्बर/ विनय चौधरी 
उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता के एक-एक उल्लेख को अपने जीवन में धारण करना जरुरी है। इन मुल्यों को अपने जीवन में धारण करके जीवन को सफल बनाया जा सकता है। यह हरियाणा प्रदेश का सौभाग्य है कि पवित्र गं्रथ गीता के उपदेश इस ऐतिहासिक और गौरवशाली भूमि कुरुक्षेत्र में ही दिए गए।
वे बुधवार को देर सायं अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के मुख्य सांस्कृतिक मंच पर प्रसिद्घ अभिनेत्री अमीषा पटेल के सांस्कृतिक कार्यक्रम में बोल रहे थे। इससे पहले उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, स्वामी ज्ञानानंद जी महाराज, विधायक ईश्वर सिंह, विधायक रामकरण काला, उपायुक्त डा. एसएस फुलिया, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने दीपशिखा प्रज्जवलित कर विधिवत रुप से सांस्कृतिक संध्या का शुभारम्भ किया। इस दौरान उपायुक्त डा. एसएस फुलिया ने उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला और अतिरिक्त उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता को स्मृति चिन्ह और शॉल भेंटकर सम्मानित किया। इसके साथ ही प्रसिद्घ अभिनेत्री अमीषा पटेल ने बेहतरीन श्रीकृष्ण-रुकमणी विवाह की प्रस्तुती देकर सबको आश्चर्य चकित कर दिया। इस प्रस्तुती में अभिनेत्री अमीषा पटेल ने श्रीकृष्ण और रुकमणी की लीलाओं का व्याख्यान किया और अमीषा पटेल ने रुकमणी का किरदार निभाया, जबकि श्रीकृष्ण का किरदार अर्पित शर्मा ने निभाया। यह प्रस्तुती गीता ग्रुप ऑफ मुम्बई की तरफ से दी गई और इसकी निर्माता और निर्देशक प्रांजली शर्मा है और इस ग्रुप के चेयरमैन डा. एसपी शर्मा के मार्गदर्शन में इन कलाकारों ने प्रस्तुती दी।
उपमुख्यमंत्री ने अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव पर प्रदेश वासियों और अच्छे प्रबंधों और पूरे शहर गीतामयी बनाने पर केडीबी और तमाम प्रशासनिक अधिकारियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हरियाणा की भूमि युद्घ और बलिदान के लिए जानी जाती है, लेकिन हरियाणा के ही कुरुक्षेत्र की भूमि पर भगवान श्रीकृष्ण ने गीता के उपदेश देकर एक विश्व व्यापी ग्रंथ भी दिया, आज पूरे विश्वस्तर पर गीता महोत्सव का आयोजन किया जाता है। आज पूरे विश्व को पवित्र ग्रंथ गीता का अनुसरण करना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने महोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा पिछले 5 सालों से गीता महोत्सव को अंतर्राष्टï्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है। इस महोत्सव के कारण हरियाणा प्रदेश की पहचान पूरे विश्व में बनी है, आज सभी को इस पवित्र गं्रथ से प्रेरणा लेने की जरुरत है। आज उसी पावन धरा कुरुक्षेत्र पर कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इस आयोजन में गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद की अहम भूमिका रही है।

कुरुक्षेत्र गीता महोत्सव के लिए तैयार किया श्रीकृष्ण-रुकमणी विवाह प्रसंग:अमीषा


प्रसिद्घ फिल्म अभिनेत्री अमीषा पटेल ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण की कर्मभूमि कुरुक्षेत्र के अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव को जहन में रखकर ही श्रीकृष्ण रुकमणी विवाह प्रसंग को तैयार किया है। इस कार्यक्रम में भगवान श्रीकृष्ण के रुकमणी विवाह प्रसंग को दिखाने का अनोखा प्रयास किया गया है।
फिल्म अभिनेत्री अमीषा पटेल बुधवार को देर सायं अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव के मुख्य मंच पर सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुती देने के लिए पहुंची थी। यहां पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए अभिनेत्री अमीषा पटेल ने कहा कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड और हरियाणा सरकार की तरफ से जैसे ही अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव के लिए निमंत्रण मिला, उसी समय कुरुक्षेत्र की कर्मभूमि पर हुए भगवान श्रीकृष्ण को जहन में रखकर नृत्य नाटिका तैयार करने का मन बनाया और समय रहते श्रीकृष्ण रुकमणी विवाह प्रंसग नृत्य नाटिका को तैयार किया। इस नृत्य नाटिका में 2 घंटे के दौरान भगवान श्रीकृष्ण की विभिन्न लीलाओं और रुकमणी के विवाह प्रसंग को दिखाने का प्रयास किया गया है।
उन्होंने कहा कि इस प्रसंग में रुकमणी हरण, स्वयंवर को दिखाया गया है। इस नृत्य नाटिका के प्रत्येक पात्र ने अपने अभिनय को जीने का प्रयास किया और श्रीकृष्ण की भूमिका निभाने वाले अर्पित शर्मा ने अपने इस किरदार को निभाने के लिए काफी मेहनत की ताकि अभिनय में श्रीकृष्ण का रंग डल सके। उन्होंने एक प्रश्न का जवाब देते हुए कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव बहुत ही अच्छा कार्यक्रम है। इस महोत्सव के मंच पर आने का एक सुखद एहसास हुआ है। इस बेहतरीन आयोजन के लिए हरियाणा सरकार और कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड बधाई के पात्र है। इस महोत्सव के कारण कुरुक्षेत्र को विश्व में एक पहचान मिली है। उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले कुछ माह में ही उनकी नई फिल्म देशी मैजिक भी आ रही है।

Wednesday, December 4, 2019

बेसहारा कुत्तों ने दिलवाया कर्मवीर पुरस्कार, कुरुक्षेत्र के सुनील कौशिक एनसीआर में कमा रहे हैं नाम



बेसहारा कुत्तों ने दिलवाया कर्मवीर पुरस्कार
कुरुक्षेत्र के सुनील कौशिक एनसीआर में कमा रहे हैं नाम
कुरुक्षेत्र, 4 दिसंबर। 
सुनने या पढ़ने में तो यह बड़ा अजीब लगता है कि किसी को कुत्ते भी पुरस्कार दिलवा सकते है, और वो भी गली के कुत्ते! लेकिन इसे सच साबित किया है कुरुक्षेत्र निवासी सुनील कौशिक ने जिनको इन्हीं कुत्तों की बदौलत यूएन समर्थित कर्मवीर समान से नवाजा गया है। उन्हें यह सम्मान गत 27 नवंबर को नोएडा में कोन्फ़ेड्रेशन ऑफ एनजीओज़ की ओर से आयोजित एक समारोह में प्रदान किया गया।
इस समारोह में दुनिया के विभिन्न देशों से 1300 लोग भाग ले रहे थे, जिनमें से एनसीआर से 20 व हरियाणा से अकेले सुनील कौशिक को कर्मवीर पुरस्कार प्राप्त हुआ। सुनील गुरुग्राम में इंडिलव (Indielove) नाम से एक संस्था चलाते हैं, जिसमे वह स्ट्रीट डॉग यानि गली के कुत्तों को अपनाकर उनकी देखभाल करते हैं। वह बताते हैं कि उनके पास अनेकों कुत्ते हैं जिनकी देखभाल वह 6 लोगों की टीम के साथ स्वयं करते हैं। इस प्रकार वह 6 जरूरतमन्द परिवारों को रोजगार भी मुहैया करवा रहे हैं।  यही नहीं बीमार कुत्तों के इलाज के लिए वह डाक्टर की सहायता भी लेते हैं।
सुनील के अनुसार वह बीमार व असहाय कुत्तों की सहायता करते हैं। पूरे एनसीआर में कहीं भी कोई स्ट्रीट डॉग बीमार हो या किसी आपदा में हो तो उन्हे सूचना मिलते ही वह उस कुत्ते के पास पहुँचते हैं और उसका रेसक्यू करते हैं। फिर वह उसे अपने साथ अपने डॉग बोर्डिंग मे लाते हैं व उस कुत्ते को यथा संभाव उपचार दिया जाता है। वह बताते हैं कि उन्होने 2 अंधे, 2 बहरे व 2 अपंग कुत्तों को भी अपनाया हुआ है। कुछ कुत्तों का तो विदेश में भी अड़ोप्शन करवाया गया है।
कुत्तों की नसबंदी से आबादी पर रोक के प्रयास
सुनील कौशिक के अनुसार गलियों में घूमने वाले कुत्तों की जनसंख्या वृद्धि पर रोकथाम के लिए वह समय-समय पर उनकी नसबंदी भी करवाते हैं। उनका कहना है कि प्रति वर्ष एक कुत्ती 16 बच्चों को जन्म देती है और एक कुत्ते की औसत आयु 16 वर्ष है। अगर सभी कुत्ते जिंदा रहें और सही अनुपात में वंशवृद्धि करें तो कुछ ही वर्षों में कुत्तों की आबादी अनियंत्रित हो जाएगी। इसलिए उनकी नसबंदी करवाना जरूरी है।
उनका कहना है कि लोग 20 हजार में विदेशी नस्ल का कुत्ता तो ले आते हैं, लेकिन देशी नस्ल के कुत्तों को नहीं अपनाते। यही नहीं पालतू कुत्तों में बीमारी आदि होने की दशा में भी कई बार लोग उन्हें सड़क पर छोड़ देते हैं। वह उन सड़क पर घूमने वाले बीमार व असहाय कुत्तों की देखभाल खुद अपने पास रखकर करते हैं।
खुद के खर्च व लोगों की सहायता से चलता है काम  
हालांकि वह लोगों के पालतू कुत्तों के लिए बोर्डिंग सुविधा भी चलाते हैं जिससे उनको आय प्राप्त होती है। जब लोग परिवार सहित कहीं जाते हैं तो अपने पालतू कुत्ते को उनके पास छोड़ जाते हैं जिसके लिए उनको दैनिक आधार पर राशि का भुगतान करना होता है। इसके अलावा पशु प्रेमी लोग भी सुनील की सहायता करते हैं। हालांकि सुनील पेशे से डिजाइनर हैं और कंपनियों के लिए ब्रेंडिंग का काम भी करते हैं।
सुनील कौशिक का कहना है कि पुरस्कार सम्मान के साथ ही आदमी का हौसला भी बढ़ाते हैं। उन्हें भी यह सम्मान मिलने पर हार्दिक खुशी हुई है और आगे इस काम को और भी लगन से करने की प्रेरणा मिली है।

मोबाइल सुनील कौशिक: 095998 61534

Sunday, December 1, 2019

अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव से 50 साल पुरानी लोक संस्कृति को जीविंत करने का प्रयास शुरु:छाबड़ा


कुरुक्षेत्र 30 नवम्बर, अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव 2019 से देश की 50 साल पुरानी लोक संस्कृति को जीविंत करने का प्रयास किया गया है। इस महोत्सव के मंच से संस्कार भारती द्वारा बारहमासी रामलीला का मंचन शुरु किया गया है। इस बारहमासी रामलीला के मंच से लोक कलाकार गद्य और पद्य संवादों से भगवान श्रीराम के जीवन पर विस्तृत प्रकाश डालेंगे। इस अनूठे प्रयास की सभी ने पूरजोर प्रशंसा की है।
शनिवार को देर सांय महिला घाट पर कला और साहित्य की अखिल भारतीय संस्था संस्कार भारती द्वारा बारहमासी रामलीला का आयोजन किया। इस बारहमासी रामलीला का केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, सीईओ केडीबी गगनदीप सिंह, आरएसएस के विभाग सहकार्यवाहा डा. प्रीतम सिंह, प्रदेश मंत्री संगठन नरेन्द्र कुमार शर्मा, निदेशक ऋषिपाल ने दीपशिखा प्रज्जवलित कर विधिवत शुभारम्भ किया। मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा ने कहा कि 1970 के आसपास 15 से 20 कलाकार गांवों में जाकर भगवान श्रीराम का गुणगान करते थे, हर माह शुक्ल पक्ष से लेकर पूर्णिमा तक 15 दिन इस रामलीला का मंचन करते थे। सभी लोक कलाकार पद्य और गद्य संवादों पर आधारित भगवान श्रीकृष्ण के चरित्र का गुणगान करते थे, लेकिन यह विधा लुप्त हो गई है।
उन्होंने कहा कि अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव के मंच पर संस्कार भारती व फेथ इन थियेटर के माध्यम से इस विधा को फिर से जीविंत करने का काम शुरु कर दिया गया है। प्रदेश मंत्री संगठन नरेन्द्र कुमार शर्मा ने कहा कि इस बारहमासी रामलीला में अमीन और चनारथल के लोक कलाकार काम कर रहे है। इस संस्था का प्रयास है कि सभी ग्रामीण क्षेत्रों में हर माह बारहमासी रामलीला का मंचन किया जाए।