Sunday, November 6, 2011

विश्व की अनूठी संस्कृतिक प्रयोगशाला का समापन भी रहा विशाल



रत्नावली का रंगारंग समापन बन गया यादगार
 हजारों दर्शकों की मौजूदगी में हुआ रंगारंग समापन
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कुरुक्षेत्र/ पवन सोंटी
(विशेष सहयोग कुवि जनसंचार विभाग से रत्नावली रिपोर्टर टीम- शशि, प्रतीक्षा, मनीषा, दिपिका, बलवंत सिंह, सुमन व अरविंद्र सिंह साथ में विशेष गौड)
फोटो सहयोग नरेश सैनी, संगीत स्टूडियो कुरुक्षेत्र
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कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 4 दिन चला हरियाणवी संस्कृति का मेला रत्नावली शनिवार को सम्पन्न हो गया। इसके साथ ही 4 दिन तक कुवि की फिजां में फैले हरियाणवी संस्कृति के रंग भी सिमट गए। विश्व की अनूठी सांस्कृतिक प्रयोगशाला के समापन समारोह का आयोजन भी विशाल रहा। हजारों दर्शकों की हर्षपूर्ण मौजूदगी में समारोह का समापन बहुत ही रंगारंग रहा। चार दिन तक चारों और घाघरा, चूंदड़ी, कुड़ती, धोती-कुर्ता, खंडका व हरियाणवी आभूषणों की झंकार ने चार दिन तक कुवि की फिजां को ऐसा बनाऐ रखा मानो समूचा हरियाणा यहीं सिमट गया हो। अंतिम दिन हरियाणवी संस्कृति के यह ध्वज वाहक कुवि के मंच से अर्शिवाद पाकर अपनी संस्कृति को दुनिया में फैलाने के लिये विश्रजित हो गए। 

रत्नावली की पुरानी प्रतिभाओं ने भी किया मंच पर प्रदर्शन

रत्नावली के मंच से तराशी गई प्रतिभाऐं भी अपने मोह को न त्याग सकी और अंतिम दिन मंच पर जम कर रंग जमाया। एमडीयू विश्वविद्यालय रोहतक के युवा एवं सांस्कृतिक विभाग के निदेश जगबीर राठी, शुभा शर्मा, शोभना रावत व कुवि युवा एवं सांस्कृतिक विभाग की कला प्रयवेक्षक प्रवीन कादियान ने भी हरियाणवी गीतों पर आडिटोरियम के मंच पर जम कर नृत्य किया। 

मंच पर नाची घोड़ी
रत्नावली के अंतिम दिन समूह नृत्य की हुई यादगार प्रस्तुतियां
कुरुक्षेत्र/ पवन सोंटी
(विशेष सहयोग कुवि जनसंचार विभाग से रत्नावली रिपोर्टर टीम- शशि, प्रतीक्षा, मनीषा, दिपिका, बलवंत सिंह, सुमन व अरविंद्र सिंह साथ में विशेष गौड)

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में आयोजित 4 दिवसीय रत्नावली समारोह के अंतिम दिन आडिटोरियम में हरियाणवी समूह नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन हुआ जिसमें प्रदेश भर से कुल 12 टीमों ने प्रस्तुतियां दी। बहुप्रतिक्षित इस प्रतियोगिता में जितना उत्साह कलाकारों में था उससे कहीं अधिक उत्साह दर्शकों में था। प्रतियोगिता के दौरान पर्दा गिरने का समय ही होता था जो तालियों की गडग़ड़ाट से कुछ शुन्य सा होता था नहीं तो सारा समय हाल तालियों से गूंजता रहा। रंगीन रोशनियों में मंच पर हरियाणवी वेष भूषा में नाचते कलाकार, चारों और से आती मधुर संगीत के साथ गीतों की ध्वनि और हजारों तालियों की गूंज ने माहौल को आनंदमय बनाऐ रखा। मंच पर जब घोड़ी आगी घोड़ी आगी...खूब नचावांगे.....रत्नावली के मेल़े मैं हम रंग जमावांगे..........के साथ घोड़ी नृत्य पेश किया गया तो वृद्ध दर्शक अपने पुराने दिनों की शादियों को याद करते नजर आए जब बड़े घरानों की शादियों में घोड़ी नचाई जाती थी और उसे देखने के लिये पूरा गांव उमड़ पड़ता था। इसके साथ ही कोठै चढ़ ललकारूं दिखे औ मेरी कुड़ती ल्याईये...गल़ का ल्याईये ओ तबीज नजर का तागा ल्याईये आदि गीतों के बोल भी नृत्य करने वाले कलाकारों के पांवों को थिरकने के लिये गति देते रहे। प्रतियोगिता में डीएवी कालेज यमुनानगर प्रथम, गुरुनानक गल्र्ज कालेज यमुनानगर व तीसरे स्थान पर बीपीएसएम खानपुर कलां की टीम रही। 


सांगीत संध्या में जंघम जोगियों ने जमाया रंग
कुरुक्षेत्र 05 नवम्बर
रत्नावली के तीसरे दिन देर सांय आडिटोरियम में आयोजित सांगीत संध्या में जंघम जोगियों ने खूब रंग जमाया। उधर बंचारी से आई सिब्बन एण्ड पार्टी ने भी चौपाईयों, पटका, रसिया व होरी के माध्यम से हरियाणवी संगीत को समृद्ध किया। इस अवसर पर श्रोताओं को विलुप्त होती हरियाणवी लोक धुनों से भी परिचित करवाया। सुधीर और सूरज बेदी ने थानेसरी चमोला, बहरे तबील आदि प्रस्तुत किया। अनेका कलारों ने इस कार्यक्रम में हरियाणवी सुरों का परिचय करवाय। इसी कार्यक्रम के दौरान विजेता प्रतिभागियों को बांसुली वादक गजे सिंह के हाथों तीसरे दिन के पुरस्कार वितरित करवाए गए। गौरतलब है कि गजे सिंह हरियाणा के विश्वप्रसिद्ध बांसुली वादक हैं गजे ङ्क्षसह का कहना है कि रत्नावली के माध्य से व अनूप लाठर के प्रयासों से ही उनको पहचान मिली। अनूप लाठर ने बताया गत वर्ष की चौपाल की तरह इस बार सांगीत संध्या भी सफल रही। अगले वर्ष से इसे प्रतियोगिताओं में शामिल किया जाऐगा।

रत्नावली तीसरे दिन के परिणाम
कुरुक्षेत्र 05 नवम्बर
रत्नावली समारोह के तीसरे दिन आडिटोरियम हाल में आयोजित हरियाणवी लोक परिधान प्रतियोगिता के पुरुष वर्ग में यूटीडी कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय प्रथम, कुवि पीजी रिजनल सैंटर जींद दूसरे व एमएम कालेज आफ ऐजूकेशन फतेहाबाद व गर्वनमैंट पीजी कालेज करनाल संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे। इसी प्रतियोगिता के महिला वर्ग में बीपीएस गल्र्ज कालेज खानपुर कलां सोनीपत प्रथम, बीपीएस यूटीडी खानपुर कलां दूसरे व जेबीएम कालेज आफ ऐजूकेशन शादीपुर जुलाना व एसपीडीएस कालेज फतेहाबाद संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे। चौपाल प्रतियोगिता में यूटीडी कुरुक्षेत्र प्रथम, बीपीएस गल्र्ज कालेज खानपुर दूसरे व डीएवी कालेज फार गल्र्ज यमुनानगर तीसरे स्थान पर रहे। इसी मंच पर दोपहर बाद आयोजित हरियाणवी आरकैस्ट्रा प्रतियोगिता में गर्वनमैंट पीजी कालेज हिसार प्रथम, आरकेएसडी कालेज कैथल दूसरे स्थान पर रहे। तीसरे स्थान पर संयुक्त रूप से डीएवी गल्र्ज कालेज यमुनानगर, एमएमकालेज फतेहाबाद व अहीर कालेज रेवाड़ी रहे।
            सिनेट हाल में आयोजित हरियाणवी काव्य प्रतियोगिता में सीआर किसान कालेज जींद प्रथम, यूटीडी कुवि द्वितीय व गर्वनमैंट कालेज जींद तथा भारती विद्यापीठ गोहाना संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे। आरके सदन में आयोजित हरियाणवी समूह गान प्रतियोगिता में एमएमपीजी कालेज फतेहाबाद प्रथम, यूनिवर्सिटी कालेज कुरुक्षेत्र दूसरे स्थान पर रहे। तीसरे स्थान पर संयुक्त रूप से डीएवी कालेज यमुनानगर, आईजी कालेज कैथल व यूटीडी कुवि रहे। इसी मंच पर दोपहर बाद आयोजित हरियाणवी क्विज के फाईनल मुकाबले में आईबीपीजी कालेज पानीपत प्रथम, गर्वनमैंट पीजी कालेज जींद दूसरे, गर्वमैंट पीजी कालेज करनाल तीसरे, कुवि रिजनल सैंटर जींद चौथे व यूटीडी कुरुक्षेत्र पांचवें स्थान पर रहे।
            ओपन ऐयर थियेटर में आयोजित रागनी प्रतियोगिता में सीआरए कालेज सोनीपत प्रथम, गर्वनमैंट पीजी कालेज जींद, एमएम कालेज फतेहाबाद तीसरे, केयू कालेज कुरुक्षेत्र चौथे व डीएलजेए कालेज तोशाम पांचवें स्थान पर रहे। मोनो एक्टिंग में आरकेएसडी कालेज कैथल के राजीव प्रथम, गर्वनमैंट कालेज घरौंडा का रविंद्र दूसरे व सीआरए कालेज सोनीपत का रवि तीसरे स्थान पर रहे। खुले मंच पर आयोजित सांग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर संयुक्त रूप से केएनएम गर्वनमैंट कालेज नरवाना व गर्वनमैंट कालेज जींद रहे। दूसरे स्थान पर संयुक्त रूप से आरकेएसडी कालेज कैथल व यूटीडी कुरुक्षेत्र रहे। तीसरे स्थान पर भी संयुक्त रूप से डीएवी कालेज यमुनानगर व राजीव गांधी कालेज उचाना रहे।
            क्रश हाल में आयोजित आन दॉ स्पॉट पेंटिंग प्रतियोगिता में यूटीडी कुरुक्षेत्र से पोमी ट्रेल प्रथम, गवर्नमैंट कालेज अम्बाला के गुरप्रीत सिंह दूसरे स्थान पर व डीएवी कालेज यमुनानगर की सिमरप्रीत कौर तीसरे स्थान पर रही। पेंटिंग प्रदर्शनी में यूटीडी रोहतक की मंजू प्रथम, एमएम कालेज फतेहाबद की इलिका नारंग दूसरे व यूटीडी कुवि की कुसुम सांगवान तीसरे स्थान पर रही। 


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