Friday, November 4, 2011

सिरसा से आए सामुदायिक रिर्पोटर पहुंचा रहे हैं रेडियो के माध्यम से श्रोताओं तक रत्नावली के रंग


वीरेंदर चौहान की युवा टीम संजो रही है रत्नावली के रत्न .
कुरुक्षेत्र/ पवन सौन्टी
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 हरियाणवी लोकसंस्कृति के महाकुंभ रत्नावली में जहां प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए प्रतिभागी प्रदेश की सांस्कृतिक धरोहर को अपने अपने अंदाज में प्रस्तुत कर रहे हैं, मीडिया के विद्यार्थियों के लिए भी यह पर्व जड़ों से जुडऩे का अवसर साबित हो रहा है। रत्नावली में विशेष रूप से आमंत्रित की गई रेडियो सिरसा टीम में शामिल सामुदायिक रिपोर्टर विभिन्न कार्यक्रमों की ऑडियो रिकार्डिंग कर उसे रेडियो के माध्यम से लोगों तक पंहुचाने के कार्य में जुटे हैं। रेडियो सिरसा के निदेशक व चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय के पत्रकारिता विभाग के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि हरियाणवी संस्कृति के इस कुंभ से जो मोती उनकी टीम बटोर रही है वे रेडियो सिरसा के माध्यम से तो जन जन के पास पंहुचाए जाएंगे ही साथ में राज्य के अन्य सामुदाययिक रेडियो स्टेशनों को भी इनके ऑडियो मुहैया कराए जाएंगे। भारतीय सामुदायिक रेडियो संघ के प्रधान महासचिव चौहान ने कहा कि इस संगठन के माध्यय से रत्नवाली की झलकि यां देश के अन्य राज्यों के सामुदायिक रेडियो स्टेशनों पर प्रसारित करने की भी व्यवस्था की जाएगी। कार्यक्रमों के संपादिक अंश रेडियो सिरसा की टीम निरंतर फेसबुक पर भी उपलब्ध करवा रही है। रेडियो सिरसा की टीम के सदस्यों अनिल कक्कड, रूपा और बेअंत सिंह ने बताया कि रत्नावली में हरियाणवी रागनी, सांग और हरियाणवी नृत्य सरीखी विधाओं के मनमोहक प्रस्तुतिकरण ने उन्हें चमत्कृत कर दिया। प्रदेश की संस्कृति की गहराई और ऊंचाई के इन आयामों की कल्पना उन्होंने रत्नावली में आने से पूर्व कभी नहीं की थी। रिकार्डिड करार्यक्रमों के संपादन में जुटे बंटी,ऋचा,आरकिन ने कहा कि विभिन्न कार्यक्रमों की रिकार्डिंग व संपादन की प्रक्रिया में उन्हें हरियाणवी संस्कृति को निकट से जानने व समझने का मौका मिला है। टीम के सदस्य जसदीप उप्पल कहते हैं कि उन्होंने अपने विभाग के पोर्टल जनसंचार डॉट इन के लिए रत्नवाली की झलकियों को अपनी कलम व कैमरे से संजोने में जुटे हैं। टीम के साथ आई हिंदी की प्राध्यापिका डा. ब्रह्मलता ने रत्नावली के प्रारंभिक दिनों के साथ अपने जुड़ाव को जिक्र करते हुए कहा कि उनके लिए रत्नावली में लौटना एक अनूठा अनुभव है।

रत्नाली के समापन पर अपार भीड़ जुटने की संभावना से प्रशासन सख्त
 कार्ड पर होगी ऐंट्री
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कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में चल रहे चार दिवसीय हरियाणवी समारोह रत्नावली के समापन अवसर पर मुख्यअतिथ के तौर पर चौ. देवी लाल विश्वविद्यालय सिरसा के कुलपति डा. केसी भारद्वाज होंगे। समापन समारोह मेें भारी भीड़ जुटने की संभावना के चलते कुवि प्रशासन सख्त हो गया है। प्रशासन ने आदेश जारी किये हैं कि 5 नवम्बर को समापन समारोह के चलते आडिटोरियम में दर्शकों का प्रवेश पहचान पत्र के आधार पर ही होगा, अन्यथा किसी को भीतर नहीं जाने दिया जाएगा। कुवि युवा एवं सांस्कृति विभाग के निदेशक अनूप लाठर 
ने इस संबंध में जानकारी देते हुए विद्यार्थियों से आह्वान किया कि वे सब अपने पहचान पत्र लेकर ही कार्यक्रम में पहुंचे ताकि किसी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। इसके साथ ही उन्होंने मंच से भी दर्शकों को आह्वान किया कि कार्यक्रमों का आनंद लें लेकिन किसी तरह की ऐसी हरकत न करें जिससे कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की शाख प्रभावित हो।


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