Tuesday, November 21, 2017

गीता जयंती: पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर के लोक कलाकारों ने किया पर्यटकों का मनोरंजन, विभिन्न राज्यों की संस्कृति बनी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र

ब्रहमसरोवर के तटों पर बिखरी भारतीय संस्कृति की महक


कुरुक्षेत्र 20 नवम्बर (विनय चौधरी) ब्रहमसरोवर के पावन तटों पर भारतीय संस्कृति की महक को दूर-दूर तक महसुस किया जा रहा है। इस संस्कृति की महक का एहसास करने के बाद एकाएक शहर और प्रदेश के लोग अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव की ओर खिंचे चले आ रहे है। इस महोत्सव में जहां शिल्पकार अपनी शिल्पकला से पर्यटकों को मोहित कर रहे है, वहीं विभिन्न प्रदेशों के लोक कलाकार पर्यटकों का खुब मनोरंजन कर रहे है।
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव शिल्प और सरस मेले के दूसरे दिन सुबह और शाम के समय दूर-दराज से आने वाले पर्यटकों का पंजाब, हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर के लोक कलाकार मनोरंजन करने का काम कर रहे है। उत्तरी तट पर जहां राजस्थानी लोक कलाकार कच्ची घोड़ी नृत्य की प्रस्तुती देकर पर्यटकों को नृत्य करने के लिए उत्साहित कर रहे थे, उत्तर पश्चिमी तट पर बीन-बांसुली की धुन पर लोक कलाकार भी पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे। इस पावन तट के चारों तरफ किसी न किसी प्रदेश के कलाकर, बाजीगर, बहरुपिए भी पर्यटकों को लुभा रहे थे। 
सोमवार को इस शिल्प मेले की रौनक को बढाने का काम विभिन्न स्कूलों से आए हजारों विद्यार्थियों ने किया। उपायुक्त सुमेधा कटारिया ने महोत्सव के शिल्प और सरस मेले का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को जांचा तथा  25 नवम्बर के कार्यक्रमों की तैयारियों का जायजा भी लिया। उन्होंने कहा कि शिल्प और सरस मेला पर्यटकों को लुभा रहा है और सेल्फी प्वाईंट भी पर्यटकों अपनी तरफ आकर्षित कर रहे है।

विभिन्न राज्यों की संस्कृति बनी पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के पावन पर्व पर ब्रहमसरोवर का तट विभिन्न राज्यों की संस्कृति को अपने आगोश में समेट रहा है। इस तट पर विभिन्न राज्यों की संस्कृति पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। पहली बार इस तट पर भारत के विभिन्न राज्यों की संस्कृति को एक साथ देखने का मौका मिल रहा है। शिल्प मेले के दूसरे दिन चारों तरफ शिल्पकला की छोटी-छोटी दुकानों पर पर्यटक खरीददारी कर रहे है। यह दुकाने भारतीय शिल्पकला के सौंदर्य को भी चरितार्थ कर रही है।

जादूगर सम्राट शंकर का शो 25 नवम्बर को 

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2017 के दौरान मशहूर जादूगर सम्राट शंकर द्वारा अपनी जादू की विभिन्न कलाओं का प्रदर्शन किया जाएगा। महोत्सव के दौरान 25 नवम्बर से 30 नवम्बर तक मल्टी आर्ट कल्चरल सेंटर के आडोटोरियम हाल में इन कार्यक्रमों का आयोजन होगा। प्रतिदिन दो कार्यक्रमों में दोपहर 1 बजे से 3 बजे व सायं 4 बजे से 6 बजे तक जादू के शो का आयोजन किया जाएगा। यह जानकारी कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड की सीईओ पूजा चांवरिया ने दी हैं। 

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