Monday, September 10, 2018

महाराष्ट्र में हिंसक हुआ भारत बंद

कई जगह हो रहा है व्यापक असर,  करीब 20 राजनीतिक पार्टियों का है समर्थन


नई दिल्ली (ब्यूरो): पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों के खिलाफ विपक्ष के भारत बंद के दौरान कई जगह हिंसक झड़पे होने के समाचार मिल रहे हैं। इस भारत बंद की अगुवाई कांग्रेस कर रही है और उसके साथ समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, एनसीपी, RLD, RJD, CPI, CPM, AIDUF, NC, JMM, JVM, DMK, TDP, KERALA CONGRESS (M), RSP, IUMP, LOK TANTRIC JANTA DAL, SWABHIMAN PAKSHA- R Shetty  सहित करीब 20 राजनीतिक पार्टियों का समर्थन है।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार टीएमसी और आम आदमी पार्टी ने भी विरोध का समर्थन किया है लेकिन भारत बंद से दूर हैं। भारत बंद को देखते हुए कई राज्यों ने सरकारी छुट्टी का ऐलान किया है। कांग्रेस ने दावा किया है कि भारत बंद के दौरान किसी भी प्रकार की हिंसा नहीं होगी।

राहुल ने गांधी की समाधि पर चढ़ाया मानसरोवर का जल

भारत बंद की अगुवाई के लिए कांग्रेस के राष्ट्रिय अध्यक्ष राहुल गांधी राजघाट पहुंचे। राहुल गांधी बीते कुछ दिनों से मानसरोवर की यात्रा पर गए हुए थे और वहां से लौटकर वह सीधे बंद का समर्थन करने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं। कांग्रेस अध्यक्ष ने राजघाट पहुंचकर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी और उन्होंने कैलाश झील से लाए गए जल को बापू की समाधि पर चढ़ाया। इसके बाद उन्होंने मार्च की अगुवाई की। राहुल गांधी के साथ कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं समेत विपक्ष के के कई नेता भी राजघाट से महंगाई के खिलाफ मार्च पर निकल चुके हैं। यह मार्च रामलीला मैदान तक जाएगा

पुणे में कई बसों में पत्थरबाजी

महाराष्ट्र में विपक्ष का भारत बंद बेहद आक्रामक और हिंसक रूप ले लिया है। राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के कार्यकतार्ओं ने पुणे में कई बसों में पत्थरबाजी की। महाराष्ट्र में कई स्थानों से आगजनी की भी खबर आ रही है। दक्षिण राज्य केरल में भी विपक्ष के भारत बंद का असर देखने को मिल रहा है। केरल में सुबह 6 बजे से लेकर शाम 6 बजे तक भारत बंद रहेगा। राज्य में अधिकतर जगह दुकानें बंद हैं इसके साथ ही राज्य की बस सेवा पूरी तरह ठप है।

बिहार में पप्पू यादव ने रोकी रेल

बिहार से आ रही खबर में बताया गया है कि बंद के दौरान पटना में सांसद पप्पू यादव ने भारत बंद के दौरान प्रदर्शन किया, उन्होंने अपने समर्थकों के साथ ट्रेन रोक दी। दरभंगा में प्रदर्शनकारियों ने कमला फास्ट पैसेंजर को रोका और रेल की पटरियों पर लेट गए। बिहार के जहानाबाद में राजद कार्यकर्ताओं ने रेलवे ट्रैक पर आगजनी की है, जिसके कारण कई गाडिय़ों के परिचान पर अवरोध के खतरे मंडराने लगे हैं। बिहार के खगडिय़ा में बंद समर्थकों ने एनएच 31 को जाम किया। यही नहीं आरजेडी के कार्यकत्र्ताओं ने बस स्टेंड पर प्रदर्शन किया है। 
कर्नाटक सरकार ने बंद के चलते सोमवार को सभी शिक्षण संस्थानों में छुट्टी का ऐलान कर दिया है। सरकारी दफ्तरों में भी छुट्टी रहेगी। कलबुर्गी में भारत बंद का व्यापक असर है। यहां बस सर्विस पूरी तरह से ठप है। मेंगलुरु में कुछ उपद्रवियों ने एक प्राइवेट बस पर पत्थर फेंके हैं।

दबाव का असर: राजस्थान में की वैट में कटौती

कांग्रेस नेता अशोक गहलोत का कहना है कि हम प्रदर्शन के जरिए मोदी सरकार पर दबाव बनाना चाहते हैं ताकि वे पेट्रोल-डीजल के दाम कम करें। जिस तरह उन्होंने हमारे दबाव के कारण राजस्थान में वैट में कटौती की है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की बैठक में पेट्रोल-डीज़ल की बात ही नहीं की गई। उन्होंने कहा कि यह बेहद खतरनाक संकेत है क्योंकि केन्द्र सरकार इसे कोई समस्या ही नहीं मान रही है।
गुजरात में कई स्थानों से हिंसक झड़पों की खबर

बंद के दौरान गुजरात के अहमदाबाद में सुरक्षाबलों की तैनाती की गई है। यहां के इसनपुर में कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने स्कूल बंद करवाया, इसके अलावा भी कई प्राइवेट स्कूलों की छुट्टी घोषित की गई है। गुजरात में कई स्थानों से हिंसक झड़पों की खबर आ रही है। ओडिशा के भुवनेश्वर में भारत बंद का असर व्यापक रूप से देखने को मिल रहा है। सड़कों पर विपक्षी पार्टियों के कार्यकत्र्ता प्रदर्शन कर रहे हैं ओर कई ट्रेन के परिचालन को रोक दिया गया है। 
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में सीपीआई (एम) के कार्यकर्ताओं ने सुबह-सुबह प्रदर्शन किया। यहां भी बंद का असर देखने को मिल रहा है। इधर दिल्ली में बंद का असर साफ-साफ दिख रहा है। पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में भी बंद के व्यापक असर की खबर है। इसके अलावा उत्तर पदेश और उत्तराखंड में भी बंद के असर देखने को मिल रहे हैं। हालांकि यहां से अभी तक कोई हिंसक वारदात की खबर नहीं आयी है। 
आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस के इस बंद से किनारा कर लिया है। भारत बंद से कई चीजों को बाहर रखा गया है। इसमें दवा की दुकान अस्पताल और एंबुलेंस को राहत दी गई है, ताकि मरीजों और तीमारदारों को किसी तरह की समस्या न हो। 

Wednesday, September 5, 2018

वनवास में पांडवों की शरणस्थली था काम्यकेश्वर तीर्थ

कमोदा तीर्थ पर 8 को लगेगा शुक्ला सप्तमी मेला


कुरुक्षेत्र, 08 सितंबर। 
गांव कमोदा के श्री काम्यकेश्वर महादेव मंदिर एवं तीर्थ पर भाद्रपद माह की 8 सितंबरको रविवारीय शुक्ला सप्तमी मेला आयोजित होगा। तीर्थ में शुक्ला सप्तमी के शुभ अवसर पर स्नान करने से मोक्ष प्राप्त होती है। तीर्थ में स्वच्छ जल भरा गया। ग्रामीणों द्वारा मेले की तैयारियां शुरू कर दी हैं। 
धार्मिक मान्यता के अनुसार रविवारीय शुक्ल सप्तमी के दिन तीर्थ में स्नान करने से मोक्ष व पुत्र रत्‍‌न की प्राप्ति होती है। महर्षि पुलस्त्य जी और महर्षि लोमहर्षण जी ने वामन पुराण में का यकवन तीर्थ की उत्पति का वर्णन करते हुए बताया कि इस तीर्थ की उत्पति महाभारत काल से पूर्व की है। एक वार नैमिषारण्य के निवासी बहुत ज्यादा संख्या में कुरुक्षेत्र की भूमि के अंतर्गत सरस्वती नदी में स्नान करने हेतु काम्यवक वन में आए थे। वे सरस्वती में स्नान न कर सके। उन्होंने यज्ञोपवितिक नामक तीर्थ की कल्पना की और स्नान किया, फिर भी शेष लोग उस में प्रवेश ना पा सके तब से मां सरस्वती ने उनकी इच्छा पूर्ण करने के लिए साक्षात कुंज रूप में प्रकट होकर दर्शन दिए और पश्चिम-वाहनी होकर बहने लगी। इससे स्पष्ट होता है कि काम्यकेश्वर तीर्थ एवं मंदिर की उत्पति महाभारत काल से पूर्व की है।
वामन पुराणा के अध्याय 2 के 34 वें श्लोक के काम्यकवन तीर्थ प्रसंग में स्पष्ट लिखा है कि रविवार को सूर्य भगवान पूषा नाम से साक्षात रूप से विद्यमान रहते हैं। इसलिए वनवास के समय पांडवों ने इस धरा को तपस्या हेतु अपनी शरणस्थली बनाया। द्यूत-क्रीड़ा में कौरवों से हारकर अपने कुल पुरोहित महर्षि धौम्य के साथ 10 हजार ब्राह्मणों के साथ यहीं रहते थे। उनमें 1500 के लगभग ब्राह्मण श्रोत्रिय-निष्ठ  थे जो प्रतिदिन वैदिक धर्मानुष्ठान एवं यज्ञ करते थे।
ग्रामीण सुमिंद्र शास्त्री ने बताया कि मंदिर में भाद्रपद माह में 8 सितंबर को रविवारीय शुक्ला सप्तमी मेला लगेगा। उनके अनुसार इसी पावन धरा पर पांडवों को सांत्वना एवं धर्मोपदेश देने हेतु महर्षि वेदव्यास जी, महर्षि लोमहर्षण जी, नीतिवेता विदुर जी, देवर्षि नारद जी, वृहदश्र्व जी, संजय एवं महर्षि मरकडेय जी पधारे थे। इतना ही नहीं द्वारकाधीश भगवान श्रीकृष्ण जी अपनी धर्मपत्‍‌नी सत्यभामा के साथ पांडवों को सांत्वना देने पहुंचे थे। पांडवों को दुर्वासा ऋषि के श्राप से बचाने के लिए और तीसरी बार जयद्रथ द्वारा द्रोपदी हरण के बाद सांत्वना देने के लिए भी भगवान श्रीकृष्ण का यकेश्र्वर तीर्थ पर पधारे थे। पांडवों के वंशज सोमवती अमावस्या, फल्गू तीर्थ के समान शुक्ला सप्तमी का इंतजार करते रहते थे।

Tuesday, August 28, 2018

सिद्धु के पाक दौरे पर विशेष आलेख----शहादत पर अगर कोई नेता या सरकार सच में दुखी होते हैं तो जंग जारी रहनी चाहिए...

सियासत जबतक भूखी रहेगी, ये ख़त्म नहीं होने वाली...
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नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान गए तो देशद्रोही हो गए। और नरेंद्र मोदी पाकिस्तान गए तो स्टेट्समैन हो गए। मोदी जी नवाज़ शरीफ़ के अनौपचारिक बुलावे पर पाकिस्तान गए तो दोस्ती का नया आग़ाज़ हो गया और सिद्धू बरसों पुराने दोस्त के औपचारिक न्यौते पर गए तो हिंदुस्तान आहत हो गया। अटल बिहारी वाजपेयी के साथ पूरे देश की पीठ में छुरा घोंपने वाले नवाज़ शरीफ़ को मोदी गले लगाएं तो मास्टरस्ट्रॉक हो जाता है और पाक आर्मी चीफ़ जनरल बाजवा को सिद्धू गले लगाएं तो शहादतों का अपमान हो जाता है। हज़ारों शहादतों और तीन युद्ध हिंदुस्तान पर थोपने वाले पाकिस्तान से मोदी दोस्ती की बात करें तो अमन की कोशिश कहलाएगी लेकिन सिद्धू अमन की उम्मीद जता देंगे तो वो गद्दारी हो जाएगी।
25 दिसंबर 2015... अचानक मीडिया में भूचाल आ गया।
पाकिस्तान को सबक सिखाने और लाल आंखें दिखाने की बात कहकर सत्ता में आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अचानक पाकिस्तान पहुंच गए। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री और अपने तथाकथित दोस्त नवाज़ शरीफ़ को जन्मदिन की बधाई दी, उनके परिवार की एक शादी में शामिल हुए, सबको गले लगाया, सबसे हाथ मिलाया। उनमें पाकिस्तान के प्रधानमंत्री भी थे, शायद भावी प्रधानमंत्री भी, कैबिनेट मंत्री भी, सांसद भी, ब्यूरोक्रेट्स भी और शायद आर्मी के अधिकारी भी होंगे। शायद इसलिए क्योंकि उस दौरान हमारी मीडिया ये नोटिस नहीं कर रही थी।
देखा जाए तो जिनसे मोदी मिले वो तमाम लोग वहीं थे, जिनकी सरपरस्ती में हिंदुस्तान के ख़िलाफ़ रोज़ साज़िशें हुईं, सीज़फ़ायर के उल्लंघन हुए, कभी युद्ध में तो कभी बिना युद्ध के हमारे जवान शहीद हुए। लेकिन दोस्ती के एक नए आग़ाज़ की दलीलों तले तमाम शहीद परिवारों की चीखें दबा दी गईं और चेहरे पर अमन की चाहत वाली स्माइल सजा ली गई। ये स्माइल पाकिस्तानी मीडिया से लेकर हिंदुस्तानी न्यूज़ एंकर्स ने भी ओढ़ ली, कूटनीतिक विषलेशकों और बीजेपी के प्रवक्ताओं के चेहरे पर भी बिखर गई।
उस वक़्त ना ये बहस हुई कि मोदी जी ने किससे हाथ मिलाया और वो किसके गले मिले।
तबतक भारत को पता भी नहीं था कि पाकिस्तानियों के भीतर भी हमने कैटेगरी बना रखी हैं। पता ही नहीं था कि कौन हमारा बड़ा दुश्मन है और कौन छोटा। ये तो आज पता चला है कि हमारा सबसे बड़ा दुश्मन पाकिस्तानी आर्मी चीफ़ है। ना वहां का प्रधानमंत्री, ना वहां के मंत्री, ना नेता और ना ब्यूरोक्रेट्स। हमने तो आईएसआई को भी अपना दुश्मन मानने की बजाए एक जांच एजेंसी मान लिया था, जो पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले की जांच करने के लिए भारत बुलाई गई थी। हमारी मीडिया को उस वक़्त सब भारत के दोस्त और माफ़ी योग्य दुश्मन लग रहे थे। लेकिन किसी ने नहीं बताया कि आर्मी चीफ़ को इस गंगा स्नान से बाहर रखा गया है। किसी ने नहीं बताया कि हमारे देश को सबसे गले मिलना गवारा है, बजाए जनरल बाजवा के। अगर बताया होता तो शायद सिद्धू उसके गले नहीं लगते।
उन दिनों किसी को ये बताने की फुर्सत ही कहां मिली। कांग्रेस उस वक़्त की बीजेपी बनी हुई थी और मीडिया व बीजेपी अमन के फ़रिश्ते। और तो और बीजेपी के महासचिव व आरएसएस के कद्दावर नेता दावा कर रहे थे एक दिन हिंदुस्तान, पाकिस्तान और बांग्लादेश एक हो जाएंगे, वो भी बिना किसी लड़ाई और झगड़े के। वो बता रहे थे कि तीनों बिछड़े हुए भाई हैं, एक ना एक दिन गले लग ही जाएंगे। लेकिन उस वक़्त राम माधव ने भी नहीं बताया कि जब तीन देश गले मिल जाएंगे तो वहां के आर्मी चीफ़ उन देशों का हिस्सा होंगे या नहीं ? क्या भारत-पाक दोस्त बनने या एक होने में वहां के आर्मी चीफ़ को माफ़ कर देना शामिल होगा या उन्हें दोनों देशों के बॉर्डर पर नॉ मेंस लैंड में खड़ा कर दिया जाएगा ?  ये किसी ने नहीं बताया।
जेडीयू जो उस वक़्त आरजेडी के साथ थी। उसके प्रवक्ता टीवी पर मोदी के पाकिस्तान जाने का विरोध कर रहे थे। उन्हें संबित पात्रा ने याद दिलाया कि तीन साल पहले जेडीयू के सीएम नीतीश भी पाकिस्तान गए थे, जबकि बिहार की तो पाक से ना कोई सरहद लगती है और कोई यारी। फिर भी वो वहां से शांति-शांति करते वापिस आए थे। संबित पात्रा ने सवाल पूछा कि अगर नीतीश जा सकते हैं तो मोदी क्यों नहीं। आज संबित पात्रा से मोदी की छोड़िए कोई ये तक नहीं पूछ रहा कि बिना मतलब पाकिस्तान जाने वाले नीतीश आपके सहयोगी हो जाएंगे और न्यौते पर पाक जाने वाले सिद्धू देशद्रोही हो जाएंगे। कैसे ?
आपको उस वक़्त कुछ नहीं बताया गया, ना उस वक़्त पूछा गया। क्योंकि वो 2015 का दौर था, उससे पिछले साल चुनाव हुए ही थे। लेकिन ये 2018 का दौर है, इससे अगले साल चुनाव होने ही वाले हैं। अब आपके हर बयान को, हाथ मिलाने या गले मिलने को राष्ट्रीयता की कसौटी पर तौला जाएगा। अब आप विरोधी हैं तो आपके विरोध में ही बोला जाएगा। अब शहादतें भी याद आएंगे और दावतें भी याद आएंगी।
जब याद ही करने लगे तो रीता बहुगुणा जोशी और राहुल कंवल का संवाद भी याद आ गया। राहुल कंवल आजतक के एंकर हैं। रीता कांग्रेस की नेता थीं, अब यूपी की बीजेपी सरकार में मंत्री हैं। टीवी डिबेट में रीता जी मोदी की पाक यात्रा पर सेना और शहीदों को याद कर रही थीं, सवाल उठा रहीं थी कि आख़िर पाकिस्तान के साथ अमन की बात कैसे हो सकती है?
उस वक़्त राहुल कंवल ने कहा था कि मैंने बरसों बॉर्डर पर रिपोर्टिंग की है, फौजी देश के लिए हमेशा शहादत के लिए तैयार रहते हैं लेकिन जब भी अमन की कोई कोशिश होती है या कोई उम्मीद जगती है तो फौजी सबसे ज़्यादा ख़ुश होते हैं।
ख़ैर इन बातों ज़िक्र भी बेकार है क्योंकि दो देशों की दुश्मनी हमारी सियासतों की खुराक बन चुकी है। सियासत जबतक भूखी रहेगी, ये ख़त्म होने वाली नहीं है। ना सियासत की ये भूख ख़त्म होगी, ना ये खुराक। क्योंकि इस खुराक में जो जिस्म भूने जाते हैं वो किसान के बेटे होते हैं, जिनके ख़ून से तड़का लगता है वो ग़रीब और मिडल क्लास परिवारों के बेटे होते हैं। और सियासी लोग ना ग़रीब हैं, ना मिडल क्लास वाले हैं और ना किसान।
अगर देश ने ये मान लिया है कि 23 साल के राजेश पुनिया की शहादत पर हमारे नेताओं को भी शहीद के परिवार की तरह ही दुख होता है तो दुश्मनी जारी रहनी चाहिए। अगर देश को लगता है कि 22 साल के कैप्टन कपिल कुंडू के शहीद होने पर सरकार उसी भी तरह रोई थी, जिस तरह एक मां का कलेजा फटा था... तो दुश्मनी जारी रहनी चाहिए। गांव के गांव में चुल्हे ठंडे हो जाते हैं लेकिन अगर सच में देश को लगता है कि किसी शहादत के बाद देश के किसी नेता के घर में एक वक़्त का ख़ाना भी छोड़ा जाता है तो दुश्मनी जारी रहनी चाहिए। हमें शांति और दोस्ती की कोई कोशिश करने वाले ना नेहरू चाहिए, ना राजीव, ना अटल और ना मोदी।
आपका रिपोर्टर (महेंद्र सिंह)
नोट: लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं और सियासी मामलों के अच्छे जानकार हैं।

Wednesday, August 22, 2018

प्रशासक संभालेंगे धर्मशाला की कमान, कानून के अनुसार होगा संचालन

सीएम की मध्यस्थता के सिमटे जाटों के धरने


कुरुक्षेत्र, 22 अगस्त: जाट धर्मशाला, कुरुक्षेत्र के मुख्य गेट के सामने व भीतर चल रहे धरने मुख्यमंत्री हरियाणा, मनोहर लाल की मध्यस्थता से गत देर रात समाप्त हो गए। मुख्यमंत्री ने पहले सर्किट हाऊस में दोनों ग्रुपों के 5-5 लोगों से अलग-अलग लंबे समय तक बातचीत की व फिर सामूहिक बैठक में मसले पर चर्चा हुई।
धर्मशाला के निवर्तमान प्रधान अंग्रेज सिंह ने इस विषय में जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री ने फैसला करवाया कि बुधवार से प्रशासक धर्मशाला की कमान संभालेंगे। इसके बाद कमेटी बनाने का प्रयास होगा। अगर सामाजिक तौर पर सहमति बनती है तो ठीक है, नहीं तो चुनाव के द्वारा कमेटी गठित होगी। फिलहाल जाट धर्मशाला में कोई कमेटी मान्य नहीं है। सदस्यता को लेकर कानून देखा जाएगा व जो सदस्यता कानून मान्य होगी उसी के आधार पर कमेटी का गठन किया जाएगा। शीघ्र ही प्रशासक भी बदला जाएगा। हालांकि आज जब उन्होंने प्रशासक अनिल यादव से फोन पर बात की और धर्मशाला में आने बारे पूछा तो यादव ने कहा कि आज वह अपने घर गए हैं और कल धर्मशाला आएंगे।
अंग्रेज सिंह ने आए हुए सैंकड़ों लोगों का धरने को सफल बनाने के लिये आभार जताया व आगे सभी को संगठित रहने की अपील की। उन्होंने कहा कि जाट समाज के सभी लोगों को धर्मशाला से जुड़े रहना चाहिये व आगे भी इसकी भलाई के लिये काम करते रहना चाहिये। जब भी धर्मशाला पर आंच आए तो फौरन संगठित होना चाहिये। इस अवसर पर जसमेर घराड़सी, जय प्रकाश सारसा, यशपाल चहल, नसीब सिंह भाणा, बूरा खाप के प्रधान रणबीर सिंह, ऐडवोकेट सुलतान सिंह, दलबीर डांडा, टेकचंद हथीरा, रणसिंह देशवाल, होशियार सिंह नंबरदार किरमच, अजैब सिंह सिरसला, रमेश रतनडेरा, किरमच के पूर्व सरपंच रमचंद्र, पूर्ण सिंह किरमच, मिया सिंह बारना, अजमेर सिंह जैनपुर, रणदीप नम्बरदार गुढ़ा, पवन सौंटी, दिवान चंद सारसा, रणबीर नाँदल भूतमाजरा, शिव राम नाँदल, शमशेर रतनडेरा, रमेश घराड़सी, धर्मसिंह मलिक सारसा, रामकुमार सरपंच खानपुर, कृष्ण घराड़सी पूर्व सरपंच, ओमप्रकाश बड़ाम, रामरतन बारवा, सतबीर बरगट, बलदेव राठी, आशीष फौजदार, बलबीर बारना, धनीराम बपदी, केहर सिंह सिंघपुरा, जय सिंह देशवाल, सुमेर हथीरा, जोगिंद्र बारना, प्रभात शादिपुर आदि सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।


Tuesday, August 21, 2018

पांचवें दिन भी धर्मशाला के बाहर जारी रहा जाटों का धरना, प्रशासन ने नहीं ली कोई सुध

श्रद्धांजली सभा के साथ हुई धरने की शुरुआत


कुरुक्षेत्र, 21 अगस्त (धरतीपुत्र ब्यूरो): जाट धर्मशाला, कुरुक्षेत्र के मुख्य गेट के सामने चल रहा जाट समाज का धरना आज पांचवें दिन भी लागातार जारी रहा। आज के धरने की शुरुआत हरियाणा के भागल गांव निवासी सैनिक राजेश पूनिया को श्रद्घांजलि देने व मौन रखने के साथ हुई।
इस अवसर पर जाट सभा जाट धर्मशाला कुरुक्षेत्र के निवर्तमान प्रधान अंग्रेज सिंह किरमच ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि जाट समाज का योगदान हर स्तर पर बढ़-चढ़ कर रहा है। खेल से लेकर सीमा की रक्षा तक यह समाज सबसे अग्रणी भूमिका में रहा है। आज दुखद बात यह है कि समाज के कुछ शरारती तत्वों को प्रशासन के संरक्षण देने के कारण इस समाज की सबसे सम्मानीय धरोहर जाट धर्मशाला के गेट पर तालेबंदी की नौबत आई हुई है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन व कुछ नेताओं के संरक्षण में असमाजिक तत्वों द्वारा धर्मशाला की बेअदबी से दुखी जाट समाज 26 अगस्त को काला दिवस मनाऐगा। इस काला दिवस पर जाट समाज के लोगों द्वारा काली पट्टियों के साथ सरकार और प्रशासन तथा गुण्डा तत्वों के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा।
इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि 17 अगस्त को प्रशासन द्वारा कुरुक्षेत्र धर्मशाला मे आए हजारों जाटों के साथ जो धोखा किया गया उसके जिम्मेवार अधिकारियों के खिलाफ भी कार्यवाही की जानी चाहिये। हजारों लोगों को यह धर्मशाला खाली करवाने के नाम पर बाहर निकालने के बाद कुछ गुण्डा तत्वों को सरकारी संरक्षण में धर्मशाला में छुपा कर रखा जा रहा है। न तो प्रशासन अपने आश्वासन के अनुरूप उन्हें बाहर निकाल रहा है और न ही प्रशासक कार्यभार संभाल रहे हैं।
कुछ वक्ताओं ने तो आरोप लगाया कि प्रशासक मिलीभगत के तहत ही धर्मशाला की व्यवस्था को सुधारने का प्रयास नहीं कर रहे हैं। नहीं तो 29 जुलाई से चाबियां लेने के बाद भी आज तक अपना काम क्यों नहीं संभाल रहे। अगर धर्मशाला पर काबिज लोगों को जल्दी ही बाहर नहीं निकाला गया तो जाट समाज कठोर निर्णय लेने पर विवश होगा और उसके लिये प्रशासन व धर्मशाला के प्रशासक ही जिम्मेवार होंगे।
आज के धरने में रणसिंह देशवाल, अजैब सिंह सिरसला, रमेश रतनडेरा, रणपत खरक, चीका के भूना गांव से कपिल व रवि, अजमेर फौजी जैनपुर, रणदीप नम्बरदार गुढ़ा, विक्रम मुरादनगर, बूजमोहन तोमर एडीओ, गुरनाम अंटेहड़ी, विजय नंबरदार झिंझरपुर, जोगिंद्र श्योंसर, नैन खाप प्रवक्ता रणधीर सिंह, लोन से होशियार सिंह नैन, महीपाल जाजनपुर, दिवान चंद सारसा, रामनिवास कलोदा, सुनील कंूडू, रणबीर नाँदल भूतमाजरा, सूबे सिंह बदनपुर, शिव राम नाँदल, साहब सिंह पंजेटा, करनैल सिंह दूधला, जोनी सूरा, गुरनाम ईशरगढ़, हरबंश लाल बड़ाम, नरेश शिमला, तेजिंद्र लंडी, सुरेंद्र किरमच, सतबीर बरगट, आशीष फौजदार लाडवा, बलबीर व लाभ सिंह, मोरथला, जरनैल सूरा भगवानपुर, धनीराम बपदी, केहर सिंह सिंघपुरा, जय सिंह देशवाल, बलबीर बारना, प्रधान सुमेर हथीरा, शक्ति सिंह मंगौली, संदीप दूधला, लाभ सिंह गुलडेरा, राजेश चहल पेहोवा, पूर्व सरपंच जसमेर घराड़सी, नाथी राम चीबा, शमशेर रत्नडेहरा, जोगिंद्र बारणा, खुशी राम बारना, धरमी कड़ामी, रामेश्वर बांगड़ों व जतिन लंडी आदि सहित सैकड़ों लोग मौजूद रहे।

एशियाई खेलों के विजेताओं को भी दी बधाई

धरने पर बैठे लोगों ने एशियाई खेलों में हरियाणा के युवाओं द्वारा बेहतरीन प्रदर्शन पर भी खुशी जताते हुए उन्हें बधाई दी।  कोर कमेटी सदस्य ने कहा कि जकार्ता मे आयोजित एशियाई खेलों में हरियाणा की बेटी विनेश फौगाट ने कुस्ती मे स्वर्ण और बेटे लक्ष्य श्योराण ने निशानेबाजी में रजत पदक के साथ ही हनुमान पूनिया ने स्वर्ण पदक जीत कर जाट समाज के साथ ही देश का भी मान बढाया है। इस खुशी के अवसर पर समूह जाट समाज इन विजेताओं को ढेरों शुभकामनाएं देता है।

Thursday, August 16, 2018

वाजपेयी के निधन से आहत इनेलो ने 18 अगस्त का हरियाणा बंद किया स्थगित

बाजपेयी जी के निधन से हुई क्षति की पूर्ति होना असंभव: अशोक अरोड़ा
कुरुक्षेत्र, 16 अगस्त(पवन सोन्टी): इनेलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा ने भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के निधन पर गहरा शोक प्रकट करते हुए 18 अगस्त के हरियाणा बंद को स्थगित करने की घोषणा की है।
इनेलो प्रदेशाध्यक्ष ने कहा कि बाजपेयी के निधन से देश को जो क्षति पहुंची है, उसकी आपूर्ति होना असंभव है। वे भारत माता के सच्चे सपूत थे। बाजपेयी जी ने देश में ही नही बल्कि विदेशों में भी भारत का गौरव बढ़ाया।  चौ. देवीलाल के परिवार के साथ बाजपेयी के राजनैतिक ही नही बल्कि पारिवारिक रिश्ते रहे हैं। बाजपेयी जी चौ. देवीलाल का बहुत मान-सम्मान करते थे। उन्होंने कहा कि बाजपेयी जी के निधन से इनेलो को गहरा दु:ख पहुंचा है। बाजपेयी जी के निधन के कारण इनेलो ने एसवाईएल का पानी हरियाणा में लाने की मांग को लेकर 18 अगस्त का हरियाणा बंद को स्थगित करने का निर्णय लिया है।

कैप्टन अभिमन्यु को दिया था वाजपेयी जी ने आशीर्वाद

 वित्त मंत्री ने जताया पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर शोक
चंडीगढ़, टीम धरतीपुत्र।
हरियाणा के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि यह पूरे देश के लिए ये शोक का समाचार है. उनके निधन से पूरा भारत शोकाकुल है. अटल जी जैसे सपूत को खो कर भारत माता की आंखों में भी आंसू हैं. उन्होंने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी जी ने भारत की एक पुरानी पार्टी के सामने एक मजबूत विपक्ष खड़ा किया और फिर देश में सरकार भी बनाई. अटल जी ने विचारधारा आधारित राजनीति की औऱ पूरे देश में कार्यकर्ताओं का संगठन खड़ा किया. अटल जी ऐसे बिरले राजनेता थे जिन्होंने समाज के हर वर्ग से स्नेह प्राप्त किया.
वित्त मंत्री ने कहा कि वे देश के यशस्वी प्रधानमंत्री रहे जिन्होंने पोखरण का विस्फोट किया और कारगिल युद्ध में उनके नेतृत्व में देश को जीत मिली. उन्होंने देश के गांव गांव को सड़क से जोड़ा और अनेकों अनेक विकास के काम किए.
कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि यह उनका सौभाग्य है 2004 के लोकसभा चुनाव में अटल जी ने उन्हें चुनाव लडने का आदेश  और आशीर्वाद दिया और झज्जर में एक रैली को सम्बोधन करने पहुंचे. वित्त मंत्री ने कहा कि उनके निवेदन पर रोहतक में भी एक रैली अटल जी ने संबोधित की और उनके परिवार को आशीर्वाद देने उनके घर पहुंचे.
उन्होंने कहा कि अटल जी भारतीय जनमानस में गहरी पैठ रखने वाले राजनेता के साथ-साथ कवि हृदय, पत्रकार और कुशल वक्ता भी थे. उनकी भाषण शैली और वाकपटुता के सभी कायल रहे हैं. उनकी भाषण शैली का सम्मोहन ऐसा था की उनके विरोधी भी प्रशंसक बन जाते थे. राष्ट्र प्रेम उनकी रगों में संघ की छत्रछाया में पल्ल्वित हुआ. उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में हिंदी में भाषण देकर भारत की राष्ट्रीय भाषा और राष्ट्र के सम्मान को ऊंचाइयों तक पहुंचाया. अपने निर्णयों के प्रति अडिग रहने के लिए उनकी मिसाल दी जाती रही हैं.
उन्होंने कहा कि विपक्षियों के चेहरे पर मुस्कान लाने के साथ-साथ उनका व्यक्तित्व इतना विशाल रहा कि विरोधी भी तारिफ किए बगैर नहीं रह सकते. उन्होंने ‘हार नहीं मानूंगा’ के जीवनमंत्र के साथ जीवन को जीया और दूसरों के लिए आदर्श भी स्थापित किया. जिंदगी के तमाम संघर्षों में उनकी जिजीविषा निखर कर सामने आई.
कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि अटल जी जिस भी पद पर रहे उन्होंने उस पद का मान बढ़ा दिया. उनके व्यक्तित्व की गरिमा ही इतनी अद्भुत रही कि समस्त भारतीय जनमानस के दिलोदिमाग में अटल जी अपनी अमिट छाप छोड़कर गए हैं.  ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें.

Monday, June 4, 2018

दोपहिया वाहन पर बैठने वाली दोनों सवारियों को पहनना होगा हेल्मेट:अभिषेक

आदेशों की उल्लघंना करने वालों का होगा चालान, ट्रैफिक पुलिस के साथ-साथ प्रत्येक एसएचओ व चौंकी इंचार्ज रखेगा वाहन चालकों पर पैनी निगाहे, हाईकोर्ट के आदेशों पर एसपी ने सभी पुलिस अधिकारियों को दिए सख्त आदेश

कुरूक्षेत्र 4 जून (धरतीपुत्र न्यूज) पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग ने कहा कि दोपहिया वाहन पर चालक और उसके पीछे बैठने वाली सवारी को भी हेल्मेट पहनना अनिवार्य है। इतना ही नहीं महिला चालक व पीछे बैठी सवारी को भी कोई छूट नहीं होगी। अगर किसी दोपहिया वाहन पर बिना हेल्मेट चालक या सवारी मिली तो उसका चालान किया जाएगा।
एसपी अभिषेक गर्ग ने सभी थानाध्यक्ष व चौंकी इंचार्ज के साथ-साथ ट्रैफिक पुलिस को आदेश जारी करते हुए कहा कि पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय चंड़ीगढ़ द्वारा लिए गए संज्ञान और पुलिस महानिदेशक बीएस संधू के आदेशों की पालना करते हुए दोपहिया वाहन चालकों पर पैनी निगाहे रखनी है। सभी पुलिस अधिकारी दोपहिया वाहन चालक और उसके पीछे बैठने वाली सवारी को भी हेल्मेट पहनने के प्रति जागरुक करेंगे। अगर आदेशों की अवहेलना की गई तो वाहन चालक का चालान भी किया जाएगा। 
उन्होंने कहा कि लोगों में जागरुकता लाने के लिए जिले में एक विशेष अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान के दौरान गांवों और शहरों में पुलिस अधिकारियों द्वारा लोगों को जागरुक किया जाएगा कि दोपहिया वाहन चालक व उसके पीछे बैठने वाली सवारी को हेल्मेट पहना अनिवार्य है। इन नियमों का महिलाओं को भी सख्ती से पालना करनी होगी। उन्होंने दोपहिया वाहन पर ट्रिपिल राईडिंग करने वालों को भी नहीं बख्शा जाएगा, इसके अलावा सभी वाहन चालकों को टै्रफिक से सम्बन्धित सभी नियमों की पालना करनी होगी।
एसपी ने कहा कि सभी थानाध्यक्ष और चौंकी इंचार्ज नियमित रुप से अपने-अपने इलाके में नाके लगाकर चैकिंग करना सुनिश्चित करेंगे। सर्वप्रथम पुलिस अधिकारी लोगों में जागरुकता लाने का प्रयास करेंगे ताकि लोग नियमों की पालना कर सके। अगर कोई व्यक्ति बार-बार नियमों की अवहेलना करेगा तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

Friday, May 18, 2018

भारतीय जीवन मूल्यों की ओर वापसी समय की दरकार: प्रो चौहान


दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी संपन्न

कुरुक्षेत्र, पवन सोंटी (18 मई): हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष और ग्रामोदय अभियान के संयोजक प्रोफेसर वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि महर्षि अरविंद के सपनों का अखंड भारत बनाने के लिए पहले वर्तमान भारत को वास्तव में भारत बनाए जाने की आवश्यकता है। भारत के राष्ट्रीय जीवन में भारतीय जीवन मूल्य और सिद्धांतों की बहाली और भारतीय जनमानस के प्रति गौरव का भाव निर्माण किए बिना ना तो अखंड भारत का सपना साकार हो सकेगा और ना ही भारत परम वैभव को प्राप्त कर सकेगा। प्रो चौहान विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में पांडुलिपि संरक्षण संसाधन केंद्र, हरियाणा ग्रंथ अकादमी और हरियाणा  संस्कृत  अकादमी द्वारा आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के समापन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभागियों को संबोधित कर रहे थे। समापन सत्र की अध्यक्षता पूर्व कुलपति के के शर्मा ने की।
अपने उद्बोधन में हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष ने कहा कि महान क्रांतिकारी, लेखक और आध्यात्मिक विभूति महर्षि अरविंद घोष और श्री मां के जीवन और कार्यों को समझ कर नवीन भारत के निर्माण के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए जा रहे प्रयासों को और कारगर बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि महर्षि अरविंद स्वाधीनता संग्राम के दौरान जहां स्वाधीनता के संघर्ष में सीधे तौर पर जुड़े रहे वही इस बात को लेकर भी लगातार चिंतित थे कि अंग्रेजों के जाने के बाद स्वतंत्र भारत की दिशा व दशा क्या होगी। चौहान ने कहा कि दुर्भाग्य से स्वाधीनता के बाद जिन लोगों के हाथ में देश की कमान आई उन्होंने भारत को वास्तविक अर्थों में भारत ना रहने दिया और ना बनने दिया। ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि उनकी अपनी समझ पश्चिमी चिंतन पर आधारित थी। प्रोफेसर वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि वर्तमान समय में हम भारत के लोग इस बात पर  संतोष कर सकते हैं कि अब देश में सरकार ऐसे लोगों के हाथ में हैं जिन्हें भारत की भारतीयता पर गर्व होता है। जो भारत के महान पूर्वजों और उनकी ज्ञान परंपरा का जिक्र करते हुए न शर्माते हैं और न संकोच करते हैं। भारतीय संस्कृति, संस्कृत और अखंड भारत का सपना देखने वालों के लिए वास्तव में यही अच्छे दिन हैं।
समापन सत्र में अध्यक्षीय वक्तव्य में पूर्व कुलपति के के शर्मा ने संस्कृत के उच्च स्तरीय अध्ययन के लिए विश्वविद्यालय में एक नए केंद्र के निर्माण की वकालत की।
समापन सत्र में महर्षि अरविंद के महाकाव्य "सावित्री" पर महर्षि अरविंद के अनन्य भक्त डॉ महेंद्र  हंस का विशेष व्याख्यान हुआ। इस अवसर पर डॉ अरुनेश्र्वर झा,प्रचार्य खजान सिंह गुलिया, हरियाणा संस्कृत अकादमी के उपाध्यक्ष डॉ श्रेयांश द्विवेदी, कार्यक्रम के संयोजक डॉक्टर सुरेंद्र मोहन मिश्र और कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के निदेशक युवा कल्याण आचार्य सीडीएस कौशल ने भी प्रतिभागियों को संबोधित किया। दो दिवसीय संगोष्ठी में महाकाव्य सावित्री पर चर्चा के अलावा संस्कृत के पठन पाठन से जुड़ी समस्याओं और सवालों पर भी विस्तार से मंथन हुआ।

तीसरा मोर्चा न बनने के कारण मजबूरी में कांग्रेस के कुशासन से दुखी जनता ने भाजपा को सौंपी थी सत्ता: अभय चौटाला


एसवाईएल का पानी लाएंगे हरियाणा को बचाएंगे के नारे के बीच गठबंधन के हजारों कार्यकर्ताओं ने दी सामूहिक गिरफ्तारी


कुरुक्षेत्र, पवन सोंटी (18 मई): 2014 के लोकसभा चुनाव में देश में तीसरा मोर्चा गठित न होने के कारण कांग्रेस के कुशासन से दुखी जनता ने मजबूरी में भाजपा को वोट देकर सत्ता सौंपी थी, लेकिन इस बार बहन मायावती के नेतृत्व में क्षेत्रीय दलों के सहयोग से तीसरा मोर्चा गठित किया जाएगा और बसपा प्रमुख मायावती को देश का प्रधानमंत्री बनाया जाएगा। यह विचार हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला ने इनेलो बसपा गठबंधन द्वारा आयोजित जिला स्तरीय जेल भरो आंदोलन के अवसर पर कुरुक्षेत्र की नई अनाज मंडी में आयोजित विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। रैली में गठबंधन के कार्यकर्ता ढोल बजाते हुए शामिल हुए। रैली में उमड़ा जनसैलाब देखकर गठबंधन के नेता गदगद नजर आए। रैली के पश्चात अभय चौटाला, इनेलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा, पिहोवा के विधायक एवं पूर्व कृषि मंत्री जसविंद्र सिंह संधू, बसपा के प्रदेशाध्यक्ष प्रकाश भारती, पूर्व संसदीय सचिव रामपाल माजरा, सांसद रामकुमार कश्यप के नेतृत्व में गठबंधन के हजारों कार्यकर्ताओं ने सामूहिक गिरफ्तारी दी। जनसभा समाप्त होते ही हजारों कार्यकर्ता सामूहिक गिरफ्तारी देने के लिए चले तो अनाजमंडी के गेट पर ही पुलिस ने उन्हें रोक लिया और हरियाणा रोडवेज की बसों में भरकर पुलिस लाइन ले जाया गया। जहां से कुछ समय बाद सभी को रिहा कर दिया गया। गिरफ्तारी देने वालों में भारी संख्या में महिलाएं भी थी। एसवाइएल का पानी लाना है हरियाणा को बचाना है के नारे के बीच हरे और नीले रंग के झंडे हाथों में उठाए हुए कार्यकर्ताओं ने गिरफ्तारी देते समय कहा कि जब तक एसवाइएल का पानी हरियाणा में नहीं आता तब तक गठबंधन का आंदोलन जारी रहेगा। 

गिरफ्तारी देने वालों में प्रमुख रूप से सिरसा के सांसद चरणजीत सिंह रोड़ी, इनेलो जिला प्रधान कुलदीप सिंह मुलतानी, बसपा प्रभारी रोहताश रंगा, बसपा नेत्री शशि सैनी, बसपा के प्रदेश उपाध्यक्ष नरेंद्र प्रजापत, शीला भयाण, विधायक रणबीर प्रजापत, विधायक मक्खन सिंगला, अनूप धानक, विधायक पृथ्वी बाल्मीकि,  पूर्ण चंद बड़शामी, लाडवा से गत विधानसभा चुनाव में इनेलो प्रत्याशी बच्चन कौर बड़शामी, पूर्व विधायक ईश्वर पलाका, डॉ. संतोष दहिया, सुरजीत कौर, बसपा नेता दयाचंद, बसपा जिला प्रधान मान सिंह, सुनील राणा, जसविंद्र खैरा, नरेंद्र घराड़सी, मयाराम चंद्रभानपुरा, सतबीर शर्मा, संदीप टेका, नितिन भारद्वाज लाली, नरेंद्र शर्मा निंदी, बसपा हलका प्रधान सुनील, सुरिंद्र सैनी, मोहित सैनी, बलविंद्र सिंह बब्बू, बुट्टा सिंह लुखी, रामकरण काला, महेंद्र कैंथला, जयपाल चढूनी, सुरेश सैनी, हाकम सिंह उदारसी, नितिन गोयल, नलिन गोयल, प्रहलाद शर्मा, सोहन लाल रामगढ़, सतबीर ढांडा, रणबीर बूरा, कर्णसिंह ईशाक, विक्रम चक्रपाणी, अमनदीप कांबोज, सतीश, रामस्वरूप चोपड़ा सहित इनेलो के कई विधायक एवं पूर्व विधायक शामिल थे।

19 महीने पहले सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के पक्ष में दिया था फैसला  

नेता प्रतिपक्ष अभय चौटाला ने अपने संबोधन में कहा कि 19 महीने पहले सुप्रीम कोर्ट ने एसवाइएल के मामले को लेकर हरियाणा के पक्ष में फैसला दिया था। इनेलो ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मिलकर कहा था कि वे प्रधानमंत्री से मिलकर हरियाणा का पक्ष रखें इनेलो उनके नेतृत्व में प्रधानमंत्री से मिलेगी लेकिन 19 महीने बीत जाने पर भी मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री से समय नहीं ले सके। उन्होंने एसवाइएल का पानी हरियाणा में न आने के लिए कांग्रेस व भाजपा को समान रूप से जिम्मेवार ठहराते हुए कहा कि दोनों दलों को प्रदेश की जनता के हितों से कोई लेना-देना नहीं है। प्रधानमंत्री मोदी जहां लुभावने वायदे करके सत्ता में आ गए वहीं प्रदेश सरकार ने भी घोषणा पत्र में किया गया कोई भी वायदा पूरा नहीं किया। एसवाइएल का पानी तो हरियाणा में लाना दूर की बात रही इनेलो द्वारा शुरू की गई दादूपुर नलवी नहर योजना को भी बंद कर दिया। अभय चौटाला ने कहा कि भाजपा ने युवाओं को रोजगार देने, काला धन वापस लाने और स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने का वायदा किया था, लेकिन कोई भी वायदा पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा कि एसवाइएल पानी को हरियाणा में लाने, दादूपुर नलवी नहर परियोजना दोबारा से शुरू करना, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने तथा गरीब किसान, मजदूर व छोटे व्यापारियों के कर्जे माफ करने की मांग को लेकर गठबंधन का जेल भरो आंदोलन जारी रहेगा।
प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए उन्होंने कहा कि सरकार गीता, गाय और सरस्वती की आड़ में जनता का ध्यान बांटने में लगी हुई है। जो काम सरकार को करने चाहिए वह नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि इनेलो बसपा गठबंधन से कांग्रेस और भाजपा में खलबली मची हुई है। कर्नाटक की घटना पर बोलते हुए चौटाला ने कहा कि जो काम कांग्रेस आज तक करती आई है वही भाजपा कर रही है। हरियाणा में भी 1982 में चौधरी देवी लाल के गठबंधन के पास पर्याप्त बहुमत था, लेकिन 36 विधायकों वाले भजनलाल को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिला थी।

गीता जयंती को ओम प्रकाश चौटाला ने दिया था अंतरराष्ट्रीय स्वरूप: अशोक अरोड़ा   

जनसभा को संबोधित करते हुए इनेलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा, पिहोवा के विधायक एवं पूर्व कृषि मंत्री जसविंद्र सिंह संधू, सांसद रामकुमार कश्यप तथा रामपाल माजरा ने कहा कि आज प्रदेश में इनेलो बसपा गठबंधन की हवा चल रही है। कांग्रेस और भाजपा गठबंधन से घबराए हुए हैं। इन नेताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार से हर वर्ग नाराज है। किसान सफाई कर्मचारी प्रदेश के अन्य कर्मचारी, व्यापारी सभी सरकार की कार्यप्रणाली से दुखी हैं। अशोक अरोड़ा ने कहा कि गीता जयंती को चौधरी ओम प्रकाश चौटाला ने अंतरराष्ट्रीय स्वरूप दिया था, इनेलो गीता जयंती के विरुद्ध नहीं है, लेकिन जिस प्रकार से भाजपा सांसद हेमा मालिनी के डांस के लिए तीन करोड़ का पंडाल तैयार किया गया। 400 रुपये वाली गीता के बजाय 40 हजार रुपये की गीता खरीदी गई, इनेलो इस प्रकार की फिजूलखर्ची के विरुद्ध है।
उन्होंने मुख्यमंत्री के रोड शो पर टिप्पणी करते हुए अशोक अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री सड़कों पर सैर करने आ रहे हैं तो उन्हें शहर की टूटी फूटी सड़कों की सैर करनी चाहिए। राहगीरी के नाम पर गिली-डंडा, स्टापू और फिट्टो जैसे खेल खेलना सरकार का काम नहीं है। इनेलो नेताओं ने कहा कि कुरुक्षेत्र की जनता को तीन वर्ष में विकास के नाम पर धूल-मिट्टी के कारण अस्थमा की बीमारी मिली है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में इनेलो-बसपा गठबंधन की सरकार बनेगी।

कमेरे और मजदूर वर्ग का है यह गठबंधन: प्रकाश भारती  

बसपा प्रदेशाध्यक्ष प्रकाश भारती ने भी संबोधन में कहा कि यह गठबंधन कमेरे और मजदूर वर्ग का है। उन्होंने अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि प्रधानमंत्री जहां झूठ बोलते हैं वहीं अमित शाह दलित के घर खाना-खाने का नाटक करते हैं। भाजपा के नेता होटल का खाना और एसी ले जाकर दलित के घर रोटी खाने की नोटंकी कर रहे हैं। भारती ने कहा कि चौधरी देवीलाल और स्वर्गीय काशीराम इन नीतियों का अनुसरण करते हुए चौधरी ओम प्रकाश चौटाला और बहन मायावती ने जो गठबंधन किया है यह गठबंधन प्रदेश की सभी 90 सीटों पर विजय प्राप्त करेगा। भाजपा का चेहरा जनता के सामने बेनकाब हो चुका है। कांग्रेस में आपसी फूट है। उन्होंने कहा कि एसवाईएल को लेकर गठबंधन का आंदोलन हरियाणा के हिस्से का पानी आने तक जारी रहेगा। भारती ने कहा कि बहन मायावती के नेतृत्व में देश में तीसरा मोर्चा बनने जा रहा है। उन्होंने कहा कि भाजपा का काम आपसी भाईचारा खराब करना है, लेकिन इस गठबंधन से प्रदेश का आपसी भाईचारा मजबूत हुआ है।

Monday, May 14, 2018

कांग्रेस नवाज़ शरीफ जैसी दुर्गति की राह पर : प्रो चौहान


शाहबाद मारकंडा । रोजाना कालेधन पर सवाल खड़ा करने वाली कांग्रेस के मुखिया राहुल गांधी देश के पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में से एक पी चिदंबरम के काले धन पर मौन क्यों हैं? भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रकाशन प्रमुख वीरेंद्र सिंह चौहान ने यहां पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस में पत्रकारों से बातचीत में यह सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि स्वयं नेशनल हेराल्ड मामले में जमानत पर चल रहे राहुल गांधी से इस मामले में जवाब की उम्मीद तो नहीं है मगर भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और नेता गांव की गलियों से लेकर संसद के गलियारों तक कांग्रेस पार्टी के इस दोहरे चरित्र को बेनकाब करेंगे।
प्रोफेसर वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि काला धन चाहे देश में हो अथवा विदेश में, उसके मालिकों को उन की करतूतों की सजा दिलवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में केंद्र सरकार ने विधिवत कानून बनाया है। उस कानून में अघोषित संपत्तियों को सार्वजनिक करने का अवसर पी चिदंबरम और  उनके कांग्रेसी कुनबे के सब लोगों को देश के अन्य नागरिकों की तरह दिया गया था। मगर आयकर विभाग के हाथ आए दस्तावेज इस बात की गवाही दे रहे हैं कि भारत में भ्रष्टाचार की शिरोमणि बनी कांग्रेस पार्टी के कर्ताधर्ता अब भी अपने काले कारनामों को छुपाने में जुटे हुए हैं। पी चिदंबरम से बड़ा अपराध उनके राजनीतिक आका राहुल गांधी का है जो सब कुछ जानते हुए भी अनजान बनने की कोशिश कर रहे हैं।
हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि पाकिस्तान में जिस प्रकार वहां की सुप्रीम कोर्ट ने विदेशों में काला धन और संपदा छुपाने वाले नवाज शरीफ को न केवल सत्ता छोड़ने के लिए मजबूर किया बल्कि अनेक वर्षों के लिए चुनाव लड़ने से भी प्रतिबंधित कर दिया, ठीक वही हालात कांग्रेस पार्टी के बड़े नेताओं के लिए भारत में बनने जा रहे हैं। कांग्रेस नवाज शरीफ जैसे विकट समय का सामना करने की दिशा में बढ़ रही है और आए दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर बेतुके सवाल उछालने वाले कांग्रेस के नवनिर्वाचित अध्यक्ष को बचाव का रास्ता मिलने की कोई उम्मीद नहीं है।
पत्रकारों के सवालों के जवाब में भाजपा नेता वीरेंद्र सिंह ने कहा कि केंद्र की सरकार देश के उन 18000 गांव में बिजली पहुंचाने में कामयाब हुई है जो 70 साल के स्वतंत्र भारत में रोशनी के इस अधिकार से वंचित रहे। उन्होंने निर्धारित समय सीमा में देश के प्रत्येक गांव में बिजली पहुंचाने की उपलब्धि को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कुशल और कड़क नेतृत्व का प्रमाण दिया।
वीरेंद्र सिंह चौहान ने कहा कि यूपीए के कार्यकाल में देश में प्रतिदिन राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण की गति यदि औसतन 2 से 3 किलोमीटर के बीच में थी तो आज यह आंकड़ा 30 किलोमीटर प्रति दिन से अधिक हो गया है। आधारभूत संरचना के मामले में अच्छे दिनों का इससे बड़ा प्रमाण भला क्या हो सकता है। उन्होंने दावा किया कि हरियाणा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अगवाई में पारदर्शी और ईमानदार शासन व्यवस्था देने में भारतीय जनता पार्टी ने कामयाबी हासिल की है। हरियाणा का सड़क तंत्र भी तेज गति से सुधरा है। प्रदेश के नौजवानों में सरकारी तंत्र के प्रति विश्वास बहाल हुआ है क्योंकि अब हरियाणा में सरकारी नौकरियां मुख्यमंत्री की जाति या जिला अथवा नोटों का भरा झोला देखकर नहीं बांटी जाती। प्रोफेसर चौहान ने कहा कि प्रतिपक्षी दलों के सुलझे हुए नेता भी दबे स्वर में और ऑफ द रिकॉर्ड इस ऐतिहासिक बदलाव की तारीफ किए बिना नहीं रह पाते। इस अवसर पर अरूण कंसल शाहाबाद मण्डल अध्यक्ष, कर्णराज तूर प्रदेश प्रवक्ता किसान मोर्चा, बलदेवराज चावला नगरपालिका चैयरमेन, बलदेवराज सेठी पार्षद, रविदत्त शर्मा मण्डल महामन्त्री, नीटू राणा मण्डल महामन्त्री, अमरजीत डांगी प्रदेश सचिव ओबीसी मोर्चा, डॉ देसराज जिलामहामंत्री ओबीसी मोर्चा, सचिन युवा मोर्चा अध्यक्ष मौजूद रहे।  

Tuesday, May 8, 2018

अफगानीस्तान के किसानो ने किया एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केन्द का भ्रमण


अफगानीस्तान के किसानो ने किया एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केन्द का भ्रमण 
धरतीपुत्र टीम, कुरूक्षेत्र (8 मई): अफगानीस्तान के प्रगतिशील किसानो ने मंगलवार को एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केन्द पर भ्रमण किया। इस भ्रमण में लगभग 15 किसानो ने हिस्सा लिया। इन सभी किसानो का स्वागत केन्द के संचालक डा0 बिल्लू यादव द्वारा किया गया। उन्होंने बताया कि यह एशिया महाद्वीप का ऐसा पहला केन्द है जो मधुमक्खी पालन के लिए बनाया गया है। यह केन्द्र इण्डो इजराईल वर्क प्लान पेज 2 के अन्र्तगत स्थापित किया गया है। इससे पहले इजराईल तकनीक से अब तक सब्जी उत्कृष्टता केन्द घरौंडा व फल केन्द लाडवा में स्थापित किए जा चुके है। यह केन्द बागवानी विकास मिशन के तहत इजराईल देश के सहयोग से 10.50 करोड रुपये की लागत से 25 एकड में स्थापित किया गया इस केन्द का उदघाटन हरियाणा राज्य के सीएम मनोहर लाल द्वारा 10 नवंबर 2017 को किया गया है। डा0 सीजे जुनेजा ने बताया कि इस केन्द की स्थापना का उदेश्य आधुनिक तकनीको व संयंत्रो के उपयोग से मधुमक्खी व्यवसाय को वाणिज्य स्तर पर शहद उत्पादन बढ़ाना है। इसके साथ ही स्वस्थ व बीमारी रहित मधुमक्खी कालोनियो के रखरखाव के लिए प्रबन्धन प्रर्दशन लगाना शहद निकालने भण्डारण प्रसंस्करण टेस्टिंग पैकेजिंग व राष्ट्रीय एंव अन्र्तराष्ट्रीय स्तर पर इसके विपणन को बढाना है।
डा0 जितेन्द नैन कीट विशेषज्ञ ने बताया कि इस केन्द की सहायता से हरियाणा राज्य के किसानो को उच्च गुणवता वाले मधुमक्खी के बक्सो की सुविधा उपलब्ध करावाई जाती है। उन्होंने आधुनिक प्रणाली की मधुमक्खी छाता निर्माण इकाई अपायरी युनिट मौन पेटिका निर्माण इकाई के बारे मे विस्तारपूर्वक जानकारी दी। अफगानी किसानो ने एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केन्द्र रामनगर द्वारा मधुमक्खी पालक को दी जा रही सुविधाओ की सराहना की और उन्होंने मधुमक्खी पालन की अच्छी जानकारी इस केन्द्र की सहायता से प्राप्त की है। उन्होंने कहा कि हम लोग बहुत भाग्यशाली है जो इस केन्द्र के भ्रमण करने का मौका मिला हम अपने देश में जा कर वैज्ञानिक तरीको से मधुमक्खी पालन शुरु करेंगे। अंत मे उन्होंने एकीकृत मधुमक्खी पालन विकास केन्द के सारे स्टाफ का धन्यवाद किया।

मनोहर ने इज़राइल के किसानों से से जाने उत्पादन को दोगुना करने के गुर


चंडीगढ़, पवन सोंटी (8 मई): हरियाणा के किसानों की आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के इच्छुक, मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज तेल अवीव के निकट स्थित खेतों का दौरा किया और नवीनतम इजराइली प्रौद्योगिकी और विशेषज्ञता के बारे सीधे जानकारी प्राप्त करने के लिए किसानों के साथ बातचीत की। मुख्यमंत्री के नेतृत्व में एक उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल इज़राइल दौरे पर गया है।
मुख्यमंत्री ने स्थानीय किसानों से यह पता लगाने के लिए बातचीत की कि उन्होंने कृषि के क्षेत्र में नई तकनीकों को कैसे अपनाया और उत्पादन एवं उत्पादकता, दोनों पर इसका क्या प्रभाव पड़ा। उन्होंने फसल विविधिकरण और नई फसलों को अपनाने के बारे में भी विस्तार से चर्चा की, जिसके फलस्वरूप इज़राइल के किसान संसाधनों के उपयोग में कटौती करते हुए उत्पादन को दोगुना करने में सक्षम हुए हैं।
मनोहर लाल ने नंदन जैन सहित सूक्ष्म सिंचाई उद्योगों के अन्य विशेषज्ञों के साथ भी बातचीत की और यह जानना चाहा कि हरियाणा में इन पद्घतिओं को बेहतर तरीके से कैसे अपनाया जा सकता है।
मुख्यमंत्री के नेतृत्व में इज़राइल गए उच्चस्तरीय प्रतिनिधिमंडल में सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्ण कुमार शामिल हैं।

गेहूं की आवक में टूटा पिछले साल का रिकार्ड


अब तक हुई 84.39 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की आवक
चंडीगढ़, पवन सोंटी (8 मई): हरियाणा की मंडियों में पिछले वर्ष के 74.25 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आवक के रिकार्ड को तोड़ते हुए इस वर्ष अब तक मंण्डियों में 84.39 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की आवक हुई है।
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के एक प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि कुल आवक में से विभिन्न सरकारी खरीद एजेंसियों ने 84.39 लाख मीट्रिक टन तथा व्यापारियों ने 884 मीट्रिक टन गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद की है।
उन्होंने गेहूं आवक की विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि सिरसा जिला 11.56 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की आवक के साथ अग्रणी रहा, जबकि करनाल जिला 8.99 लाख मीट्रिक टन से अधिक की गेहूं की आवक  के साथ दूसरे स्थान पर  है। इसके प्रकार, जिला जींद में 7.42 लाख मीट्रिक टन से अधिक, कैथल में 7 लाख मीट्रिक टन, फतेहाबाद में 7.10 लाख मीट्रिक टन, कुरुक्षेत्र में 5.87 लाख मीट्रिक टन, हिसार में 5.44 लाख मीट्रिक टन सोनीपत में 4.68 लाख मीट्रिक टन, पलवल में 4.15 लाख मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई है। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त यमुनानगर में 3.50 लाख मीट्रिक टन, अम्बाला में 3.21 लाख मीट्रिक टन से अधिक, पानीपत में 3.18 लाख मीट्रिक टन से अधिक, भिवानी में 2.91 लाख मीट्रिक टन, रोहतक में 2.76 लाख मीट्रिक टन, झज्जर में 1.79 लाख मीट्रिक टन, फरीदाबाद में 1.30 लाख मीट्रिक टन, मेवात में 1.01 मीट्रिक टन, गुरुग्राम में 72,360 मीट्रिक टन, रेवाड़ी में 65,979 मीट्रिक टन, नारनौल में 56,864 मीट्रिक टन और पंचकूला में 48,465 मीट्रिक टन गेहूं की आवक हुई है।
उन्होंने बताया कि उन्होंने बताया कि खाद्य,नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग ने 25.33 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीद की है, हैफेड ने 33.77 लाख मीटिक टन, भारतीय खाद्य निगम द्वारा 10.32 लाख मीट्रिक टन,हरियाणा भण्डारण निगम द्वारा 14.95 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं की खरीद की गई है। 

हरियाणा ने अब तक की 1.83 लाख मीट्रिक टन सरसों की खरीद


हरियाणा ने अब तक की 1.83 लाख मीट्रिक टन सरसों की खरीद
चंडीगढ़, पवन सोंटी (8 मई): हरियाणा राज्य सहकारी आपूर्ति एवं विपणन प्रसंघ ने वर्तमान खरीद मौसम के दौरान अब तक प्रदेश में कुल 1.83 लाख मीट्रिक टन सरसों की खरीद की है। इसके साथ ही अब तक प्रदेश के कुल 95,044 किसानों को सरसों की बिक्री से लाभ हुआ है।
इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए प्रसंघ के एक प्रवक्ता ने बताया कि भिवानी में 41,175.80  मीट्रिक टन, महेन्द्रगढ़ में 24,230.34  मीट्रिक टन, रेवाड़ी में 22,092.60 मीट्रिक टन, सिरसा में 20,256.70 मीट्रिक टन, हिसार में 19,803.24 मीट्रिक टन, झज्जर में 18,200.10 मीट्रिक टन, गुरुग्राम में 11,595.07 मीट्रिक टन, रोहतक में 10,008.60 मीट्रिक टन, चरखी दादरी में 9,002.30 मीट्रिक टन, फतेहाबाद में 4,884.90 मीट्रिक टन, नूंह में 1,418.56 मीट्रिक टन, जींद में 1,084.10 मीट्रिक टन तथा करनाल में 182.25 मीट्रिक टन सरसों की खरीद की गई है।

Monday, May 7, 2018

सावधान! पृथ्वी से टकराने वाला है सोलर तूफान, बंद हो जाएंगे आपके मोबाइल


सावधान! पृथ्वी से टकराने वाला है सोलर तूफान, बंद हो जाएंगे आपके मोबाइल
नई दिल्ली (उत्तम हिन्दू न्यूज):एक तरफदेशके कई राज्यों में आंधी तूफान ने लोगों की नींद उड़ाई हुई है वहीं वैज्ञानिकों ने सोलर तूफान की चेतावनी जारी की है।वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले 48 घंटों में पृथ्वी से सोलर स्टॉर्म टकरा सकता है।वैज्ञानिकों के मुताबिक सूर्य में एक कोरोनल होल होगा, जिससे सूरज से भारी मात्रा में ऊर्जा निकलेगी।इस ऊर्जा का असर सैटलाइट आधारित सेवाओं पर पड़ेगा।मोबाइल सिग्नल, केबल नेटवर्क, जीपीएस नैविगेशन आदि ठप पडऩे के आसार है।इसी बीच मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों के लिए आंधी-तूफान के साथ बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया करते हुए चेतावनी दी है कि 7 और 8 मई को उत्तर भारत के बड़े हिस्से में तेज आंधी-तूफान आने की संभावना है।

खासतौर पर दिल्ली-एनसीआर में धूल भरी आंधी चल सकती है। यही नहीं यह आंधी-तूफान उत्तर भारत से होते हुए दक्षिण और पूर्वोत्तर भारत के राज्यों तक जा सकता है। अलर्ट के मुताबिक 7 तारीख को जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब के सुदूर इलाकों में आंधी-तूफान के साथ बारिश और बर्फबारी भी हो सकती है।
सोलर तूफान की बात करें तो तूफान से धरती के सोलर डिस्क के लगभग आधे हिस्से को काटते हुए एक बड़ा सा छेद बनेगा, जिसके कारण सूर्य के वातावरण से पृथ्वी की ओर बेहद गर्म हवा का एक तूफान आएगा।

सोसल मीडिया पर खूब चल रहा है तूफान पर तूफान....Pawan Sonti


पवन सोंटी, कुरुक्षेत्र
भारतीय मौसम विभाग द्वारा हरियाणा में 2 दिन के लिए जारी किए गए तूफान के अलर्ट ने चंडीगढ़ के गलियारों में रविवार को तूफान ला दिया था। आनन फानन में प्रदेश में अलर्ट जारी करने के साथ ही शिक्षा विभाग द्वारा सभी स्कूलों की 2 दिनों की छुट्टियों का भी ऐलान कर दिया गया था।
हालांकि आईएमडी की भविष्यवाणी के आधार पर सरकार का यह फैसला कोई गलत नहीं था, लेकिन सोमवार को दोपहर बाद तक प्रदेश में कोई तूफानी हलचल नहीं हुई। इसे लेकर सोसाल मीडिया पर जो तूफान छाया वह अब रुकने का नाम नहीं ले रहा है। हरियाणा के मखौलिया माहौल के अनुरूप इतने मज़ाकिया मैसेज तूफान को लेकर सोसल मीडिया पर छाए हुए हैं कि तूफान को लेकर तूफान मचा हुआ है। आइए ऐसे ही कुछ मैसेजों की बानगी का मजा लेते हैं:

: इतनी बाट तो ब्याह मैं भातियाँ की कोनया होती ।।
#जितनी आज हरियाणा वालों ने 2 दिन की छुट्टी कराण आले तूफान की होरी सै।।

: मेरी इब्ब तूफान तै फ़ोन पै बात होई थी:-मक्खां के तैयारी है....
न्यू बोल्या:-बस इब्ब नहा कै तैयार हो कै बस रोटी खान्दा ऐ खखाट पाडूँ हूँ.....

: अभी-अभी तूफान पंजाब से हरियाणा की और बढ़ रहा है पर उसे हरियाणा-पंजाब बार्डर पर हरियाणा वालों ने टोल टैक्स पर रोक रखा है, कह रहे हैं पर्ची कटैगी....

: तूफान का इंतजार तो ग्यारह राज्यों के लोग कर रहे हैं                   
पर तूफान का आना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है......  

: मेरी इब्ब तूफान ते फ़ोन पे बात हुई थी:-मक्खां के तैयारी है....
न्यू बोल्या:-बस इब्ब नी आंदा मैं कल देखूँगा आज मारी भैंस बिमार आ !

: तूफान बेटा... जहां कहीं भी हो...हरियाणा आ जाओ एक बार....डरने की जरूरत ना है...हम कुछ ना कहते...सरकार तो न्यूएं है हरियाणा की...बन्दर के हाथ मे उस्तरा पकड़ाया गया.... पर हम तने गारंटी देवे हैं कि डरिये ना...सारा हरियाणा एड़ी ठा ठा के तेरी बाट देखे है...तू बेरा ना कित रह ग्या... तावला आज्या तू जित भी है...स्कूलां आले बालकां की भी छुट्टी हो ली...उनका भी मनोरंजन सा हो ज्यागा...

: तुफान कोनी आंदा बात होई थी रोटी खा के सो गया
उस की मां नाट गी न्यू बोली घाम मै कीत जावेगा कोनी जाना

: तूफान ना आया तो तगड़ी बेइज्जती होजागी मौसम विभाग की। इब तै तूफान के हाथ मैं सै इज्जत बचाणी।

: तूफान रूस गया
न्यू बोल्या हरयाणा आले इसमें भी बहू मिलन के मौके देखरे अक कोई उड़ के आवेगी....

: और अंत में डाक्टर राजेश सरदाना की रचना:-
भला तूफ़ान वो कैसा
बताकर आ रहा है जो
अगर तूफ़ान ना आया
तौहीन ए हुक्मरां होगी।
           
और अंत में हम भी दुआ करते हैं कि तूफान ना आए। मज़ाक तो अपनी जगह है, लेकिन अगर तूफान आता है तो ना जाने कितनों के आशियाने उजाड़ता है और कितनों के सपने तोड़ता है।