शाहाबाद मारकंडा/सुरेंदर पाल सिंह वधावन
.........तो मेरे शव
को बेंक के मुख्य द्वार पर रख देना,यह किसी कविता की मामिैक पंक्ति नहीं और न ही किसी
फिल्म का संवाद है। यह एक यथार्थ है,एक ऐसा कड़वा सत्य है जो एक
वसीहत में लिखा गया हे। वास्तव में यह वसीहत में लिखी गई ऐसी नसीहत है जो अन्याय के
खिलाफ जूझने का एक संकल्प प्रदान भी करती हे। काबिले जिक्र है कि स्वास्थ्य विभाग के सेवानिवृत कर्मी जोगेंद्र लाल को पता चला
था कि उसके स्टेट बेंक आफॅ इंडिया शाहाबाद के खाते में से 11 जनवरी 2012 को किसी ने 11लाख रुपए धोखाघड़ी
से निकाल लिए थे। यह उसके जीवन भर की संचित पूंजी थी। हांलाकि पुलिस व संबंधित बेंक
द्वारा जांच कार्य चल रहा हे लेकिन जोगेंद्र व उसके परिवारजन इस आघात को सह नहीं पा
रहे हें। जोगेंद्र अपने दो विवाहित पुत्रों ,वरुण व विकास के साथ संयुक्त परिवार में रहता है। वह
अपनी डायरी में महत्वपूर्ण बातें लिखता है ताकि परिवार में कोई आपसी विवाद न पैदा हो।
11 लाख रुपए की राशि उसने इस आशय से स्टेट बेंक में जमा की थी कि उसकी नजर में स्टेट
बेंक ही एक एकमात्र ऐसा बेंक था जो सबसे सुरक्षित बेंक है। अब पूंजी लुटने के बाद उसने
अपनी डायरी में जो वसीहत लिखी है वो कुछ इस प्रकार है-मेरे प्यारे बच्चो,जैसा कि आपको पता है मेरे साथ
बहुत बड़ा धोखा हुआ है। बेंक की लापरवाही के कारण मेरे सारे जीवन की कमाई लुट गई है।
जिसके कारण मैं मानसिक तौर पर बहुत परेशान हूं।मेरे सपने अधूरे रह गए हैं।यदि मुझे
कुछ हो जाता है तो उसके लिए एसबीआई जवाबदेह होगा।मेरे मृतक शरीर को संस्कार से पूर्व
बेंक के मुख्यद्वार पर रख देना और तब तक न उठाना जब तक बेंक आपको सारी पूंजी वापिस
नहीं कर देता। मेरी शुभकामनाएं मरने के बाद भी आपके साथ हैं।मेरी आत्मा बेंक वालों
को कोसती रहेगी। सदा सुखी रहो मेरे प्यारे बच्चो। ---आपका पिता जोगेंद्र लाल 12-1-2012
फोटो 20एस बी डी
एसबीआई से 11 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में अज्ञात व्यक्ति
के खिलाफ मामला दर्ज
शाहाबाद मारकंडा/सुरेंदर पाल सिंह वधावन
स्वास्थ्य विभाग के
सेवानिवृत्त कर्मचारी जोगिंद्र लाल के भारतीय स्टेट बैंक के खाते से हुई 11 लाख रूपए की धोखाधड़ी
के मामले में पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज के आधार पर एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ
मामला दर्ज कर लिया है। मामले की जांच कर रहे सिटी चौकी प्रभारी भूपिन्द्र सिंह ने
बताया कि एसबीआई व ओबीसी की फुटेज के मिलान से एक आरोपी की पहचान हो गई है जिसका स्कैच
जल्द जारी किया जाएगा। उन्होंने बताया कि पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही
है और जो भी बैंक कर्मचारी इसमें दोषी पाया गया उसके खिलाफ पुलिस कार्यवाही करेगी।
उल्लेखनीय है कि मौहल्ला माजरी निवासी जोगिंद्र लाल
के एसबीआई शाहाबाद के बचत खाता नं. 10760946796 से 10 लाख 87 हजार रूपए धोखाधड़ी से निकाले गए जिसमें 9 दिसंबर को उनके खाते से 9 लाख 52 हजार रूपए का बैंकर
चैक बनवाया गया और 10 दिसंबर को 1 लाख 35 हजार रूपए नकद निकलवाए गए । जारी बैंकर चैक ओबीसी की शाहाबाद शाखा में शिव प्रकाश
शर्मा निवासी गोलपुरा के खाते में जमा हुआ। जबकि शिव प्रकाश ने किसी भी एंट्री को गलत
ठहराया। वहीं पीडित जोगिंद्र लाल ने कहा है कि जब बैंक अधिकारियों व पुलिस ने आरोपी
की पहचान कर ली है तो उसकी सारी ऊम्र की जमापूजी राशि एसबी आई को तत्काल उनके खाते
में जमा करनी चाहिए।
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