Friday, December 23, 2011

आंखे खोलने वाली कृति है आई एम हर्टलैस: लाठर




कुवि में हुआ अंग्रेजी उपन्यास का विमोचन


कुरुक्षेत्र,23 दिसम्बर
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यायल पर लिखे पहले अंग्रेजी उपन्यास च्च्आई एम हर्टलैस ए रियल कन्फैशनज्ज् का विमोचन कुवि के युवा एवं सांस्कृतिक विभाग के निदेशक अनूप लाठर ने किया। कुवि के पूर्व छात्र विनीत बंसल द्वारा लिखित यह पहला अंग्रेजी उपन्यास है जिसे कुवि की पृष्ठभूमि को लेकर लिखा गया है। इस अवसर पर अनूप लाठर ने कहा कि विनीत का यह उपन्यास कालेज/ विश्वविद्यालय के युवाओं की जिंदगी के अहम हिस्से प्रेम, रुमानी जज्बातों, और प्यार मोहब्बत की अहमकाना हरकतों की कहानी ही नहीं है बल्कि ये शिक्षाविदों और अभिभावकों के लिये भी एक संदेश है। यह अपने आप में एक आंखें खोलने वाली कृति है जिसकी पृष्टभूमि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से होकर गुजरती है, लेकिन उसके बावजूद सभी छात्रों व पूर्व छात्रों को अपने शिक्षा संस्थानों व जीवन से जुड़ी नजर आती है। इस अवसर पर उपन्यास के लेखक विनीत बंसल ने अपने उपन्यास की कथा वस्तु के बारे में बताते हुए कहा कि यह उपन्यास लिखने का उसका मकसद महज एक कहानी बयां करना नहीं बल्कि उसके नायक के साथ जो हुआ उससे प्रेरणा लेकर ऐसा संदेश प्रेषित करना है कि किसी और के जीवन में ऐसा घटित न हो और वह पत्थरों की भीड़ में संवेदना के अभाव में अपना पारस ही न खो दें। इस अवसर पर इस पुस्तक के प्रकाशन महावीर पब्लिसर्स दिल्ली से बिनय दत्ता, हरियाणा के जाने माने कथाकार व हरियाणा ग्रंथ अकादमी के उपाध्यक्ष कमलेश भारतीय, जाने माने रंग कर्मी विश्वरमण आदि भी मंच पर उपस्थित थे। विमोचन अवसर पर लेखक विनीत बंसल के विभिन्न प्रकार से सहयोगी सौरभ आर्य, गगनदीप चौहान, सुकेत कलागृह से सुनील कौशिक , प्रवीण शर्मा, बलविंद्र सिंह विक्की,पवन सौन्टी, भावना, राहुल टांक, राजा घोष, सुधीर सारस्वत, प्रवीण कादियान, हरविंद्र राणा, ईश्वर शर्मा, नीरज व विमल आदि भी उपस्थित थे।

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