Wednesday, December 28, 2011

लोगों की समस्याओं को दूर करने की बजाए प्रदर्शनों में व्यस्त बिजली कर्मचारी


बिजली कर्मचारियों ने किया सरकार के खिलाफ प्रदर्शन

लाडवा/शैलेंदर चौधरी
लाडवा में बिजली कर्मचारी लोगों की समस्यओं को दूर करने की बजाए अपनी समस्याओं का रोना रोते रहते है। बिजली किल्लत से जनता जूझ रही है जनता को बिजली विभाग के प्रति रोष प्रकट करना चाहिए, लेकिन रोष प्रकट बिजली कर्मचारी कर रहे है अपनी मांगों को लेकर। ऐसा कोई महीना होगा, जिसमें यह बिजली कर्मचारी बिजली कार्यालय पर सरकार के खिलाफ धरना व रोष प्रकट न करते हो। इन बिजली कर्मचारियों द्वारा अपनी यूनियनें बनाई हुई है और उसी बैनर के नीचे यह बिजली कर्मचारी साल में दर्जनों बार सरकार व बिजली विभाग के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर नारे-बाजी व धरने-प्रदर्शन करते रहते है। मंगलवार को भी लाडवा बिजली कार्यालय में एच.एस.ई.बी. वर्कर्ज यूनियन के नेतृत्व में बिजली कर्मचारियों ने सरकार के खिलाफ अपनी मांगों को लेकर दो घंटे का धरना दे प्रदर्शन किया और जमकर सरकार विरोधी नारेबाजी की। धरना-प्रदर्शन की अध्यक्षता बीरभान द्वारा की गई, जिसमें सरकार से पानीपत व गुडग़ांव को प्राइवेट करने, कच्चे कर्मचारियों को पक्का करने, छटे वेतन की विसंगतियों को दूर करन था। प्रदर्शन में मेम चंद्र, सतपाल, मुकेश शर्मा, शमशेर ङ्क्षसह, स्वर्ण ङ्क्षसह, बरखा राम, कृष्ण लाल, हजारी लाल, राज कुमार, अनिल शर्मा, रमेश मुख्य रूप से उपस्थित थे। जनता बिजली किल्लत के चलते दुखी है और बिजली कार्यालय में अपने काम करवाने के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर हो रहे है और यह बिजली कर्मचारी लोगों की समस्या को दूर करने की बजाए अपनी समस्यओं को लेकर धरने-प्रदर्शन करते रहते है। बार-बार शिकायत करने के बाद भी लोगों को बिजली किल्लत व अन्य समस्याओं से निजात नहीं मिल रही है। कई बार बिजली विभाग के कर्मचारियों की हठधर्मी के चलते लोगों व भाकियू ने भी बिजली कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया, लेकिन इसके बावजूद भी यह बिजली कर्मचारी लोगों की समस्याओं की तरफ कोई ध्यान नहीं देते। कई गांववासियों ने तो इन बिजली कर्मचारियों की लिखित में भी शिकायत दी हुई है, जिसको महीनों बीत गए, लेकिन आज तक गांववासियों को इंसाफ तक नहीं मिला है। क्षेत्र के लोगों ने सरकार से मांग करके ऐसे कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करने की मांग की जो लोगों की समस्याओं की बजाए यूनियनों के प्रधान बनकर धरने-प्रदर्शनों में समय बर्बाद करते है।     
27 एस.एच.ए. 1
लाडवा बिजली कार्यालय में सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते बिजली कर्मचारी।

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