चंडीगढ़, 25 दिसंबर।
दैनिक ट्रिब्यून से साभार
अमेरिका में भी छात्रों विशेषकर विदेशी छात्रों में हिन्दी के प्रति बहुत उत्साह है। इस का प्रमाण है कि अमेरिका के राईस विश्वविद्यालय में विदेशी भाषा के तौर पर पढ़ाई जाने वाले हिन्दी पाठ्यक्रम में पहले ही दिन सभी सीटें भर गईं। यह विचार इसी विश्वविद्यालय की हिन्दी, भारतीय संस्कृति व भाषा विभागाध्यक्ष डा. सरीता मेहता ने व्यक्त किए।
डॉ. मेहता संवाद साहित्य व पत्रकारित मंच द्वारा उन के सम्मान में आज सेक्टर-37 में आयाजित रुबरु कार्यक्रम में बोल रही थीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता चंडीगढ़ दूरदर्शन केन्द्र के निदेशक डा. केके रत्तू ने की जबकि मंच संचालन प्रेम विज ने किया। डा. सरिता मेहता ने कहा कि विदेशों में छात्रों में हिन्दी सीखने की बहुत इच्छा है। विश्वविद्यालय ने आगामी वर्ष 2012 में चंडीगढ़ में कार्यशाला का अयोजन करने का फैसला किया है जिसमें करीब 20 विदेशी विद्यार्थी भाग लेंगे। वे स्थानीय साहित्यकारों से भी मिलेंगे। राईस विश्वविद्यालय के भाषा अध्ययन केन्द्र की निदेशिका डा. वैंडी फ्रीमैन भी विगत दिनों चंडीगढ़ आई थीं। रुबरु कार्यक्रम में चमन लाल शर्मा, राजेश पंकज, धर्मस्वरूप गुप्त, सुभाष रस्तोगी, प्रेम विज, आरके मल्होत्रा, सुशील हसरत, उर्मिला सखी, आर के भगत, कैलाश आहलुवालिया, दीपक खेतरपाल, अमरजीत अमर, मदन शर्मा, राकेश आदि ने भाग लिया।
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अमेरिका में भी छात्रों विशेषकर विदेशी छात्रों में हिन्दी के प्रति बहुत उत्साह है। इस का प्रमाण है कि अमेरिका के राईस विश्वविद्यालय में विदेशी भाषा के तौर पर पढ़ाई जाने वाले हिन्दी पाठ्यक्रम में पहले ही दिन सभी सीटें भर गईं। यह विचार इसी विश्वविद्यालय की हिन्दी, भारतीय संस्कृति व भाषा विभागाध्यक्ष डा. सरीता मेहता ने व्यक्त किए।
डॉ. मेहता संवाद साहित्य व पत्रकारित मंच द्वारा उन के सम्मान में आज सेक्टर-37 में आयाजित रुबरु कार्यक्रम में बोल रही थीं। कार्यक्रम की अध्यक्षता चंडीगढ़ दूरदर्शन केन्द्र के निदेशक डा. केके रत्तू ने की जबकि मंच संचालन प्रेम विज ने किया। डा. सरिता मेहता ने कहा कि विदेशों में छात्रों में हिन्दी सीखने की बहुत इच्छा है। विश्वविद्यालय ने आगामी वर्ष 2012 में चंडीगढ़ में कार्यशाला का अयोजन करने का फैसला किया है जिसमें करीब 20 विदेशी विद्यार्थी भाग लेंगे। वे स्थानीय साहित्यकारों से भी मिलेंगे। राईस विश्वविद्यालय के भाषा अध्ययन केन्द्र की निदेशिका डा. वैंडी फ्रीमैन भी विगत दिनों चंडीगढ़ आई थीं। रुबरु कार्यक्रम में चमन लाल शर्मा, राजेश पंकज, धर्मस्वरूप गुप्त, सुभाष रस्तोगी, प्रेम विज, आरके मल्होत्रा, सुशील हसरत, उर्मिला सखी, आर के भगत, कैलाश आहलुवालिया, दीपक खेतरपाल, अमरजीत अमर, मदन शर्मा, राकेश आदि ने भाग लिया।
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