Saturday, December 10, 2011

देश विदेश के पर्यटकों ने उठाया हरियाणवी लोक नृत्य का लुत्फ



स्कूली छात्र-छात्राओं ने ड्रामा प्रस्तुत कर पर्यावरण पर डाला प्रकाश, विद्यार्थियों की प्रस्तुति पर गूंजी तालियां
कुरुक्षेत्र/पवन सोंटी 

कुरुक्षेत्र उत्सव-गीता जयंती समारोह में देश-विदेश से आने वाले पर्यटकों ने छुट्टी के दिन हरियाणवी फॉक डांस का जमकर लुत्फ उठाया। स्कूली छात्र-छात्राओं ने जहां हरियाणवी डांस की प्रस्तुति दी वहीं ड्रामा प्रस्तुत कर पर्यावरण के प्रभावों पर प्रकाश डाला। पर्यटकों ने तालियां बजाकर विद्यार्थियों की प्रस्तुति को जमकर सराहा। शनिवार को ब्रह्मसरोवर पर पर्यटकों ने क्राफ्ट व सरस मेले में जहां जमकर खरीददारी की, वहीं कुंती घाट पर डीएवी पब्लिक स्कूल व महाराणा प्रताप स्कूल के विद्यार्थियों के लोक नृत्य, भजनों और ड्रामा का आनन्द लिया। इन स्कूली विद्यार्थियों ने हरियाणवी डांस की प्रस्तुति में प्रदेश की ग्रामीण आंचल की लोक परम्पराओं को आमजन के सामने रखा। विद्यार्थियों ने अपने डांस के जरिए यह बताने का प्रयास किया कि गांव में किस रीति-रिवाज से विवाह सम्पन्न करवाए जाते है और लोग किस इज्जत मान के साथ अपनी बेटी की विदाई करते हैं। इस प्रस्तुति के दौरान कई पर्यटकों की आंखे भी नम हो गई। छात्राओं के इस लोक नृत्य पर दर्शकों ने जमकर तालियां बजाई। इसके पश्चात इन स्कूली छात्राओं ने लगातार प्रदूषित हो रहे वातावरण के दुष्प्रभावों के बारे में बारिकी से बताने का प्रयास किया। विद्यार्थियों ने ड्रामा के माध्यम से आम जन को संदेश दिया कि आज हम अगर पेड़ों को लगातार काटते रहे तो आने वाला समय समाज के लिए ठीक नहीं होगा, इसलिए हर व्यक्ति को अपने आसपास पेड़ लगाने चाहिए और प्रदूषण फैलाने वाले तत्वों पर रोक लगानी चाहिए। पोलिथिन का प्रयोग समाज के लिए सबसे बड़ा खतरा है। छात्रों ने लोगों से अपील भी की कि पर्यावरण को बचाकर अपने जीवन को बचाना होगा। छात्रों ने भजन प्रस्तुत कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। उत्सव के अंतिम लम्हों में स्कूली छात्रों की प्रस्तुति ने लोगों का खूब मनोरंजन किया। इस मौके पर स्कूल के शिक्षक व शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।

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